नई दिल्ली: नीतीश कुमार ने कल अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और अब वह महागठबंधन के साथ एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने के रास्ते पर है. महागठबंधन ने नीतीश कुमार को अपना नेता चुन लिया है. इस सारे राजनीतिक कार्यक्रम को लेकर रणनीतिकार प्रशांत कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
प्रशांत किशोर ने कहा है कि मुझे उम्मीद है कि अब बिहार में राजनीतिक स्थिरता लौट आएगी. नीतीश कुमार ने कहा है कि वह एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि वह बिहार के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘मैं देख रहा हूं कि बिहार में राजनीतिक अस्थिरता के दौर के संदर्भ में अब क्या हो रहा है. 2013-14 के बाद से बिहार में सरकार बनाने का यह छठा प्रयास है. जब किसी की राजनीतिक या प्रशासनिक अपेक्षाएं पूरी नहीं होती हैं तो संरचनाएं बदल जाती हैं.’
‘राजनीतिक अस्थिरता का यह दौर पिछले 10 साल से चल रहा है और यह उसी दिशा में है. #NitishKumar मुख्य अभिनेता, उत्प्रेरक हैं बिहार के नागरिक के रूप में, आप केवल यह उम्मीद कर सकते हैं कि वह उस गठन पर अडिग है जिसे उसने अब बनाया है.’
‘बिहार के लोग उम्मीद करेंगे कि यह नया गठन (जद (यू) और राजद) कायम रहे, और इसकी प्राथमिकताएं लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप होनी चाहिए. यह देखने की जरूरत है कि नई सरकार पिछली सरकार से बेहतर काम करेगी या नहीं.’
प्रशांत किशोर कहते हैं, ‘तेजस्वी यादव बिहार में सबसे बड़ी पार्टी के नेता हैं और संभवत: वे इस नए गठन को चलाने में अहम भूमिका निभाएंगे. जनता देख सकेगी कि वह इस नई सरकार में कैसे काम करता है.’
‘मेरा मानना है कि बिहार में नवीनतम राजनीतिक घटनाक्रम राज्य के लिए विशिष्ट हैं. मुझे नहीं लगता कि यह देश में राष्ट्रीय स्तर पर एक वैकल्पिक विपक्ष बनाने के विचार से किया गया है.’
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