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Saturday, 16 November, 2024
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दिल्ली : निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ शीला दीक्षित पंचतत्व में विलीन

कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम की 81 साल की उम्र हार्ट अटैक से निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली में लगातार 15 साल तक मुख्यमंत्री रहकर सबसे लंबे समय तक शासन किया.

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नई दिल्ली : दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के सबसे पुराने श्मशान घाट निगामबोध पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. दीक्षित को 81 साल की उम्र में हार्ट अटैक पड़ा था. उनकी शनिवार को दोपहर 3.55 बजे अस्पताल में मृत्यु हो गई थी. उन्होंने दिल्ली में लगातार 15 साल तक मुख्यमंत्री रहकर सबसे लंबे समय तक शासन किया.

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यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, कांग्रेस के नेता अहमद पटेल व अन्य | सूरज सिंह बिष्ट

उनकी आखिरी विदाई में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियका गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल रहे. भाजपा अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह भी भारी बारिश के बीच शीला दीक्षित का अंतिम दर्शन करने पहुंचे. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित अन्य नेता अंतिम संस्कार के समय उपस्थित थे.

दिल्ली सरकार ने उनके सम्मान में दो दिन के शोक की घोषणा की है.

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कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह श्रद्धांजलि देने पहुंचे | सूरज सिंह बिष्ट

अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की जगह सीएनजी का इस्तेमाल किया गया

उनकी इच्छा के अनुसार, कांग्रेस नेता के अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी या आग की जगह सीएनजी मेथड का इस्तेमाल किया गया. पार्टी मुख्यालय से निगंबोध घाट तक कांग्रेस के दिग्गज नेता की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए.

सोनिया गांधी ने कहा- बड़ी बहन और वह दोस्त

शीला के साथ आत्मीय संबंध का जिक्र करते हुए सोनिया गांधी ने कहा, ‘वह मेरे लिए बड़ा सपॉर्ट थीं. मेरे लिए वह बड़ी बहन और दोस्त जैसी थीं. यह कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत बड़ी नुकसान है. मैं और कांग्रेस कार्यकर्ता उन्हें हमेशा याद रखेंगे. कई चीजें राजनीति से ऊपर हैं और मुझे लगता है कि कई मायनों में वह महान नेता थीं. दिल्ली उन्हें कभी नहीं भूल पाएगी.’

बता दें कि गांधी परिवार के साथ शीला के रिश्ते हमेशा बहुत करीबी रहे. राजीव गांधी अपने कार्यकाल में शीला को कैबिनेट में मंत्री बनाया था तो सोनिया ने उन्हें दिल्ली की कमान सौंपी.

लालकृष्ण आडवाणी-सुषमा स्वराज ने भी श्रद्धांजलि दी

पूर्व सीएम शीला दीक्षित के अंतिम दर्शन के लिए आज उनके आवास पर बीजेपी के सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज पहुंचे. दोनों ही नेताओं ने फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. स्वराज ने कहा कि हम अलग दल में थे, बावजूद शीला जी मेरी अच्छी मित्र थीं.

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

श्रद्धांजलि देने के सिलसिला में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी. पीएम नरेंद्र मोदी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित के पार्थिव शरीर को नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके अलावा भी कई बड़ी हस्तियों ने पूर्व सीएम को विनम्र श्रद्धांजलि दी.

सैकड़ों लोगों ने कांग्रेस मुख्यालय में दी श्रद्धांजलि

दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता शीला दीक्षित को रविवार को सैकड़ों लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. उनका पार्थिव शरीर सुबह में उनके आवास से पार्टी मुख्यालय ले जाया गया. कांग्रेस के एक पदाधिकारी के अनुसार, दीक्षित की अंत्येष्टि निगमबोध घाट पर दोपहर बाद किया गया. उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए.

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित का निधन शनिवार की शाम दिल का दौरा पड़ने से हुआ. उनका पार्थिव शरीर शनिवार शाम से रविवार की सुबह तक दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित उनके आवास पर रखा गया था.

बदला दिल्ली का ढांचा और वाहनों में सीएनजी की व्यवस्था लेकर आईं

उन्होंने 1998 से 2013 के बीच लगातार तीन बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के बुनियादी ढांचे बढ़ाने सहित सड़कों और फ्लाईओवर व बेहतर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का श्रेय दिया गया था. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से निपटने के लिए वह वाहनों के लिए सीएनजी की व्यवस्था लेकर आईं.

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