नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोकसभा चुनाव 12 मई को होने हैं. सात लोकसभा सीटों वाली दिल्ली में सातों की सातों सीटें भाजपा के कब्जे में लाने के लिए पार्टी नई रणनीति के साथ काम कर रही है और यहां उसकी मदद के लिए आरएसएस भी मैदान में उतर आई है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा पीएम नरेंद्र मोदी और अध्यक्ष अमित शाह की रैली कर दिल्ली के मतदाताओं को रिझाने में लगी है. दिल्ली की सातों सीटें जीतने के लिए संघ अपने कार्यकर्ताओं के साथ काम कर रहा है. इनमें सबसे ज्यादा जोर नए प्रत्याशियों को विजयी हासिल करवाने के लिए है. इन क्षेत्रों में काम करने के लिए दूसरे राज्यों से भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता दिल्ली आए हैं. इन सभी के अलावा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, स्वदेशी जागरण मंच और विश्व हिंदू परिषद् के कार्यकर्ता भी चुनाव जीतने के लिए दिल्ली की सड़कों पर उतर आए हैं.
दिल्ली के सभी लोकसभा सीटों को लेकर संघ एक विस्तृत कार्य योजना के तहत काम कर रहा है. यह काम पूरी तरह से भाजपा संगठन महामंत्री के देखरेख में किया जा रहा है. इसी के चलते हर लोकसभा क्षेत्र में एक विभाग स्तर का पदाधिकारी भी तैनात किया गया है. जो चुनाव-प्रचार और उसकी रुपरेखा तय करने का काम संभाल रहा है. इसके अलावा जिला स्तर पर जिला प्रभारी और उप प्रभारी की नियुक्ति भी की गई है. इनके बाद वार्ड स्तर पर वार्ड समन्वयक और बूथ लेवल पर एक जनसंपर्क टोली बनाई गई है. जो मोदी सरकार की उपलब्धियां लोगों के घर तक पहुंचाने का काम करेंगी. इन टोली में विशेष तौरपर प्रोफेशनल्स, डॉक्टर के अलावा महिला और युवाओं को खासी तरजीह दी गई है.
गंभीर और हंसराज के लिए ज्यादा मेहनत
भाजपा ने पूर्वी दिल्ली से क्रिकेटर गौतम गंभीर को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं उत्तर पश्चिम सीट पर गायक हंसराज हंस को मैदान में उतारा है. दोनों ही लोग पार्टी में नए है. दिल्ली में रहने वाले गंभीर पहली बार राजनीति में कदम रख रहे हैं तो हंसराज हंस के लिए भी दिल्ली नई है. दोनों ही चेहरे पहचान के मोहताज नहीं है, लेकिन इनके पास अपने कार्यकर्ताओं की कमी है. इन दोनों के लिए संघ और अन्य संगठन के कार्यकर्ता मैदान में जुटे हुए हैं.
दिल्ली प्रांत के प्रचार प्रमुख राजीव तुली ने दिप्रिंट हिंदी को बताया कि संघ पूरे देश में 100 प्रतिशत मतदान हों इस दिशा में काम कर रहा है. हम लोगों को जागरुक कर रहे हैं कि चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दों को ध्यान में रखकर ही मतदान करें. छोटे छोटे प्रलोभन में न फंसे.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी- शाह की रैलियां दिल्ली में बढ़ाएंगी सियासी पारा
गौरतलब है कि ग्वालियर में संपन्न हुई संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक में लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भी चर्चा हुई थी. इसमें सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए संघ ने कहा था कि लोगों को मतदान के प्रति जागरुक करें. जिन क्षेत्रों में मतदान होने हैं उन इलाकों में घर-घर जाकर लोगों को पत्र बांटे यही नहीं इस दौरान किसी पार्टी का नाम नही लेने की बात कही गई है. मतदाताओं को राष्ट्रीय कर्तव्यों का बोध कराएं.
इन दिग्गजों का है एक दूसरे से सामना
भारतीय जनता पार्टी ने चांदनी चौक से केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, कांग्रेस से जे.पी.अग्रवाल और आप से पंकज गुप्ता मैदान में हैं. वहीं उत्तर पूर्व दिल्ली से भाजपा के मनोज तिवारी, आप के दिलीप पांडे और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित से मुकाबला है. पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश सिंह वर्मा के सामने आप के उम्मीदवार बलबीर सिंह जाखड़ और कांग्रेस के महाबल मिश्रा मैदान में हैं.
पूर्वी दिल्ली से भाजपा के टिकट पर गौतम गंभीर, आप से आतिशी और कांग्रेस अरविंदर सिंह लवली के बची कड़ा मुकाबला है. नई दिल्ली लोकसभा सीट से मिनाक्षी लेखी, आप के ब्रजेश गोयल और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन के बीच टक्कर है.
उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट से भाजपा ने हंसराज हंस पर दांव खेला है. उनके सामने आप के गुग्गन सिंह जो 2017 में भाजपा से आप में शामिल हुए हैं. वहीं कांग्रेस के राजेश लिलोठिया उन्हें चुनौती देंगे. दक्षिणी दिल्ली सीट से भाजपा ने रमेश बिधूड़ी को अपना प्रत्याशी बनाया है. उनके सामने आप के राघव चड्ढा और कांग्रेस के विजेंद्र सिंह उम्मीदवार हैं.
दिल्ली में छठे चरण के तहत 12 मई को मतदान होगा. 2014 के चुनाव यहां सभी सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की थी.