नई दिल्ली : सपा नेता आजम खान ने रमा देवी पर अपनी टिप्पणी को लेकर बढ़ते विरोध को देखते हुए आखिरकार सोमवार को लोकसभा में माफी मांग ली. उन्होंने कहा, ‘उनके बयान से अगर किसी सदस्य को कुछ बुरा लगा है तो मैं क्षमा चाहता हूं. मैंने पहले भी कहा है कि वह मेरी बहन जैसी हैं.’
SP Azam Khan in Lok Sabha: Meri aisi koi bhavna Chair ke prati na thi na ho sakti hai. Mere bhashan aur acharan ko sara sadan janta hai, iske bawjood bhi Chair ko aisa lagta hai ki mere se koi galti hui hai toh main uski kshama chahta hun. pic.twitter.com/2lMB07llyQ
— ANI (@ANI) July 29, 2019
बता दें कि खान गुरुवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान रमा देवी पर अभद्र टिप्पणी की थी जिसके बाद लगातार उन पर कार्रवाई का दबाव बन रहा था. उनकी सदस्यता तक खत्म करने दबाव भी था. इस मुद्दे पर सभी विपक्ष दल भी आजम खान के बयान के खिलाफ थे.
BJP MP Rama Devi in Lok Sabha: Azam Khan ji's remark has hurt both women and men in India. He will not understand this. Inki aadat bigadi hui hai, zaroorat se zada bigadi hui hai. I have not come here to hear such comments. pic.twitter.com/Z1tvupdNvW
— ANI (@ANI) July 29, 2019
वहीं रमा देवी ने कहा कि आजम खान ने जो बोला है वह देशभर में गया. इनकी आदत बिगड़ी हुई है. ये बाहर भी इसी तरह बोलते रहते हैं.
आजम खान के माफी मांगने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम विरला ने कहा, ‘माननीय सदस्य यह सदन सबका है. सबकी सहमति से चलता है. इसकी गरिमा का खयाल रखना सबकी जिम्मेदारी है. सभी चेयर की तरफ देखकर ही बात करें. आपस में बहस न करें. कोई भी ऐसा शब्द न बोलें जो हमारी छवि खराब करता हो. मेरा दायित्व बनता है कि मैं सभी सदस्यों का संरक्षण करूं. उन्होंने (आजम खान) माफी मांगी अब आगे से कोई भी सदस्य ऐसा न करे इसका ध्यान रखें.
Samajwadi Party MP, Akhilesh Yadav after SP MP Azam Khan's apology, in Lok Sabha: Azam Khan ji has said what he wanted to say. What about the 'beti' in Unnao? We should also talk about that. pic.twitter.com/OSh5axRJFr
— ANI (@ANI) July 29, 2019
वहीं इस बीच यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उन्नाव रेप पीड़िता का मुद्दा उठाते रहे जिसका रमा देवी ने विरोध किया.
महिला सांसदों ने की अगुवाई
वहीं इससे पहले महिला सांसदों ने इस मुद्दे पर अगुवाई करते हुए इसका कड़े शब्दों में विरोध कर सख्त कार्रवाई की मांग की थी. स्मृति ईरानी ने कहा था कि ये घटना सिर्फ महिला सांसदों के लिए नहीं बल्कि सभी सांसदों के लिए एक धब्बा है. ये ऐसी जगह नहीं जहां कोई भी पुरुष आकर कहे ‘किसी महिला की आंखों में झांका जाए’. ईरानी ने कहा कि ये सदन वही जगह है जहां कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन शोषण के खिलाफ बिल पास हुआ था. इसलिए इसकी गरिमा को बनाये रखते हुए सभी को इस के खिलाफ मिलकर विरोध करना चाहिए. इतनी घटिया बातें बोलकर कोई ऐसे पल्ला नहीं झाड़ सकता.
अपने खिलाफ की गई इस टिप्पणी पर बोलते हुए रमा देवी ने कहा था कि आजम खान की लोकसभा सदस्यता खत्म की जानी चाहिए.
तृणमूल सांसद मिमी चक्रवर्ती ने कहा कि कोई भी संसद में खड़ा होकर कोई किसी महिला से ये नहीं बोल सकता कि मेरी आंखों में देखो और बात करो. मिमी ने भी इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी मांग की कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के बजाय सबको एक स्वर में पुरजोर विरोध करना चाहिए. रक्षा मंत्री का कहना है कि कोई भी महिला ऐसे गरिमापूर्ण पद पर बहुत मुश्किलों के बाद पहुँचती है. ऐसे में इस तरह की घटनाएं होना शर्मनाक है. उन्होंने आज़म खान का पक्ष लेने वाले सांसदों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस मामले में हिचकिचाहट और दोगलापन क्यों? सभी को इस का एक आवाज़ में विरोध करना चाहिए.
नुसरत जहां ने कहा था कि हम नये सांसद है हम सीख रहें हैं लेकिन जो कुछ हुआ वह सीखने लायक नहीं. यह हम सबके खिलाफ है. आपको इस पर कड़ा और उचित फैसला लेना चाहिए.
अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने कहा, ‘ जो हुआ उसको लेकर लोकतंत्र का मंदिर ही नहीं पूरा देश शर्मसार है. देश को यकीन नहीं हो रहा है कि उन्होंने कैसे लोगों को चुनकर भेजा है. उनके लोकसभा क्षेत्र के लोग भी शर्मिंदा होंगे के कैसे लोगों को उन्होंने चुना है. अनुप्रिया ने कहा कि रमा देवी सीनियर नेता है. उन्हें जब मैं देखती हूं तो उनमें मुझे मां दिखती हैं. वह मिलने पर मां जैसा स्नेह देती हैं. भविष्य में इसे रोकने के लिए कड़ी सी कड़ी कार्रवाई कीजिए.’
इस मुद्दे पर यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती ने भी ट्वीट कर आजम खान की टिप्पणी को अति निंदनीय बताते हुए सभी महिलाओं से माफी मांगने को कहा है.