नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को 10 दिन के लिए की यात्रा के लिए अमेरिका पहुंचे हुए है. इस दौरान वह अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा करेंगे. राहुल गांधी ने बुधवार सैन फ्रांसिस्को में भारतीयों को संबोधित किया और इस संबोधन में उन्होंने लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साधा.
सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भारत में कुछ समूहों को यह भ्रम है कि वे सब कुछ जानते हैं.
उन्होंने आगे कहा, “भारत में, हम विभिन्न भाषाओं, विभिन्न धर्मों के लोगों के साथ बड़े हुए हैं. और इसी पर हमला किया जा रहा है. गांधी जी और गुरु नानक जी जैसे लोगों की भारत में परंपरा यह रही है कि आपको किसी के प्रभाव में नहीं आना चाहिए.” यह एक ‘बीमारी’ है कि भारत के कुछ समूह सोचते हैं कि वे सब कुछ जानते हैं. यहां तक कि अगर वे भगवान के साथ बातचीत करते हैं, तो वे उसे समझा सकते हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा,और निश्चित रूप से, प्रधानमंत्री उनमें से एक हैं. यदि आप उन्हें भगवान के साथ बिठाएंगे, तो वह उन्हें (भगवान को) समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है … और भगवान मैंने जो कुछ बनाया है, उसके बारे में भ्रमित हो जाओ.”
उन्होंने कहा, “वे (भाजपा) वैज्ञानिकों से बात कर सकते हैं और उन्हें विज्ञान की व्याख्या कर सकते हैं. वे इतिहासकारों को इतिहास, सेना को युद्ध और वायु सेना को उड़ान भर सकते हैं. लेकिन इसके मूल में, वे कुछ भी नहीं जानते हैं.” .
राहुल गांधी ने कहा, “यह हमारे देश की परंपरा है. हमारे पास आने वाले किसी भी विचार को आत्मसात करने की क्षमता है. भारत ने कभी भी किसी भी विचार को खारिज नहीं किया है. हर किसी का खुले हाथों से स्वागत किया गया है. और उनके विचार को आत्मसात किया गया है. भारत जो सभी का सम्मान करता है, भारत जो विनम्र है.” , भारत जो स्नेही है. और वह भारत है जिसका आप प्रतिनिधित्व करते हैं. यदि आप इस पर विश्वास नहीं करते तो आप यहां नहीं होते. यदि आप क्रोध, घृणा, अहंकार में विश्वास करते, तो आप भाजपा में जाते, और मैं शुरू करता’ मन की बात’,”
साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर अमेरिका में बयान दिया कि, बे एरिया मुस्लिम कम्युनिटी के एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के राहुल गांधी कहते हैं, ‘जिस तरह मुसलमानों पर हमला हो रहा है, मैं गारंटी दे सकता हूं कि सिख, ईसाई, दलित, आदिवासी भी ऐसा ही महसूस कर रहे हैं. आज मुस्लिमों के साथ जो हो रहा है वो ठीक वैसा ही है जैसा यूपी में 1980 के दशक में दलितों के साथ हुआ था.
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उन्होंने अपने संबोधन में कहा, कि उन्हें ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करनी पड़ी, क्योंकि राजनीति करने के सभी साधन “जाने जा रहे थे.” नियंत्रित और मेगा फुट मार्च के दौरान “पूरा भारत” उनके साथ चला.
राहुल गांधी ने कहा, “कुछ महीने पहले, हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा शुरू की थी. चलते समय हमने महसूस किया कि राजनीति करने के सामान्य उपकरण (लोगों से जुड़ना) अब काम नहीं कर रहे थे. वे भाजपा और आरएसएस द्वारा नियंत्रित थे . लोगों को धमकाया जाता है और उनके खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल किया जाता है. किसी तरह राजनीतिक रूप से कार्य करना काफी कठिन हो गया था. इसलिए हमने भारत के सबसे दक्षिणी सिरे से श्रीनगर तक चलने का फैसला किया.
उन्होंने आगे कहा “जब हमने यात्रा शुरू की, तो हमने सोचा, देखते हैं क्या होता है. 5-6 दिनों में, हमें एहसास हुआ कि हजारों किलोमीटर चलना आसान काम नहीं है. काफी आश्चर्यजनक बात हर दिन 25 किमी चलने के बाद मुझे लगा कि मुझे बिल्कुल भी थकान महसूस नहीं हो रही है. मेरे आस-पास के सभी लोगों ने कहा कि हमें थकान नहीं हो रही है. हम नहीं चल रहे थे, पूरा भारत हमारे साथ चल रहा था.”
उन्होंने आगे कहा कि यात्रा के दौरान ही उनके दिमाग में ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ का विचार आया.
आगे बोले, सरकार ने भारत जोड़ो यात्रा को रोकने के लिए पूरी ताकत लगा दी. लेकिन कुछ काम नहीं किया और यात्रा का असर बढ़ता गया. यह इसलिए हुआ क्योंकि ‘भारत जोड़ो’ का आइडिया सबके दिलों में है.
राहुल आगे बोले “सिर्फ भारत में ही नहीं, ‘भारत जोड़ो’ एक ऐसा विचार है जो एक-दूसरे का सम्मान करने और एक-दूसरे के प्रति स्नेह रखने के बारे में है. यह एक-दूसरे के प्रति हिंसक नहीं होने, अहंकारी नहीं होने के बारे में है. और मैंने गुरु नानक जी की तुलना में कुछ भी नहीं किया. मैंने पढ़ा कि वह मक्का, सऊदी अरब, थाईलैंड और श्रीलंका गए. वह बहुत पहले भारत जोड़ो कर रहे थे. कर्नाटक में, बसवना जी, केरल में, नारायण गुरुजी, हर राज्य में ये दिग्गज थे.
कांग्रेस नेता राहुल बोले, लोगों की बात सुने बिना कुछ पता नहीं चल सकता.
BJP सरकारी एजेंसियों का ‘‘दुरुपयोग’’ कर रही है
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर लोगों को ‘‘धमकाने’’ तथा देश की एजेंसियों का ‘‘दुरुपयोग’’ करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने से पहले उन्होंने महसूस किया कि राजनीति में लंबे समय से चले आ रहे सामान्य तौर-तरीके अब काम नहीं आ रहे हैं.
गांधी ने कहा, ‘‘ भाजपा लोगों को धमका रही है और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ इसलिए शुरू की गई क्योंकि लोगों से जुड़ने के लिए हमें जिन साधनों की जरूरत थी, उन सभी पर भाजपा-आरएसएस का नियंत्रण है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर कोई इतिहास को पढ़ेगा तो पाएगा कि गुरु नानक देव जी, गुरु बसवन्ना जी, नारायण गुरु जी सहित सभी आध्यात्मिक नेताओं ने देश को एक समान तरीके से एकजुट किया.’’
गांधी ने कहा कि भारत वह नहीं है जो मीडिया में दिखाया जा रहा है, जो एक ऐसी राजनीतिक सोच को बढ़ावा देना पसंद करता है जो वास्तविकता से बहुत दूर है.
उन्होंने कहा कि यह एक ‘‘ बड़ी विकृति ’’ है.
गांधी ने कहा, ‘‘ यात्रा में मेरे लिए यह बहुत स्पष्ट हो गया कि इन चीजों को दिखाना मीडिया के हित में है, इससे भाजपा को मदद मिलती है. इसलिए यह मत सोचिए कि मीडिया में आप जो कुछ भी देखते हैं वह सच है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत वह नहीं है जो मीडिया दिखाता है. मीडिया को एक विशेष कहानी दिखाना पसंद है. वह एक ऐसी राजनीतिक कहानी को बढ़ावा देना पसंद करता है जिसका भारत की वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है.’’
“मैं अब कोई सांसद नहीं हूं”.
राहुल गांधी को यात्रा के लिए रविवार को नया सामान्य पासपोर्ट जारी किया गया था.
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि हवाई अड्डे पर राहुल गांधी का स्वागत इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा और संगठन के अन्य सदस्यों ने किया. राहुल को आव्रजन मंजूरी के लिए हवाई अड्डे पर दो घंटे तक इंतजार करना पड़ा.
राहुल गांधी के कतार में इंतजार करने के दौरान जब लोगों ने उनसे पूछा कि वह कतार में क्यों खड़े हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक आम आदमी हूं. मुझे यह पसंद है. मैं अब कोई सांसद नहीं हूं.’’
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद सदस्य के रूप में उन्हें जारी राजनयिक पासपोर्ट को जमा करने के बाद सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था. इसके पश्चात राहुल ने राजनयिक यात्रा पासपोर्ट लौटा दिए थे.
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