नई दिल्ली: भाजपा से राज्य सभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपनी पार्टी को अल्टीमेटम दिया है कि वो गुरुवार तक आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय को उनके पद से हटाएं. एक दिन पहले ही उन्होंने मालवीय पर फेक ट्वीट्स के जरिए उनके खिलाफ कैंपेन चलाने का आरोप लगाया था.
स्वामी ने कहा मालवीय को हटाना एक ‘समझौते का प्रस्ताव’ है जो उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने रखा है. अगर उन्हें नहीं हटाया जाता है तो ये साफ होगा कि पार्टी मेरा ‘बचाव’ करने की इच्छुक नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि कोई पार्टी फोरम नहीं है जहां वह कैडर की राय ले सकें और ‘इसलिए मुझे अपना बचाव करना होगा.’
स्वामी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘कल तक अगर मालवीय को बीजेपी आईटी सेल (जो कि नड्डा के लिए मेरे पांच गांवों का समझौता प्रस्ताव है) से नहीं हटाया जाता है तो इसका मतलब है कि पार्टी मेरा बचाव नहीं करना चाहती है. चूंकि पार्टी में कोई मंच नहीं है, जहां मैं कैडर की राय मांग सकता हूं इसलिए मुझे अपना बचाव करना होगा.’
By tomorrow If Malaviya is not removed from BJP IT cell (which is my five villages compromise proposal to Nadda) it means the party brass does not want to defend me. Since there is no forum in the party where I can ask for cadre opinion, hence I will have to defend myself.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 9, 2020
दिप्रिंट ने फोन कॉल्स, टेक्सट मैसेज के जरिए अमित मालवीय से टिप्पणी लेने की कोशिश की लेकिन इस रिपोर्ट के छपने तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.
‘भाजपा आईटी सेल दुष्ट हो गया है’
स्वामी ने सोमवार को मालवीय पर फर्जी ट्वीट्स का इस्तेमाल कर उनके खिलाफ अभियान चलाने का आरोप लगाया, हालांकि उन्होंने इस मुद्दे को विस्तार से नहीं बताया.
‘भाजपा आईटी सेल दुष्ट हो गया है. इसके कुछ सदस्य मुझ पर निजी हमले करने के लिए फर्जी आईडी से ट्वीट कर रहे हैं. यदि मेरे नाराज फोलोउर्स काउंटर हमले करते हैं तो मुझे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है जैसे कि भाजपा को पार्टी के दुष्ट आईटी सेल के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है.’
स्वामी कई मुद्दों पर अपनी पार्टी के रुख से विपरीत रहे हैं विशेषकर अर्थव्यवस्था के मामले में.
उन्होंने महामारी के बीच जेईई और नीट परीक्षा आयोजित करने के नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ छात्रों के विरोध का समर्थन किया और मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश के लिए परीक्षा स्थगित करने की मांग की.
जेईई मेन 2-6 सितंबर के बीच देश भर के केंद्रों पर आयोजित किया गया था.
8 सितंबर को स्वामी ने नीट परीक्षा को स्थगित करने की अपनी मांग को फिर से दोहराया, जो रविवार 13 सितंबर को आयोजित होने वाली है.
उन्होंने कहा, ‘अब यह तय हो गया है कि कॉलेज और संस्थान जनवरी 2021 में ही फिर से खुलेंगे. इसलिए ऐसा कोई कारण नहीं है कि दीपावली के बाद नीट परीक्षा को नहीं कराया जा सकता है जब कोरोनावायरस का खतरा कम होगा.
I have just spoken to the Minister of Education suggesting that NEET and other exams be conducted after Deepavali. The SC order the other day is not a bar since the Hon’ble Court has left the date to the government. I am sending an urgent letter to the PM just now.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) August 21, 2020
Today in SC when NEET matter comes up it will be K T S Tulsi who will argue the case for students. He is a superb advocate. When I was Law Minister in 1990-91 I had made in Addl Solicitor General. So I know. Thus there is hope. But in life nothing is certain unless it happens
— Subramanian Swamy (@Swamy39) September 9, 2020
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पर इस सरफिरे व्यक्ति की सुनता कौन है ??