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Wednesday, 23 July, 2025
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राहुल बोले- देश आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा है और पीएम अर्थव्यवस्था को लेकर हैं बेखबर

राहुल ने कहा ‘प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत क्यों हुई है. उनके पास इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए क्या नीति है.’

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नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शेयर बाजार में भारी गिरावट को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर देश की अर्थव्यवस्था को नष्ट करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही राहुल ने कहा कि अर्थव्यवस्था की स्थिति पर प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए.

गांधी ने यह भी दावा किया कि भारत एक देश के तौर पर संकट की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री अर्थव्यवस्था को लेकर बेखबर हैं.

उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘हमने देखा कि शेयर बाजार में क्या हुआ है. लाखों लोगों का नुकसान हुआ है. अर्थव्यवस्था की हालत सब देख रहे हैं.’

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘ मोदी जी और उनकी विचारधारा ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया. उनके मुंह से अर्थव्यवस्था के बारे में एक शब्द नहीं निकल रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को तो अर्थव्यवस्था की समझ ही नहीं है.’

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत क्यों हुई है. उनके पास इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए क्या नीति है.’

कोरोना वायरस का उल्लेख करते हुए गांधी ने कहा, ‘कोरोना वायरस का अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर हो रहा है. प्रधानमंत्री सो रहे हैं. अर्थव्यवस्था को लेकर पहले ही बहुत देर हो चुकी है, नुकसान को कम करने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘ युवाओं को प्रधानमंत्री से सवाल पूछना है कि उन्होंने रोजगार के लिए क्या किया है. यह नुकसान आपको होगा.’

 भाजपा में सम्मान नहीं मिलेगा सिंधिया को

कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुप्पी तोड़ दी है. राहुल ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने राजनीतिक भविष्य का डर लगा और वह आरएसएस एवं भाजपा के साथ चले गए.’

गांधी ने यह दावा भी किया कि सिंधिया को भाजपा में वो सम्मान नहीं मिलेगा जो कांग्रेस में मिल रहा था और इसका अंदाजा उन्हें हो जाएगा.

उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘सिंधिया जी को बहुत अच्छी तरह जानता हूं. उनकी विचारधारा को जानता हूं. वह मेरे साथ कॉलेज में थे. उन्हें अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर डर लगा. उन्होंने अपनी विचारधारा को जेब में डाल दिया और आरएएसएस के साथ चले गए.’

राहुल आगे ने कहा, ‘वास्तविकता है कि उन्हें वहां सम्मान नहीं मिलेगा. वह समझ जाएंगे. उनके दिल में जो है और मुंह से जो निकल रहा है, वो अलग अलग चीज है.’

गौरतलब है कि सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने के बाद गांधी ने पहली बार खुलकर प्रतिक्रया व्यक्त की है. सिंधिया उनके करीबियों में गिने जाते थे. राज्यसभा उम्मीदवारों के चयन के बारे में पूछे जाने पर कि वह अपनी मुख्य टीम के सदस्यों को राज्यसभा में क्यों नहीं भेज रहे हैं. इस सवाल के जवाब में गांधी ने कहा, ‘मैं कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं. मैं राज्यसभा के उम्मीदवारों पर फैसला नहीं कर रहा हूं.’

‘मैं देश के युवाओं को अर्थव्यवस्था के बारे में बता रहा हूं. मेरी टीम में कौन है, मेरी टीम में कौन नहीं है, इसका कोई मतलब भी नहीं है.’

राहुल ने कहा कि मैं विपक्ष का नेता हूं, ‘मैं भारत के लोगों का ध्यान एक बहुत ही गंभीर समस्या पर लाने की कोशिश कर रहा हूं. आज केंद्रीय समस्या यह है कि हमारी सबसे बड़ी ताकत जो हमारी अर्थव्यवस्था थी अब एक बहुत बड़ी कमजोरी बन गई है.’

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

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