पटना: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार पर प्रहार करते हुए चिराग पासवान ने राज्य में शराब के कारण होने वाली मौत की तुलना शनिवार को ‘हत्या’ से की और राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की.
पासवान ने आरोप लगाया कि ‘जिस किसी ने भी आईना दिखाने की कोशिश की’ मुख्यमंत्री ने उसे परेशान किया इसलिए जब भाजपा के राज्य अध्यक्ष संजय जायसवाल ने शराबबंदी कानून में खामियां उजागर कीं तो जद(यू) उनके पीछे पड़ गई.
उन्होंने कहा, ‘बिहार में शराब के कारण होने वाली मौतों में बढ़ोतरी इस बात का प्रमाण है कि राज्य में नकली शराब का निर्माण और बिक्री बदस्तूर जारी है.’
जमुई के सांसद लोजपा के एक धड़े का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जिसकी स्थापना उनके दिवंगत पिता रामविलास पासवान ने की थी.
उन्होंने कहा, ‘महज एक हफ्ते पहले मैंने नालंदा का दौरा किया था जो मुख्यमंत्री का गृह जिला है. वहां कई लोगों की मौत हो गई थी और शोक-संतप्त महिलाओं को देखकर भयावह दृश्य लग रहा था. और अब सारण के छपरा में एक और कांड हो गया.’
चिराग ने कहा कि इसी कारण मैं कहता हूं कि बिहार को नीतीश कुमार जैसे मुख्यमंत्री की जरूरत नहीं है और इसका एकमात्र समाधान राष्ट्रपति शासन लगाना है.
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि सारण जिले में पांच लोगों की मौत हो गई जो राज्य में नकली शराबकांड का एक और मामला प्रतीत होता है.
यह घटना नालंदा जिले में नकली शराब पीने से 11 लोगों की मौत होने की घटना के एक हफ्ते से भी कम समय में सामने आई है.
पिछले वर्ष दीपावली के दौरान नकली शराब के कारण पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिलों में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
गौरतलब है कि बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और उपभोग पूरी तरह प्रतिबंधित है.
भाषा नीरज नीरज उमा
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