नई दिल्ली : महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर हो रहे गतिरोध के बीच रविवार को भाजपा की तरफ से आए बयान से साफ हो गया कि राज्य में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद वो सरकार नहीं बनाएगी.
इसी बीच शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत ने नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से सोमवार को इस्तीफा दे दिया है.
ट्वीट कर उन्होंने कहा, ‘शिवसेना सत्य की तरफ खड़ी है. ऐसे माहौल में मुझे केंद्री सरकार में क्यों बना रहना चाहिए. मैं अपने मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं. मैं इसके लिए आज 11 बजे प्रेस कांफ्रेंस करूंगा.’
शिवसेनेची बाजू सत्याची आहे. अशा खोट्या वातावरणात दिल्लीतील सरकार मध्ये तरी का रहायचे?
आणि म्हणूनच मी केंद्रीय मंत्री पदाचा राजीनामा देत आहे. या संदर्भात आज सकाळी ११.०० वा. दिल्ली येथे मी पत्रकार परिषद (Press Conference) घेणार आहे.— Arvind Sawant (@AGSawant) November 11, 2019
2019 लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद सावंत मोदी मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे. शिवसेना की तरफ से वो अकेले नेता थे जो केंद्रीय सरकार में थे. सावंत के पास केंद्र सरकार में भारी उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी थी. राज्य में चल रहे मौजूदा राजनीतिक गतिरोध के बीच उन्होंने इस्तीफा दे दिया है.
कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने ट्वीट कर कहा, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन और कैसे सरकार बनाता है? लेकिन राज्य में अब राजनीतिक अस्थिरता नहीं चल सकती. फिर से चुनाव के लिए तैयार रहें. यह 2020 में हो सकते हैं. क्या हम शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ें?
No matter who forms govt and how ? But the political instability in Maharashtra can not be ruled out now. Get ready for early elections. It may take place in 2020.
Can we go to the elections with ShivSena as partner ?— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) November 11, 2019
बता दें कि रविवार को महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आए बयान में कहा गया था कि वो सरकार नहीं बनाएगी. देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में राज्यपाल से मिलकर भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने ये जानकारी उन्हें दी थी.
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा था कि राज्य में हम सरकार नहीं बना रहे हैं. उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने के बाद संवाददाताओं से यह बात कही थी. उन्होंने कहा, ‘राज्य की जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को जनादेश दिया है. अगर शिवसेना इसका असम्मान करते हुए कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाती है तो हमारी शुभकामनाएं उनके साथ है.’
बता दें कि भाजपा ने 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव में 105 सीटें जीती थीं जबकि 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 है. भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने 56 सीटें जीती थीं लेकिन दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है.
(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट्स के साथ)