नई दिल्ली: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को उन तमाम अटकलों को खारिज कर दिया जिसमें मुख्यमंत्री के पद को लेकर उनका नाम आगे किया जा रहा था.
मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने साफ तौर पर कहा, ‘नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और हम उनके मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं.’
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार का मुख्य एजेंडा विपक्ष को एकजुट करना है. उन्होंने कहा, ‘उन्हें प्रधानमंत्री बनने की लालसा नहीं है.’
यादव ने कहा, ‘हमारा एकमात्र लक्ष्य था कि भाजपा और आरएसएस को गद्दी से कैसे हटाने का काम करें. बिहार से हमने उन्हें हटाया और अब केंद्र से हटाना है.’
उन्होंने कहा, ‘नीतिश कुमार के नेतृत्व में हमारी सरकार बखूबी चल रही है. समर्थक इस तरह का बयान देते रहते हैं. उन्होंने (नीतीश कुमार) भी स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री बनने की उनकी कोई लालसा नहीं है. इन सभी चीजों पर चर्चा करने का यह कोई समय नहीं है.’
तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री कहने वाले नीतीश कुमार के बयान के बाद राज्य में कई तरह की अटकलें चल रही थी. बता दें कि एक कार्यक्रम के दौरान पटना में नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री कहकर संबोधित कर दिया. जिसके बाद इस पर चर्चा तेज हो गई.
यह भी पढ़ें: PFI पर कार्रवाई से इस्लामी कट्टरपंथ पर लगेगी लगाम, दक्षिणपंथी हिंदू प्रेस ने क्या कुछ कहा
भाजपा ने साधा निशाना
बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी शुक्रवार को ट्वीट कर मुख्यमंत्री विवाद पर कहा, ‘राजद का इतना ज्यादा खौफ जदयू के ऊपर है कि हर बात का जवाब देने वाले जदयू के नेता जी लोग डर के मारे मुंह भी नहीं खोल रहे हैं. कहीं कुछ निकल गया तो पता चलेगा कि रबर स्टांप मुख्यमंत्री का तगमा भी 2022 मे राजद न छीन ले.’
उन्होंने कहा, ‘जगदानंद सिंह जी डंके की चोट पे कह रहे हैं कि 2023 मे तेजस्वी यादव जी मुख्यमंत्री बनेंगे और नीतीश कुमार जी दिल्ली जाएंगे.’
राजद का इतना ज्यादा खौफ जदयू के ऊपर है कि हर बात का जवाब देने वाले जदयू के नेता जी लोग डर के मारे मुंह भी नहीं खोल रहे हैं। कहीं कुछ निकल गया तो पता चलेगा कि रबर स्टांप मुख्यमंत्री का तगमा भी 2022 मे राजद न छीन ले।
2/2— Dr. Sanjay Jaiswal (@sanjayjaiswalMP) September 30, 2022
हालांकि हाल ही में उत्तर प्रदेश के फूलपुर क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने संबंधी तमाम अटकलों को खारिज करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि उनकी कोई व्यक्तिगत आकांक्षा नहीं है और उनका मकसद 2024 के आम चुनाव से पहले ज्यादा से ज्यादा दलों को एकजुट करना है.
गौरतलब है कि हाल ही में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू ने अपनी पुरानी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी के साथ नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल का दामन थामा है.
यह भी पढ़ें: रिकॉर्ड फसल, कम दाम और ज्यादा लागत- हिमाचल में चुनाव नजदीक आने के बीच नाखुश क्यों हैं सेब उत्पादक