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Friday, 22 November, 2024
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विपक्षी नेताओं पर ED की कार्रवाई से भड़के तेजस्वी, कहा- ‘अटल-आडवाणी के समय के शिष्टाचार को भूल चुकी है सरकार

राजद नेता ने यह भी आरोप लगाया कि एजेंसियां अपने राजनीतिक आकाओं की ‘गुलाम’ बन गई हैं, बड़ी मछलियों को पकड़ने में नाकाम रही हैं.

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नई दिल्ली:बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने विपक्षी नेताओं पर ईडी की कार्रवाई से भड़के हुए है. उन्होंने भारतीय जानता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों को ‘गुलाम’ बनाने का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें राजनीतिक विरोधियों को डराने-धमकाने का काम सौंपा गया है.

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मौजूदा केंद्र सरकार पर अटल-आडवाणी युग की ‘शिष्टाचार’ वाली विशेषता को समाप्त करने का भी आरोप लगाते हुए इस सप्ताह के अंत में केंद्र की नीतियों के विरोध में विरोध मार्च की घोषणा की.

उन्होंने कहा कि विपक्षी महागठबंधन के सभी घटक दल सात अगस्त को विरोध मार्च में भाग लेंगे जो बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर निकाला जाएगा.

तेजस्वी ने आरोप लगाया, ‘केंद्र की सरकार महंगाई और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने और अपने किसी भी वादे को पूरा करने में विफल रही है. आम जनता भुगत रही है. हम उनकी आवाज बनना चाहते हैं.’

तेजस्वी के परिवार और करीबी सहयोगी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज किए गए कई मामलों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इन एजेंसियों को पेशेवर तरीके से जांच करने की अनुमति नहीं दी जा रही है और राजनीतिक प्रतिशोध का एजेंडा चलाने वाले अधिकारियों को पदोन्नति देकर सम्मानित किया जा रहा है.

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा खुलेआम अपने विरोधियों को खरीदने की कोशिश कर रही है और अगर चाल विफल हो जाती है तो वह ‘बांह मरोड़ने’ का सहारा लेती है.

राजद नेता ने यह भी आरोप लगाया कि एजेंसियां अपने राजनीतिक आकाओं की ‘गुलाम’ बन गई हैं, बड़ी मछलियों को पकड़ने में नाकाम रही हैं. उन्होंने पूछा कि वे नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या को क्यों नहीं पकड़ पा रहे हैं, वे तो ललित मोदी को भी नहीं पकड़ सके जिन तक सुष्मिता सेन पहुंच गयी हैं.

पश्चिम बंगाल के बर्खास्त मंत्री पार्थ चटर्जी के परिसर में की गयी तलाशी अभियान का जिक्र करते हुए तेजस्वी ने पूछा, ‘अगर छापे के दौरान दसियों करोड़ नकद बरामद किए जा रहे हैं तो क्या यह साबित नहीं होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए नोटबंदी का दावा करके लोगों को धोखा दिया था.’

राजद नेता ने हर घर तिरंगा अभियान का भी कटाक्ष करते हुए कहा, ‘भाजपा को लोगों को बताना चाहिए कि उसके मूल संगठन आरएसएस ने कुछ दशक पहले तक नागपुर में अपने मुख्यालय में यह झंडा नहीं फहराया था. तिरंगा हर नागरिक के दिल में बसता है. लोग नौटंकी से प्रभावित नहीं होंगे.’


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