नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में कई किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद सोमवार तड़के मौके पर जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया.
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि प्रियंका तथा कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे. तभी तड़के करीब पांच बजे रास्ते में उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया.
उन्होंने पुलिसकर्मियों पर प्रियंका से धक्का-मुक्की करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस महासचिव किसानों का दुख-दर्द बांटने जा रही थीं और उन्हें इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है.
लखीमपुर खीरी के किसानों से मिलने जा रही प्रियंका गांधी जी को योगी आदित्यनाथ की पुलिस हरगांव से गिरफ्तार कर सीतापुर पुलिस लाइन ले जा रही है।
गिरफ्तारियों से डरता कौन है। किसानों की पीड़ा जाने बिना, उनका दर्द साझा किए बिना रूकेंगे नहीं। #लखीमपुर_किसान_नरसंहार
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) October 4, 2021
इस बीच किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्रा टेनी के खिलाफ कल की घटना को लेकर तिकुनिया, लखीमपुर खीरी में शिकायत दर्ज़ कराई है.
यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस. रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने को कहा है.
बघेल ने ट्वीट कर कहा, उत्तर प्रदेश की सरकार मुझे राज्य में न आने देने का फरमान जारी कर रही है. क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं? अगर धारा 144 लखीमपुर में है तो लखनऊ उतरने से क्यों रोक रही है तानाशाह सरकार?’
उत्तरप्रदेश की सरकार मुझे राज्य में न आने देने का फरमान जारी कर रही है।
क्या उत्तरप्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं?
अगर धारा 144 लखीमपुर में है तो लखनऊ उतरने से क्यों रोक रही है तानाशाह सरकार?#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/8kwEfpjYhp
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 4, 2021
किसानों के साथ बैठक पर लखीमपुर के जिलाधिकारी अरविंद चौरसिया ने कहा, ‘कई चीजों पर चर्चा हुई, मांग पत्र प्राप्त हुआ है. गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने, एफआईआर दर्ज़ करने और मृतकों को मुआवज़ा धनराशि, एक-एक सरकारी नौकरी देने और पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराने की मांग की है.’
उन्होंने कहा, ‘हमने इसे उच्चस्तर पर भेजा है, हम एक दौर की वार्ता और करेंगे.’
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लखीमपुर दौर से पहले ही उनके लखनऊ स्थित आवास के बाहर पुलिस बल तैनात कर दी गई है.
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बसपा ने की न्यायिक जांच की मांग
उधर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने पुलिस प्रशासन पर लखीमपुर खीरी जाने से रोकने का आरोप लगाया है.
उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें नोटिस थमाया है जिसमें कहा गया है कि कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर वह लखीमपुर खीरी नहीं जा सकते. लिहाजा उन्होंने सोमवार को वहां जाने का इरादा छोड़ दिया है.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्य सभा सांसद श्री एससी मिश्र को कल देर रात यहां लखनऊ में उनके निवास पर नजरबंद कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमण्डल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकाण्ड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके. यह अति-दुःखद व निन्दनीय.’
उन्होंने कहा, ‘यूपी के दुःखद खीरी काण्ड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है. इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जांच जरूरी, बीएसपी की मांग.’
2. यूपी के दुःखद खीरी काण्ड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जाँच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है। इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जाँच जरूरी, बीएसपी की माँग।
— Mayawati (@Mayawati) October 4, 2021
आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह को भी देर रात लखीमपुर खीरी जाने से रोक दिया गया है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई.
यह घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई. उपमुख्यमंत्री को कार्यक्रम स्थल पर लाने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के दो वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दोनों वाहनों में आग लगा दी. इस घटना में चार किसानों तथा वाहनों पर सवार चार अन्य लोगों की मौत हो गई.
किसान मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है.
(भाषा और एएनआई के इनपुट्स के साथ)
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