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Thursday, 19 December, 2024
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राहुल गांधी ‘कायर न होने का दिखावा कर रहे’, स्मृति ईरानी ने SC में उनकी पहले की माफी की याद दिलाई

ईरानी ने यह बात राहुल गांधी को डिस्क्वालीफाई किए जाने पर उनके उस बयान के बाद कही है, जिसमें उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था, 'मेरा नाम सावरकर नहीं, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते.'

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नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को राहुल गांधी के खुद को कायर न कहने को लेकर नया हमला बोला. बीजेपी ने इसे नाटक बताया और सुप्रीम कोर्ट में मांगी गई उनकी पहले की माफी जिक्र किया.

यह राजनीतिक विवाद सूरत कोर्ट द्वारा मोदी सरनेम पर टिप्पणी को लेकर मानहानि मामले में लोकसभा से वायनाड के सांसद की संसद सदस्यता खत्म किए जाने के बाद सामने आया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ओबीसी समुदाय का ‘अपमान’ करने के लिए दोषी ठहराए गए हैं.

ईरानी का यह बयान राहुल गांधी को डिस्क्वालीफाई किए जाने पर उनके उस बयान के बाद सामने आया हैं. उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था, ‘मेरा नाम सावरकर नहीं, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते.’

बीजेपी राहुल गांधी से मोदी सरनेम पर टिप्पणी के लिए माफी की मांग करती रही है जिसके लिए उन्हें पिछले सप्ताह दोषी ठहराया गया है.

स्मृति ईरानी ने कहा, ‘उन्होंने (राहुल गांधी) संसद में पीएम मोदी को गाली दी थी और आरोप लगाया था, लेकिन अपने खुद के बयान को अपने हस्ताक्षर से प्रमाणित नहीं कर सके थे. ये वही शख्स हैं जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगी और आज कायर न होने का दिखावा कर रहे हैं. राहुल गांधी को कोर्ट द्वारा सजा न केवल किसी एक शख्स को, बल्कि पूरे ओबीसी समुदाय को गाली देने को लेकर हुई है, इस देश का हर नागरिक इसे जानता है.’

राहुल गांधी ने 2019 में प्रधानमंत्री मोदी पर ‘चौकीदार चोर’ है का तंज कसने को लेकर बिना शर्त माफी मांगी थी.

आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्मृति ईरानी ने कहा, ‘राहुल गांधी ने पीएम मोदी का अपमान करने की कोशिश में पूरे ओबीसी समाज का अपमान किया है. यह पहली बार नहीं है जब गांधी परिवार ने दलित और पिछड़े समुदाय के लोगों का अपमान करने की कोशिश की है. राहुल गांधी देश में ओबीसी समुदाय से माफी मांगने की विनम्रता नहीं दिखा सकते, यह केवल एक और राजनीतिक घमंड को दिखाता है, जिसके लिए गांधी परिवार जाना जाता है.’

मंत्री ने कहा, ‘जब आदिवासी परिवार की एक महिला राष्ट्रपति बनीं तो गांधी परिवार के निर्देश पर कांग्रेस के एक सदस्य द्वारा उनका अपमान किया गया.’

ईरानी ने राहुल गांधी के पूर्व के एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा कि वह प्रधानमंत्री मोदी की छवि बिगाड़ने का उन्होंने संकल्प लिया था, लेकिन वह सफल नहीं हुए.

उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने एक मैगजीन को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मोदी जी की ताकत उनकी छवि है और वह उस छवि को नष्ट कर देंगे. उन्होंने कहा था कि जब तक मोदी की छवि नष्ट नहीं कर देते तब तक वह उन पर हमला जारी रखेंगे. गांधी परिवार जब सत्ता में था तब पीएम मोदी की छवि धूमिल करने की कोशिश की थी लेकिन वे बुरी तरह नाकाम हुए थे. राहुल गांधी का एक पत्रिका के संपादक से मोदी की छवि खराब करने का वादा एक ऐसा वादा है जो अधूरा रहेगा क्योंकि भारत के लोग पीएम मोदी की सबसे बड़ी ताकत हैं.’

जब उनसे लोकसभा की हाउसिंग कमेटी द्वारा राहुल को उन्हें सरकारी बंग्ला खाली करने के नोटिस के बारे में पूछा गया तो ईरानी ने कहा, ‘यह बंग्ला उनका नहीं है, यह देश के आम लोगों का है.’

केंद्रीय मंत्री ने इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास द्वारा उन पर ‘गूंगी-बहरी’ टिप्पणी करने को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस की निंदा की. ‘शब्द राहुल गांधी के हैं, संस्कार सोनिया गांधी का है, बस जुबान युवा कांग्रेस की है. मैं ऐसा इसलिए कह रही हूं क्योंकि वह ऐसी टिप्पणी करने वाले पहले युवा कांग्रेस के चीफ नहीं हैं.’

मंत्री ने राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर विपक्ष के समर्थन पर भी तंज कसा, और कहा, ‘क्या आप उस आदमी की क्षमता को नहीं पहचान पा रहे हैं जिसके लिए कांग्रेस पार्टी समर्थन जुटाने की ‘कोशिश’ कर रही है?’

विपक्षी दलों ने सोमवार को अडाणी मुद्दे और राहुल गांधी की सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर केंद्र के खिलाफ ताकत दिखाने के लिए संसद कॉम्प्लेक्स से विजय चौक तक मार्च किया था.


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