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Monday, 23 December, 2024
होमराजनीति'शराब या फिर ड्रग्स के नशे में होते हैं, उनका टेस्ट होना चाहिए'; चक्रव्यूह वाले बयान पर कंगना का राहुल पर पलटवार

‘शराब या फिर ड्रग्स के नशे में होते हैं, उनका टेस्ट होना चाहिए’; चक्रव्यूह वाले बयान पर कंगना का राहुल पर पलटवार

बॉलीवुड अभिनेता और मंडी से सांसद कंगना रनौत ने यह भी कहा कि राहुल गांधी 'संविधान को चोट पहुंचाते हैं'. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी और बीजेपी पर भारत को कमल के प्रतीक वाले भय के 'चक्रव्यूह' में फंसाने का आरोप लगाया है.

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नई दिल्ली: संसद में राहुल गांधी की ‘चक्रव्यूह’ वाली टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए भाजपा सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि कांग्रेस सांसद या तो ‘शराब के नशे में’ हैं या फिर ड्रग्स के नशे में हैं.

पत्रकारों से बात करते हुए बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी से सांसद ने कंगना रनौत ने कहा कि ‘राहुल हमेशा संविधान को चोट पहुंचाते हैं’.

उन्होंने आगे कहा, “राहुल गांधी जिस हालत में संसद पहुंचते हैं और जिस तरह के तर्क देते हैं, उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि वह हमेशा नशे में रहते हैं,’ आगे उन्होंने कहा कि जिस तरह की ‘बदहवास’ बातें वह कहते हैं, उन्हें यह जांचने के लिए टेस्ट करवाना चाहिए कि वह ड्रग्स लेते हैं या नहीं. इसके बाद से यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हिंदू महाकाव्य महाभारत का संदर्भ देते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर भारत को कमल के प्रतीक वाले भय के चक्रव्यूह में फंसाने का आरोप लगाया था. उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज 21वीं सदी का कमल के आकार के चक्रव्यूह ने भारत को फंसा रहा है और इसे छह लोग नियंत्रित कर रहे हैं: नरेंद्र मोदी, अमित शाह, अडानी, अंबानी, अजीत डोभाल और मोहन भागवत.”

कंगना ने संवाददाताओं से कहा, “मुझे लगता है कि उनका टेस्ट किया जाना चाहिए. या तो वह नशे में हैं या फिर ड्रग्स के प्रभाव में हैं.”

यह पहली बार नहीं है जब कंगना ने राहुल पर हमला किया है. इससे पहले 1 जुलाई को लोकसभा में उन पर तीखा हमला करते हुए कंगना ने सुझाव दिया था कि कांग्रेस नेता को तुरंत थेरेपी लेनी चाहिए. 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कंगना ने राहुल गांधी के भाषणों को गैर-जिम्मेदाराना बताया था.

रनौत ने कहा कि, “भारत में प्रधानमंत्री का चुनाव लोकतांत्रिक प्रक्रिया से होता है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत की जनता ने चुना है. क्या हम उम्र और लिंग देखकर प्रधानमंत्री का चुनाव करेंगे? उन्होंने (राहुल) हमेशा संविधान को चोट पहुंचाने की कोशिश की है. कल वह कहेंगे कि स्किन के रंग के आधार पर प्रधानमंत्री का चुनाव किया जाएगा. वह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का सम्मान नहीं करते हैं.”

उन्होंने कहा, “वह कल कह रहे थे कि हम शिवजी की बारात हैं और ये चक्रव्यूह हैं, और यह कॉम्पिटीशन शिव जी की बारात और चक्रव्यूह में है. जिस तरह की वह बात करते हैं उससे मुझे लगता है कि उनका ड्रग टेस्ट होना चाहिए. वह या तो शराब के नशे में या तो ड्रग्स के नशे में संसद पहुंचते हैं.”

उन्होंने कहा, “मैं एक नई सांसद हूं और मैं (जिस तरह से वह व्यवहार करते हैं) देखकर हैरान हूं. क्या आपको नहीं लगता कि ऐसे व्यक्ति का ड्रग टेस्ट होना चाहिए? मुझे लगता है कि ऐसा होना चाहिए क्योंकि वह संसद में या तो शराब या ड्रग्स के प्रभाव में आते हैं.”

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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