नई दिल्ली: पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले के एक पखवाड़ा बाद भी मोदी लोकप्रियता में अव्वल स्थान पर कायम हैं, हालांकि उनकी लोकप्रियता की रेटिंग मार्च के पहले हफ्ते के मुकाबले थोड़ी नीचे आ गई है, लेकिन उनके दूरस्थ प्रतिद्वंद्वी राहुल की लोकप्रियता रेटिंग में मामूली सुधार के संकेत हैं. सीवोटर-आईएएनएस द्वारा 14 मार्च तक संग्रहित डाटा के आधार पर नवीनतम स्टेट ऑफ द नेशन ट्रैकर सर्वेक्षण के अनुसार, मोदी की लोकप्रियता रेटिंग 4, 5, 6 और सात मार्च करीब 60 फीसदी के उच्च स्तर से थोड़ी खिसकर करीब 56 पर आ गई है.
इसके विपरीत राहुल गांधी की रेटिंग मामूली बढ़त के बाद करीब सात फीसदी पर आ गई है. मोदी की रेटिंग जब बढ़ी थी तब राहुल की रेटिंग तीन फीसदी से कम हो गई थी. उनकी रेटिंग अभी भी जनवरी 2019 के करीब 20 फीसदी से काफी कम है.
प्रधानमंत्री के कार्य की संतुष्टि के मामले में कोई खास तब्दीली नहीं आई है और बहुत संतुष्ट की श्रेणी में वह अब तक 50 फीसदी से ऊपर बने हुए हैं. हालांकि उनकी निवल अनुमोदन रेटिंग का रेंज मार्च के पहले हफ्ते के 60 से घटकर 14 मार्च को 56 पर आ गया है.
दोनों नेताओं की लोकप्रियता का अंतर 50 से नीचे आ गया है.
सर्वेक्षण के ज्यादातर प्रतिभागियों (40 फीसदी से अधिक) का विश्वास है कायम है कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बेहतर कर सकता है.
नतीजे 4,000 और 6,000 से अधिक के बीच के अंतर के नमूने के आकार पर आधारित हैं.
मुझे नहीं लगता देश के आज के हालात देखकर प्रधानमंत्री मोदी की पॉपुलेरिटी 60% हो सकती है
अगर ऐसा कुछ है भी
तो भारत भर में बेवकूफों की कमी नहीं है