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Monday, 16 September, 2024
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सर्व खाप महापंचायत की फोगाट को भारत रत्न देने, अयोग्यता मामले की जांच SC के जज से कराने की मांग

हरियाणा की खाप पंचायतें पेरिस ओलंपिक से अयोग्य ठहराईं गईं पहलवान के लिए 'न्याय' चाहती हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी फोगाट को राज्यसभा में मनोनीत करने की मांग की है.

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गुरुग्राम: विनेश फोगाट के समर्थन में रविवार को सर्व खाप महापंचायत ने भारतीय पहलवान को पेरिस ओलंपिक में विवादास्पद तरीक से अयोग्य ठहराए जाने के कारण भारत रत्न देने की मांग की, जो कि भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है और इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से कराए जाने की भी मांग की.

इसके अलावा, हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने फोगाट को राज्यसभा में मनोनीत करने की वकालत की.

हरियाणा के चरखी दादरी में सांगवान खाप की अगुआई में और खाप के मुखिया और निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान की अध्यक्षता में सर्व खाप महापंचायत हुई. बैठक में सात प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें फोगाट को भारत रत्न दिए जाने की मांग भी शामिल है.

सर्व खाप ने फोगाट को गोल्ड मेडल से सम्मानित करने, रोहतक के नांदल भवन में उनका सम्मान करने और कुश्ती से संन्यास लेने के उनके फैसले को वापस लेने के लिए मनाने का भी फैसला किया है. बैठक में फैसला लिया गया कि जिला स्तर पर खाप पंचायतें प्रदर्शन करेंगी और अपनी मांगों को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगी.

फोगाट को न्याय दिलाने के लिए उत्तर भारत की खाप पंचायतें भी एकजुट होंगी और सरकार द्वारा उनकी मांगों को पूरा करने के लिए कदम उठाएंगी. बैठक में उनके मामले की सुप्रीम कोर्ट से जांच कराने और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की गई.

पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम वर्ग में भाग लेने वाली फोगाट को बुधवार को अयोग्य घोषित कर दिया गया, क्योंकि फाइनल से पहले उनका वजन मात्र 100 ग्राम अधिक था.

29-वर्षीय फोगाट से इवेंट नियमों के अनुसार, उनका रजत पदक भी छीन लिया गया. इसके तुरंत बाद, फोगाट, जो मंगलवार को ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला थीं, ने खेल से संन्यास की घोषणा कर दी. रजत पदक छीनने के फैसले के खिलाफ अपील में कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में फैसला लंबित है.

बैठक के बाद दिप्रिंट से बात करते हुए विधायक सांगवान ने कहा कि सतगामा खाप, फोगाट खाप, मलिक खाप और हुड्डा खाप के प्रतिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया. बैठक खेरी बुरा गांव के सांगू धाम में हुई, जिसकी अध्यक्षता सांगवान ने की थी.

सांगवान ने कहा, “खाप पंचायतों को इस बात पर कोई शक नहीं है कि विनेश फोगाट को तीन पहलवानों को हराने और फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के बाद गलत तरीके से अयोग्य ठहराया गया.”

उन्होंने आरोप लगाया, “उन्हें तत्कालीन भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह द्वारा यौन उत्पीड़न के खिलाफ देश की युवा महिला पहलवानों के लिए खड़े होने की सज़ा दी गई है, जिन्हें केंद्र में भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) सरकार का संरक्षण प्राप्त है. भाजपा ने तब से उनके बेटे को सांसद बना दिया है और उनके चुने हुए व्यक्ति संजय सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “चूंकि विनेश फोगाट चरखी दादरी के बलाली गांव की निवासी हैं, इसलिए महापंचायत ने यह सुनिश्चित करने का फैसला किया है कि उन्हें न्याय मिले.”

चरखी दादरी विधायक ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू किया जाएगा.

इस बीच, हरियाणा की महम चौबीसी सर्व खाप पंचायत ने रविवार को फोगाट को “चौबीसी रत्न” की उपाधि से सम्मानित करने का फैसला किया. यह समारोह महम के ऐतिहासिक चौबीसी चबूतरे पर आयोजित किया जाएगा. प्रधान सुभाष नंबरदार की अध्यक्षता में सर्व खाप पंचायत की बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया, जिन्होंने आरोप लगाया कि फोगट के खिलाफ साजिश रची गई है.

खाप पंचायत ने कहा कि फोगाट ने एक ऐसे पहलवान को हराया है जिसने लगातार 82 मैच जीते हैं — उसने विश्व की नंबर 1 और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता यूई सुसाकी को फाइनल में पहुंचने के लिए उसकी पहली हार दी. फोगाट ने रजत पदक हासिल करने के लिए लगातार तीन मैच भी जीते. केंद्र सरकार को ओलंपिक समिति के समक्ष फोगाट को रजत पदक और उससे जुड़े सभी लाभ देने की जोरदार वकालत करनी चाहिए.

पूर्व सीएम ने फोगाट के लिए राज्यसभा नामांकन की मांग की

दुष्यंत चौटाला ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहलवान को राज्यसभा का सदस्य नामित करने का आग्रह किया है.

एक्स पर एक पोस्ट में चौटाला ने लिखा, “राज्यसभा में चार मनोनीत सीटें अभी खाली हैं और राष्ट्रपति द्वारा जल्द ही सदस्यों को मनोनीत किए जाने की उम्मीद है. मैं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि भारत की बहादुर बेटी विनेश फोगाट को सचिन तेंदुलकर की तरह ही राज्यसभा में मनोनीत किया जाए, ताकि देश की संसद में युवाओं, महिलाओं और एथलीटों की मजबूत आवाज़ सुनी जा सके. विनेश फोगाट जैसी प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पहलवान को दलीय राजनीति और चुनावों से नहीं गुज़रना चाहिए. देश का मानना ​​है कि राज्यसभा में उनका मनोनयन ही वह सच्चा सम्मान है जिसकी वे हकदार हैं. विनेश 25 अगस्त तक नामांकन के लिए सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करेंगी.”

1994 में जन्मी फोगाट इस साल 25 अगस्त को 30 साल की हो जाएंगी, जो राज्यसभा सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु है.

दिप्रिंट से बात करते हुए चौटाला ने कहा कि पूरा देश उनकी अयोग्यता से दुखी है.

उन्होंने कहा, “पूरे देश की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए विनेश को राज्यसभा सदस्य नामित करके उनका हौसला बढ़ाया जाना चाहिए, जिससे एथलीटों और महिलाओं का सम्मान बढ़ेगा.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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