scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमराजनीति'नियम पूरी तरह ध्वस्त हो गए', विशेषाधिकार के उल्लंघन को लेकर मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष से की शिकायत

‘नियम पूरी तरह ध्वस्त हो गए’, विशेषाधिकार के उल्लंघन को लेकर मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष से की शिकायत

महुआ मोइत्रा ने कहा कि लोकसभा की सभी प्रक्रिया और नियम पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं. आपके द्वारा मेरी पिछली शिकायतों पर प्रतिक्रिया न मिलना भी दुर्भाग्यपूर्ण है.

Text Size:

नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर दावा किया कि एक निजी समाचार चैनल ने उनसे जुड़े मामले पर संसदीय समिति की गोपनीय मसौदा रिपोर्ट हासिल की है जो “विशेषाधिकार का घोर उल्लंघन” है.

मोइत्रा ने ‘एक्स’ पर इस पत्र की एक कॉपी शेयर करते हुए पोस्ट किया, “माननीय लोकसभा अध्यक्ष को लिखे मेरे पिछले पत्र का कोई जवाब नहीं मिला है, लेकिन फिर भी मैं इसे रिकॉर्ड पर रख रही हूं.”

उन्होंने कहा, “लोकसभा की सभी प्रक्रिया और नियम पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं. आपकी निष्क्रियता और मेरी पिछली शिकायतों पर प्रतिक्रिया की कमी भी दुर्भाग्यपूर्ण है.”

मोइत्रा का कहना था, ‘‘हालांकि, रिकॉर्ड के तौर पर मैं इस गंभीर उल्लंघन को आपके तत्काल ध्यान में लाना चाहती हूं.’’

पता चला है कि मोइत्रा के खिलाफ लगे ‘रिश्वत लेकर प्रश्न पूछने’ संबंधी आरोपों की जांच कर रही लोकसभा की आचार समिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर ‘अनैतिक आचरण’ का असर पड़ने के आधार पर अपनी मसौदा रिपोर्ट में उन्हें संसद के निचले सदन से निष्कासित करने की सिफारिश की है.

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों की जांच कर रही लोकसभा आचार समिति की बैठक आज बाद में होगी.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति अपनी मसौदा रिपोर्ट को स्वीकारने के लिए बैठक कर रही है. बैठक में विपक्षी सदस्यों द्वारा रिपोर्ट की सिफारिशों का पुरजोर विरोध किए जाने की संभावना है.

उन्होंने अपने पत्र में आगे कहा कि यह पूरी तरह से लोकसभा के नियमों का उल्लंघन है.

इस बीच, एथिक्स कमेटी की बैठक से पहले पार्टी नेता महुआ मोइत्रा के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने उन रिपोर्टों पर सवाल उठाया कि महुआ को संसद से निलंबित कर दिया जाएगा.

अभिषेक बनर्जी ने कहा, “बस ध्यान दें कि कल आचार समिति के वर्तमान अध्यक्ष ने निष्कासन की सिफारिश की थी. जब आपके पास कोई सबूत नहीं है तो आप निष्कासन की सिफारिश कैसे कर सकते हैं.”

जब सोनकर से महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की संभावना के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “समिति इस पर फैसला करेगी. सभी तथ्यों की जांच करने के बाद वह अपनी रिपोर्ट स्पीकर को भेजेगी.”


यह भी पढ़ें: ‘वस्त्रहरण, अनैतिक व्यवहार’, किए निजी प्रश्न तो गुस्सा हुईं महुआ मोइत्रा- लोकसभा स्पीकर को लिखा ओपन लेटर


 

share & View comments