scorecardresearch
Friday, 21 March, 2025
होमराजनीति‘भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ाई’ बयान पर संभल कोर्ट ने राहुल गांधी को भेजा नोटिस

‘भारतीय राज्य के खिलाफ लड़ाई’ बयान पर संभल कोर्ट ने राहुल गांधी को भेजा नोटिस

इससे पहले 15 जनवरी को पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सिर्फ भाजपा से नहीं बल्कि भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं.

Text Size:

संभल: संभल के जिला जज कोर्ट ने गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ दायर शिकायत के संबंध में जवाब देने या 4 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा है.

शिकायत में उन्होंने कहा था कि “हमारी लड़ाई भाजपा या आरएसएस से नहीं, बल्कि भारतीय राज्य से है.”

गुरुवार को अधिवक्ता सचिन गोयल ने कहा कि अदालत ने शिकायत स्वीकार कर ली है और गांधी को नोटिस जारी करते हुए उन्हें 4 अप्रैल को अदालत में पेश होने या जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है.

अधिवक्ता गोयल ने कहा,”लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 15 जनवरी 2025 को बयान दिया था कि ‘हम अब भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं.’ सिमरन गुप्ता ने राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट में मामला दायर किया था. सीजेएम ने अधिकार क्षेत्र के आधार पर इसे खारिज कर दिया था.”

उन्होंने कहा, “हमने उस आदेश के खिलाफ एक पुनरीक्षण याचिका दायर की और संभल के जिला जज कोर्ट ने राहुल गांधी को 4 अप्रैल को अदालत में पेश होने के लिए समन जारी किया.”

इससे पहले 15 जनवरी को पार्टी के नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल सिर्फ भाजपा से नहीं बल्कि भारतीय राज्य से लड़ रहे हैं.

उन्होंने कहा, “आरएसएस की विचारधारा की तरह हमारी विचारधारा भी हजारों साल पुरानी है और यह हजारों सालों से आरएसएस की विचारधारा से लड़ रही है. ऐसा मत सोचिए कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं. इसमें कोई निष्पक्षता नहीं है. अगर आप मानते हैं कि हम भाजपा या आरएसएस नामक राजनीतिक संगठन से लड़ रहे हैं, तो आप समझ नहीं पाए हैं कि क्या हो रहा है. भाजपा और आरएसएस ने हमारे देश की हर संस्था पर कब्जा कर लिया है. अब हम भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं.”

“हमें नहीं पता कि हमारी संस्थाएं काम कर रही हैं या नहीं. यह बिल्कुल स्पष्ट है कि मीडिया क्या कर रहा है. यहां तक कि लोग भी जानते हैं कि मीडिया अब स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं रहा,” उन्होंने कहा.


यह भी पढ़ें: ‘हत्या का मकसद नहीं हुआ साबित’ — 6 मर्डर मामलों में फांसी की सज़ा पाने वाला व्यक्ति सुप्रीम कोर्ट से बरी


 

share & View comments