चेन्नई: राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में, कांग्रेस की केरल इकाई की तरफ बुधवार को वायनाड में प्रियंका गांधी के राजनीतिक पदार्पण के मौके पर एक भव्य राजनीतिक प्रदर्शन हुआ.
यह पहली बार है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में हिंदी पट्टी में कांग्रेस के गढ़ अमेठी को फिर से हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली प्रियंका खुद चुनाव लड़ रही हैं. वायनाड लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुनी गई प्रियंका ने आज कलपेट्टा में एक विशाल रोड शो के बाद अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. सुबह 11:45 बजे शुरू होकर लगभग दो घंटे तक चले डेढ़ किलोमीटर का जुलूस में केरल और पड़ोसी कर्नाटक से हजारों कांग्रेस समर्थक शामिल हुए.
वायनाड बाई-इलेक्शन की घोषणा तब की गई जब राहुल गांधी ने वहां से सीट खाली करने का फैसला किया. उन्होंने वायनाड और उत्तर प्रदेश के रायबरेली दोनों सीटों पर 3.5 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.
राहुल 2019 से वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. दक्षिणी राज्य के पहाड़ी जिले में अपनी बहन के साथ गए राहुल ने कहा कि हालांकि वह अब इसका प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे हैं, लेकिन वह निर्वाचन क्षेत्र के लिए काम करना जारी रखेंगे.
राहुल ने बुधवार को एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “अगर आप भूल गए हैं तो मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि वायनाड भारत का एकमात्र ऐसा निर्वाचन क्षेत्र है, जिसके संसद में दो प्रतिनिधि हैं. एक संसद का आधिकारिक सदस्य है. दूसरा संसद का अनौपचारिक सदस्य है. और हम दोनों वायनाड के लोगों के हितों की रक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे.” उन्होंने कहा कि उनके लिए शब्दों में यह बताना मुश्किल है कि इस निर्वाचन क्षेत्र ने उनके लिए क्या किया है.
इससे पहले, प्रियंका ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी परिवार अपने भाई का समर्थन करने के लिए निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का हमेशा ऋणी रहेगा.
प्रियंका ने कहा, “जब पूरी दुनिया मेरे भाई से मुंह मोड़ रही थी, तब आप मेरे साथ खड़े रहे. आपने उसे अपना प्यार दिया, आपने उसे लड़ने की हिम्मत दी. मेरा पूरा परिवार हमेशा आपका ऋणी रहेगा.” उन्होंने वादा किया कि वह इस क्षेत्र के साथ राहुल और गांधी परिवार के रिश्ते को और मजबूत करेंगी.
प्रियंका ने कहा कि हालांकि राहुल ने उन्हें वायनाड को प्रभावित करने वाली प्रमुख चिंताओं के बारे में जानकारी दी है – जैसे कि मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता, रात में यात्रा पर प्रतिबंध और मानव व जानवरों के बीच संघर्ष, लेकिन मैं इस क्षेत्र के प्रत्येक घर में जाना चाहूंगी और उनके मुद्दों को सीधे समझना चाहूंगी.
उन्होंने कहा, “आप (वायनाड) भी मेरा परिवार हैं. और मैं चाहती हूं कि आप भी यही जानें. मैं आपके लिए लड़ने के लिए यहां हूं. मैं हर मुश्किल परिस्थिति में आपके साथ खड़ी हूं. मैं आपकी आवाज़ बनने, आपकी लड़ाई लड़ने के लिए यहां हूं. और मैं आपको निराश नहीं करूंगी.”
उन्होंने कहा कि पिछले 35 सालों से अपने भाई समेत कांग्रेस नेताओं के लिए प्रचार करने के बावजूद पहली बार खुद के लिए प्रचार करना अलग अनुभव है.
प्रियंका ने कहा कि उनकी पार्टी देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों की रक्षा के लिए काम कर रही है, क्योंकि सत्ता में बैठे लोग समाज में नफरत फैला रहे हैं, जबकि देश की नींव समानता और न्याय पर टिकी है.
उन्होंने कहा, “ये वे मूल्य हैं जिनके लिए हम आज लड़ रहे हैं. सत्य के लिए, न्याय के लिए, समानता के लिए. ये वे मूल्य हैं, जिन्होंने मेरे भाई को प्यार और एकता के लिए अपनी यात्रा करने के लिए पूरे भारत में 8,000 किलोमीटर पैदल चलने के लिए प्रेरित किया. वह आपके समर्थन के बिना ऐसा नहीं कर सकता था.”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मतदाताओं से प्रियंका गांधी को भारी मतों से जिताने का अनुरोध करते हुए कहा कि इस सीट पर उनकी मौजूदगी इस बात का वादा है कि वह लोगों की जरूरतों के लिए लगातार काम करेंगी.
खरगे ने कहा, “वह एक मजबूत महिला हैं. वह आपके लिए लड़ेंगी. सिर्फ यहां ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए.”
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