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Wednesday, 20 November, 2024
होमदेशअखिलेश के चुनाव लड़ने के न्यौते पर बोले राकेश टिकैत- 'हम गैर-राजनीतिक थे, गैर-राजनीतिक रहेंगे'

अखिलेश के चुनाव लड़ने के न्यौते पर बोले राकेश टिकैत- ‘हम गैर-राजनीतिक थे, गैर-राजनीतिक रहेंगे’

अखिलेश ने कहा कि बीजेपी जब हारने लगती है तो वह धर्म को मुद्दा बनाती है, लाल रंग खतरे की घंटी है, उसे इससे सावधान हो जाना चाहिए.

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नई दिल्ली: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी के जौनपुर में अपनी विजय रथ यात्रा के दौरान एक चैनल से बात करते हुए जहां उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा, वहीं किसान नेता राकेश टिकैत को चुनाव लड़ने का न्यौता दिया है, लेकिन राकेश टिकैत ने राजनीति में आने से इनकार कर दिया है.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने राकेश टिकैत की ओर से दिप्रिंट कहा कि, ‘हमें अभी इसकी जानकारी नहीं है. अगर किसी ने उन्हें चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है तो वह उनका धन्यवाद कहते हैं. लेकिन हम पहले से ही गैरराजनीतिक हैं और गैरराजनीतिक रहेंगे, हमें चुनाव नहीं लड़ना.’

मलिक ने टिकैत के हवाले से कहा, ‘अखिलेश ने जो कहा है, वह अच्छी बात है, हम उनका धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने कम से कम किसान की सोच को सक्रिय राजनीति में आने की बात कही.’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘देश में राजनीतिक लोग बहुत पैदा हो सकते हैं, आंदोलनकारी बहुत तपस्या के बाद बनते हैं, हम पूर्णतया गैरराजनीतिक स्वरूप में रहेंगे.’

भाजपा पर बोला हमला

अखिलेश यादव ने एक चैनल से बात करते हुए कहा कि ‘मैं टिकैत के संपर्क में रहता हूं. अगर टिकैत पार्टी में आते हैं तो उनका स्वागत है.’

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को ‘योगी नहीं, योग्य सरकार’ चाहिए. चुनाव पास आते ही हमारी आधी आ रही है. बुल्डोजर सरकार जाएगी.’

पूर्व मुख्यमंत्री ने योगी सरकार को चुनौती दी कि ‘देखता हूं लखीमपुर में बुल्डोजर कब चलेगा. डबल इंजन की सरकार ने निराश किया है. इस बार हमारी सरकार बनेगी. मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ को बर्खास्त करना चाहिए.’

लाल टोपी पर पीएम मोदी के सवाल उठाने लेकर उन्होंने कहा, ‘लाल रंग से बीजेपी को सावधान हो जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि लाल रंग भावनाओं का रंग है. हम सब जानते हैं कि दुर्गा मां को लाल रंग की चुनरी पहनाई जाती है. सिंदूर का रंग लाल है. जेपी जिन्होंने संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था वह भी लाल रंग टोपी पहनते थे.’

उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी के लिए लाल रंग खतरे की घंटी है, क्योंकि बीजेपी ने जनता को धोखा दिया है.

इस सवाल पर कि मोदी का नाम लेने से आप बचते हैं तो अखिलेश ने कहा कि, ‘2022 का चुनाव यूपी के भाग्य के लिए है. दिल्ली का चुनाव 2024 में होना है. पहले यूपी की जनता भारतीय जनता पार्टी को यहां सबक सिखाना चाहती है. क्योंकि यह उत्तर प्रदेश के लिए चुनाव है. यहां के लोग जानते हैं कि कब, किसको वोट देना है.’

अखिलेश ने कहा कि बीजेपी जब हारने लगती है तो वह धर्म को मुद्दा बनाती है.

‘झूठ का फूल मुरझा गया’

वहीं एक दिन पहले अखिलेश ने ट्वीट किया कि, ‘जौनपुर में दिन से शुरू होकर आधी रात को सम्पन्न हुई ‘समाजवादी विजय यात्रा’ के पहले दिन पग-पग पर मिला ऐतिहासिक समर्थन देखकर ‘झूठ का फूल’ सच में मुरझा गया है, उसकी नक़ली ख़ुशबू और रंग उड़ गये हैं. जनता बाइस में बदलाव के लिए वोट डालेगी! जौनपुर को धन्यवाद!’

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