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Saturday, 21 December, 2024
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राहुल का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- हम देश में लोकतंत्र की मौत का गवाह बन रहे

राहुल गांधी ने कहा, 'आज भारत में कोई भी संस्थान स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं है. हम सिर्फ एक राजनीतिक दल के लिए नहीं लड़ रहे हैं, हम भारत के पूरे इन्फ्रस्ट्रक्चर को लेकर लड़ रहे हैं.'

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नई दिल्ली: कांग्रेस द्वारा महंगाई और जीएसटी समेत अन्य मुद्दों पर केंद्र सरकार के खिलाफ हमले तेज करने के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर निर्मला सीतारमण पर तीखा हमला बोला. इसके अलावा उन्होंने मोदी सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया.

पार्टी के मुख्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गांधी ने कहा कि वह नहीं समझते कि केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को कि ‘देश में क्या हो रहा है इसकी कोई समझ है.’

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने आज यहां अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में महंगाई, आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी में वृद्धि और बेरोजगारी के खिलाफ एक नियोजित राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत एकत्र हुए.

संसद के बाहर धरने में सांसदों के साथ शामिल होने से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि वह (निर्मला सीतारमण) जिस मैक्रोइकॉनॉमिक फंडामेंटल के बारे में बात कर रही हैं, वह कुछ और है. मुझे नहीं लगता कि वित्तमंत्री को भारत की अर्थव्यवस्था में क्या चल रहा है, इसकी कोई समझ है. वह एक माउथपीस बनकर रह गई हैं.’

वायनाड से लोकसभा सांसद ने सरकारी मशीनरी को ‘नियंत्रण में’ रखने के लिए केंद्र पर भी निशाना साधा.

राहुल गांधी ने कहा, ‘आज भारत में कोई भी संस्थान स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं है. हम सिर्फ एक राजनीतिक दल के लिए नहीं लड़ रहे हैं, हम भारत के पूरे बुनियादी ढांचे को लेकर लड़ रहे हैं.’

उन्होंने कहा, ‘जब हमारी (केंद्र में) सरकार थी, संस्थाएं निष्पक्ष थीं. हमने किसी संस्था को नियंत्रित नहीं किया था. उस समय, केवल राजनीतिक दलों के बीच लड़ाई होती थी.’

उन्होंने आगे कहा, ‘वर्तमान में पूरा आर्थिक इन्फ्रास्ट्रक्चर उनके साथ है. अगर कोई किसी दूसरी पार्टी का समर्थन करता है तो उसके खिलाफ ईडी, सीबीआई को लगा दिया जाता है.’

गांधी ने पीएम मोदी की तुलना हिटलर से भी की. ‘हिटलर ने भी चुनाव जीता था, वह भी चुनाव जीतने में लगा हुआ था. वह इसका इस्तेमाल कैसे करता था? जर्मनी के सभी संस्थानों पर उसका नियंत्रण था … राहुल गांधी ने कहा, ‘मुझे पूरी व्यवस्था दो, फिर मैं आपको दिखाऊंगा कि चुनाव कैसे जीते जाते हैं.’

उन्होंने आगे कहा, ‘हम लोकतंत्र की मौत के साक्षी बन रहे हैं. एक सदी शुरुआत से पहले भारत ने ईंट से ईंट क्या बनाया है, यह आपकी आंखों के सामने नष्ट किया जा रहा है. जो कोई भी तानाशाही की शुरुआत के इस विचार के खिलाफ खड़ा होता है, उस पर शातिर हमला किया जाता है, जेल में डाला जाता है, गिरफ्तार किया जाता है और पीटा जाता है.’

कांग्रेस पार्टी के नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य ने शुक्रवार को काले रंग के कपड़े पहनने का फैसला किया.

कीमतों में उछाल और महंगाई जैसे मुद्दों पर केंद्र के रुख को लेकर राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि भारत लोकतंत्र की मौत का गवाह बन रहा है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘लोकतंत्र की मौत के बारे में आप कैसा महसूस करते हैं? 70 साल में बने इस देश को 8 साल में नष्ट कर दिया गया. आज भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है!’

राज्यसभा में विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे ने आज मोदी सरकार की ‘अलोकतांत्रिक और तानाशाही कार्रवाइयों’ का मुकाबला करने के लिए पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप देने और कारगर बनाने के लिए कांग्रेस संसदीय दल की बैठक बुलाई.

खड़गे ने ट्वीट किया, ‘इस फासीवादी शासन तक विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि वह अपने स्वयं के गलत कामों के परिणामों को महसूस नहीं करता.’ उन्हें काले रंग का कुर्ता और पगड़ी पहने भी देखा गया.

मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, शिवसेना सांसद संजय राउत और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि उन्हें डीसीपी का एक पत्र मिला था कि वे 5 अगस्त को विरोध-प्रदर्शन नहीं कर सकते और एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस) को पुलिस छावनी में बदल दिया गया. उन्होंने कहा, ‘सरकार चाहे जितना हमें दबा सकती है, लेकिन हम महंगाई, बेरोजगारी, खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी का विरोध करेंगे और जेल जाने पर भी अपने कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे.’


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