नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके नववर्ष के टीवी साक्षात्कार पर हमला बोला और कहा कि उनकी सरकार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और वह एक पराजित प्रधानमंत्री हैं, जो यह भी निश्चित रूप से नहीं कह सकते कि वह अगला चुनाव लड़ेंगे भी या नहीं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी का साक्षात्कार प्रसारित होने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि उनका इंटरव्यू एकतरफा था.
सुरजेवाला ने मोदी पर रोज़गार, अर्थव्यवस्था, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), राष्ट्रीय सुरक्षा, भ्रष्टाचार और कृषि संकट सहित कई सारे मुद्दों को लेकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि वह अब सिर्फ 99 दिनों के लिए प्रधानमंत्री हैं, और इस वर्ष अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव में जनता उन्हें चलता करेगी.
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सुरजेवाला ने कहा, ‘वह यह तक बताने की स्थिति में नहीं हैं कि अगला संसदीय चुनाव वह कहां से लड़ेंगे, या वह चुनाव लड़ेंगे भी या नहीं. इसलिए अपने चेहरे पर पराजय की इबारत देख उन्होंने 2019 के अपने पहले साक्षात्कार में अहंकार भरे शब्दों मैं, मुझे, मेरा का इस्तेमाल करते हुए पूरे भविष्य को अनुमानों के आधार पर पेश कर दिया है. अब उनके 99 दिन शेष बचे हैं और भारत की जनता भी उन्हें इसी तरह चलता कहने वाली है.’
साक्षात्कार के दौरान मोदी से पूछा गया कि वह वाराणसी से दोबारा लड़ेंगे या कहीं और से, जिस पर उन्होंने गोलमोल जवाब दिया.
आरएसएस ने कहा सकारात्मक बयान
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले ने कहा, ‘हमें आज का प्रधानमंत्री जी का वक्तव्य मंदिर निर्माण की दिशा में सकारात्मक कदम लगता है. प्रधानमंत्री ने अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर बनाने के संकल्प का अपने साक्षात्कार में पुनः स्मरण करना यह भाजपा के पालमपुर अधिवेशन (1989) में पारित प्रस्ताव के अनुरूप ही है.’
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‘इस प्रस्ताव में भाजपा ने कहा था कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राममंदिर बनाने के लिए परस्पर संवाद से अथवा सुयोग्य क़ानून बनाने का प्रयास करेंगे.’
नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में अयोध्या में राममंदिर बनाने के लिए संविधान के दायरे में उपलब्ध सभी संभाव्य प्रयास करने का वादा किया है. भारत की जनता ने उनपर विश्वास व्यक्त कर भाजपा को बहुमत दिया है. इस सरकार के कार्यकाल में सरकार वह वादा पूर्ण करें ऐसी भारत की जनता की अपेक्षा है.