नई दिल्ली: पटना में 23 जून को होने वाले प्रमुख विपक्षी ताकतों की मेगा बैठक से पहले, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि कई नेता हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहीं अधिक अनुभवी हैं और हर कोई बैठक में अपनी राय रखेगा.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए पीएम मोदी और केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ, महागठबंधन बनाने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत शीर्ष विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाएंगे.
बिहार के डिप्टी सीएम ने कहा, “इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि विपक्ष में ऐसे कई नेता हैं जो पीएम मोदी से कहीं ज्यादा अनुभवी हैं. बैठक में सभी लोग अपनी राय रखेंगे.”
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि अगले साल लोकसभा चुनाव लोगों के मुद्दों पर लड़ा जाएगा, न कि ‘पीएम मोदी के नाम पर’.
तेजस्वी ने कहा, “हर कोई स्पष्ट है कि बैठक (शुक्रवार को) आने वाले दिनों में चुनाव में बदलाव की दिशा तय करेगी. बदलाव समय की मांग है क्योंकि लोगों के मुद्दों को सामने लाने की जरूरत है. अगला आम चुनाव लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए.”
उन्होंने आगे कहा कि यह एक बड़ा कदम है, जब से नीतीश कुमार और मैं एक साथ आए हैं, हमने यथासंभव अधिक से अधिक विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिश की है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि “मोदी पर बात नहीं होगी, मुद्दे की बात होगी…प्रशासनिक, समाजिक और राजनीतिक मामलों में विपक्ष में कई नेता हैं जो पीएम मोदी से ज्यादा अनुभवी हैं. विपक्ष में कोई ऐसा नेता नहीं है जो मीडिया द्वारा निर्मित हो, विपक्ष में ऐसे नेता हैं जो जनता के बीच जाते हैं.”
#WATCH …कोई मोदी पर बात नहीं कर रहा, मुद्दे की बात होगी…प्रशासनिक, समाजिक और राजनीतिक मामलों में विपक्ष में कई नेता हैं जो PM मोदी से ज्यादा अनुभवी हैं। विपक्ष में कोई ऐसा नेता नहीं है जो मीडिया द्वारा निर्मित हो, विपक्ष में ऐसे नेता हैं जो जनता के बीच जाते हैं: बिहार के… pic.twitter.com/XTG0hIPz7A
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2023
तेजस्वी ने कहा, “बैठक का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों के एक साथ आने के लिए आधार तैयार करना है.”
पीएम मोदी के डर से विपक्ष एक हो रहा है, वाले बयान पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कहा, “कोई डर नहीं है… किस बात का डर? अलग-अलग क्यों लड़ना जब हमारे मुद्दे एक हैं. हम सब समान विचारधारा वाली पार्टियां हैं. हम अपने वोट का बिखराव क्यों करें.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे हैं.
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