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Wednesday, 20 November, 2024
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‘अमेठी से चुनाव लड़ने का फैसला राहुल और पार्टी का’ – स्मृति ईरानी की चुनौती पर कांग्रेस का पलटवार

कांग्रेस के जयराम रमेश ने मंगलवार को कहा कि अमेठी के लोगों को एहसास हुआ है कि उन्होंने 2019 में गलती की, जब गांधी तीन बार सीट जीतने के बाद भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए.

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नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने की संभावना का संकेत दिया और कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र के लोग उन्हें वापस चाहते हैं. हालांकि, पार्टी ने एक चेतावनी देते हुए कहा कि गांधी अमेठी से तभी चुनाव लड़ेंगे जब वह चाहेंगे और अगर पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) उस फैसले को स्वीकार करेगी.

जारी “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” के मौके पर, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश से गुजर रही है, कांग्रेस संचार प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि अमेठी के लोगों को एहसास हुआ है कि उन्होंने 2019 में गलती की है – जब उन्होंने गांधी के बजाय लोकसभा चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी को चुना, जिन्होंने पिछले तीन चुनावों में सीट जीती थी. गांधी उनसे 55,000 वोटों से हार गए. हालांकि, उन्होंने दूसरी सीट, केरल की वायनाड से जीत हासिल की.

रमेश ने कहा, “अगर राहुल गांधी यहां (अमेठी) से चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं और सीईसी प्रस्ताव स्वीकार कर लेता है, तो वे ज़रूर चुनाव लड़ेंगे. मैंने बहुत सारे लोगों से बात की. लोग कह रहे हैं कि उन्होंने 2019 में गलती की और अगर इस बार चुनाव लड़ा गया तो राहुल भैया जीतेंगे.”

उनकी यह टिप्पणी अमेठी की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को इंडिया ब्लॉक सहयोगी समाजवादी पार्टी की मदद के बिना अमेठी से चुनाव लड़ने की चुनौती देने के बाद आई है.

ईरानी और गांधी दोनों सोमवार को अमेठी में थे. ईरानी अपने निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर थीं जबकि राहुल “भारत जोड़ो न्याय यात्रा” का नेतृत्व कर रहे थे.

ईरानी की चुनौती पर प्रतिक्रिया देते हुए रमेश ने कहा, “चुनौती देना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है…हम किसी भी चुनौती से भाग नहीं रहे हैं. वे हमारी आवाज़ नहीं दबा सकते.”

इस बीच, दिप्रिंट को जानकारी मिली है कि कांग्रेस की अमेठी इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को यात्रा के समापन के बाद गांधी से मिलने वाला है.

राज्य के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, “फिलहाल, केंद्रीय नेतृत्व की ओर से इस बारे में कोई संकेत नहीं मिला है कि राहुल अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं, लेकिन एक प्रतिनिधिमंडल आज राहुल जी से मिलेगा. वे राहुल को इस सीट से दोबारा लड़ने का प्रस्ताव दे सकते हैं.” उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से इतने लोगों को इकट्ठा करने की कोई योजना नहीं होने के बावजूद, यात्रा को अमेठी में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली.

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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