नई दिल्ली: सीबीआई की टीम के उनकी मां राबड़ी देवी के घर पर पहुंचने के कुछ घंटों बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा तब हो गया था, जब बिहार में ‘महागठबंधन’ की सरकार बन रही थी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह छापा मारने का सिलसिला लोकसभा चुनाव तक चलता रहेगा. बता दें कि राबड़ी देवी से आज सीबीआई ने नौकरी के बदले जमीन मामले में करीब चार घंटे पूछताछ की.
मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, ‘जिस दिन से हमारी महागठबंधन की सरकार बनी, मैंने तभी कहा था कि ये चीजें होती रहेंगी.’
उन्होंने कहा, ’15 मार्च को मामले की सुनवाई है, जो जमानत के लिए एक सामान्य प्रक्रिया है.’
बीजेपी पर हमला करते हुए यादव ने आरोप लगाया कि अगर भ्रष्टाचार के आरोपों वाला कोई नेता बीजेपी में शामिल होता है, तो उसके खिलाफ मामले वापस ले लिए जाते हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि आप भाजपा के साथ रहते हैं, तो आप राजा हरिश्चंद्र है. महाराष्ट्र में जब शरद पवार के भतीजे (अजीत पवार) भाजपा में गए, तो सभी मामले वापस ले लिए गए. जब टीएमसी के मुकुल रॉय भाजपा में आए, सभी मामले वापस ले लिए गए. जब भी आप भाजपा को आईना दिखाएंगे, आपके साथ ऐसा ही होगा.
इससे पहले दिन में सीबीआई की एक टीम नौकरी के बदले जमीन मामले में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पटना स्थित घर पर पहुंची थी. राबड़ी पूछ ताछ के बाद जब घर से बाहर निकलीं तो उन्होंने मीडिया से कहा कि यह सब हमारे साथ चलता रहता है, सब ठीक है.
राबड़ी देवी के आवास पर सीबीआई टीम के जाने की निंदा करते हुए केजरीवाल ने कहा, यह गलत है, इस तरह के रेड अपमानजनक हैं.’
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और लालू प्रसाद के ‘खराब स्वास्थ्य’ की ओर इशारा किया.
सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘हम सभी लालू स्वास्थ्य की नाजुक स्थिति को जानते हैं. तेजस्वी पर दबाव बनाने के लिए सरकार जितना अधिक यह करेगी, लोग इस सरकार के खिलाफ हो जाएंगे.’
इससे पहले पिछले साल 7 अक्टूबर को सीबीआई ने कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
क्या है नौकरी के बदले जमीन मामला और इसमें क्यों फंसा है लालू परिवार
बता दें कि लालू यादव और उनके परिवार पर आरोप है कि साल 2004-2009 के दौरान यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने अपने करीबियों को ग्रुप-डी में नौकरी के बदले सस्ते दाम या तोहफे में उनसे जमीन ली थी. इस मामले में पिछले साल 10 अक्टूबर को सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें 14 लोगों को आरोपित किया गया था. इसमें लालू यादव, राबड़ी देवी और उनके बच्चों के नाम भी शामिल है.
यह भी पढ़ें: शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया 20 मार्च तक रहेंगे जेल में, गीता, डायरी और पेन रखने की मिली इजाजत