नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्रिपरिषद में बुधवार की शाम को होने वाले फेरबदल व विस्तार से पहले कुछ मंत्रियों ने पद से इस्तीफा दे दिया, जिनमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन सहित केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष कुमार गंगवार, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबश्री चौधरी प्रमुख हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी. इसके अलावा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी इस्तीफा दे दिया है.
अपने इस्तीफे के बारे में सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा है. उन्होंने कहा कि ‘मंत्रिपरिषद के सदस्य के रूप में देश की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं.’ साथ ही यह भी लिखा कि ‘मैं खुश हूं कि भ्रष्टाचार के बिना किसी दाग के जा रहा हूं’
Babul Supriyo, MoS Environment, Forest & Climate Change resigns from the Council of Ministers ahead of Union Cabinet reshuffle. pic.twitter.com/GkV3v1E3I9
— ANI (@ANI) July 7, 2021
सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, रसायन एवं उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा, श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संतोष कुमार गंगवार, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबश्री चौधरी ने इस्तीफा दिया है .
एक सूत्र ने बताया कि रमेश पोखरियाल निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है. निशंक अप्रैल में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे. ठीक होने के बाद उन्हें जून में दोबारा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (एम्स) में भर्ती होना पड़ा था.
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री डी वी सदानंद गौड़ा ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है. गौड़ा, नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यियकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि एवं रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं.
वहीं, महाराष्ट्र के अकोला संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने भी मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है.
समझा जाता है कि प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे सभी नेता, शाम छह बजे राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में, मंत्री पद की शपथ लेंगे.
प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार करने वाले हैं.
मौजूदा मंत्रिपरिषद में कर्नाटक के राज्यपाल बनाए गए केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत सहित कुल 53 मंत्री हैं और नियमानुसार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सदस्यों की अधिकतम संख्या 81 हो सकती है.
इस बीच, आज सुबह मंत्री पद के संभावित चेहरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आधिकारिक आवास पर पहुंचे.
बता दें कि खबरों के मुताबिक ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि कैबिनेट फेरबदल में एससी एसटी सदस्यों की संख्या बढ़ सकती है. यह भी माना जा रहा है मोदी कैबिनेट में पांच ओबीसी नेता भी होंगे. साथ ही कैबिनेट में प्रोफेशनल्स के बढ़ाने की भी उम्मीद जताई जा रही है. इनमें वकील, डॉक्टर्स, इंजीनियर्स और सात सिविल सर्वेंट्स शामिल होंगे.
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