नई दिल्ली: केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा तेजस्वी यादव समेत राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के रिश्तेदारों पर छापे मारे जाने के एक दिन बाद, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को भाजपा पर कटाक्ष किया और कहा कि महागठबंधन के एकजुट होने से कार्रवाई शुरू हो सकती है.
उन्होंने कहा, ‘यह 2017 में हुआ था. फिर हम (जदयू-राजद) अपने अलग रास्ते चले गए. पांच साल बीत गए और जब हम एक साथ आए, तो फिर से छापे पड़े. मैं क्या कह सकता हूं?’
2017 में, राजद के साथ जद (यू) का गठबंधन तब टूट गया जब लालू यादव पर सीबीआई के छापे के बाद दावा किया गया कि उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में रेल मंत्री रहते हुए टेंडर्स में धांधली की थी.
तेजस्वी यादव, जो उस समय उपमुख्यमंत्री थे, ने भी सीबीआई के मामले में नाम आने के बाद इस्तीफा दे दिया था. छापे के बाद जद (यू) टूट गया और भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया था.
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तेजस्वी की पेश
उधर, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने नौकरी के बदले जमीन मामले में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को तलब किया है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक तेजस्वी अपनी पत्नी की तबीयत खराब होने के कारण जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हो सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि आरजेडी नेता की पत्नी राजश्री यादव गर्भवती हैं और शुक्रवार को तेजस्वी के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के बाद दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती थीं.
सूत्रों ने कहा, ‘तेजस्वी यादव अपनी पत्नी के स्वास्थ्य के कारण सीबीआई के सामने पेश नहीं होंगे. ईडी के छापे के बाद, उन्हें रविवार को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह गर्भवती हैं और बारह घंटे की पूछताछ के बाद बीपी की समस्या के कारण बेहोश हो गईं.’
ईडी की टीम ने शुक्रवार को दिल्ली में बिहार के डिप्टी सीएम के आवास पर 11 घंटे से अधिक समय तक छापेमारी की थी.
ईडी ने नौकरी के बदले जमीन घोटाले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के कई रिश्तेदारों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर और बिहार में कई स्थानों पर छापे मारे.
सूत्रों ने कहा कि छापेमारी लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती के साथ-साथ बिहार में राजद के नेता और पूर्व विधायक अबू दोजाना के आवास पर की गई.
ईडी ने मामले में लालू प्रसाद के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) मामले का संज्ञान लेते हुए प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दायर करने के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत ये तलाशी ली.
सीबीआई की एक टीम द्वारा नौकरी के बदले जमीन मामले में लालू प्रसाद से पूछताछ के कुछ दिनों बाद सीबीआई ने ये तलाशी ली थी. सीबीआई ने मंगलवार को दो सत्रों में लालू प्रसाद से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की.
एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया, ‘सीबीआई ने बिहार के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव को आज, 11 मार्च को जमीन के बदले नौकरी मामले में तलब किया है. यह उन्हें जारी किया गया दूसरा समन है, पहला 4 फरवरी को जारी किया जा रहा है.’
तेजस्वी यादव परिवार के तीसरे व्यक्ति हैं जिनसे मामले में पूछताछ की जाएगी. इससे पहले उनके माता-पिता से पूछताछ की गई थी.
7 मार्च को, लालू यादव से सीबीआई ने दिल्ली के पंडारा पार्क स्थित उनके आवास पर दो सत्रों में करीब छह साल तक पूछताछ की थी.
सीबीआई की टीम ने दिल्ली में नौकरी के लिए जमीन मामले में राजद प्रमुख लालू यादव से पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग की थी.
लालू यादव लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे हैं. सिंगापुर में किडनी ट्रांसप्लांट के बाद वह हाल ही में दिल्ली लौटे थे और दिल्ली में स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा उनकी लगातार निगरानी की जा रही है.
लालू यादव के परिवार ने सीबीआई अधिकारियों से पूछताछ के दौरान पर्याप्त दूरी बनाए रखने और मास्क का इस्तेमाल करने को कहा था.
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