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Friday, 15 November, 2024
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पीएम मोदी ने दिलाया विश्वास, कहा- हमारी कोई पोस्ट किसी के कब्जे नहीं, सेनाओं को है पूरी छूट

पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा,'मैं आपको भी आश्वस्त कर रहा हूं कि हमारी सेना देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. सभी दलों ने दिखाई एकता, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने मांगा हालात का पूरा ब्योरा.

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नई दिल्ली: भारत चीन सीमा पर स्थिति के संबंध में पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम को सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस बैठक में सभी दलों ने एकजुटता दिखाई. बैठक में हिस्सा लेते हुए बाद पीएम मोदी ने कहा,’लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए. उनका ये शौर्य, ये बलिदान हमेशा हर भारतीय के मन में अमिट रहेगा’

पीएम ने एलएसी की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा,’न वहां कोई हमारी सीमा में घुस आया है और न ही कोई घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है.’

एक इंच जमीन की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता

पीएम मोदी ने कहा,’मैं आपको भी आश्वस्त कर रहा हूं कि हमारी सेना देश की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
डेवलपमेंट हो, एक्शन हो, काउंटर एक्शन हो,जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही है.

आज हमारे पास ये क्षमता है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता. आज भारत की सेनाएं, अलग-अलग सेक्टर्स में, एक साथ मूव करने में भी सक्षम है.ऐसे में,हमने जहां एक तरफ सेना को अपने स्तर पर उचित कदम उठाने की छूट दी है, वहीं दूसरी तरफ डिप्लोमैटिक माध्यमों से भी चीन को अपनी बात दो टूक स्पष्ट कर दी है’

उन्होंने आगे कहा,’जिन क्षेत्रों पर पहले बहुत नजर नहीं रहती थी, अब वहां भी हमारे जवान, अच्छी तरह से मॉनिटर कर पा रहे हैं, रिस्पोंड कर पा रहे हैं. अब तक जिनको कोई पूछता नहीं था, कोई रोकता-टोकता नहीं था, अब हमारे जवान डगर-डगर पर उन्हें रोकते हैं, टोकते हैं तो तनाव बढ़ता है.

पीएम ने आगे यह भी कहा कि, बेहतर हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर से एक मदद ये भी मिली है कि हमारे जवान, जो उस कठिन परिस्थिति में वहां तैनात रहते हैं, उन्हें साजो-सामान पहुंचाने में, आसानी हुई है.

चाहे ट्रेड हो, कनेक्टिविटी हो, काउंटर टेरेरिज्म हो, भारत ने कभी किसी बाहरी दबाव को स्वीकार नहीं किया है.राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जो भी ज़रूरी कार्य हैं, जो भी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण है, उसे इसी तरह तेज गति से आगे भी किया जाता रहेगा.

हालांकि इस बैठक में सभी पार्टी प्रमुखों ने पीएम के साथ होने की बात कही लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सरकार के साथ होने की बात तो कही लेकिन वह लगातार हमलावर बनी रहीं. उन्होंने पीएम से पूछा कि क्या ये हमारे इंटेलीजेंस का फ्लेयोर नहीं है.

खुफिया एजेंसी ने घुसपैठ की जानकारी क्यों नहीं दी: सोनिया

इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि देश हमेशा मुश्किल घड़ी में एकसाथ चट्टान की तरह साथ खड़ा होता है और देश की सीमाओं की अखंडता की रक्षा के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदम में विपक्ष अपना पूरा सहयोग देता. सोनिया ने इस दौरान यह भी कहा कि सरकार ने लद्दाख और अन्य जगहों पर 5 मई को हुई चीनी घुसपैठ के बाद भी बैठक नहीं बुलाई. खेद इसी बात का है.

सोनिया ने देर से बुलाई गई बैठक पर पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया और कहा, ‘इतना समय गुजर जाने के बाद भी इस संकट के अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में हमें अंधेरे में रखा गया है.’

सोनिया ने बैठक में केंद्र सरकार से सवाल पूछा कि चीनी सेनाओं ने लद्दाख में हमारे क्षेत्र में किस तारीख़ को घुसपैठ की? सरकार को हमारे क्षेत्र में चीनी घुसपैठ के बारे कब जानकारी मिली. खबरों की मानें तो घुसपैठ 5 मई को हुई, क्या यह सही है, या फिर घुसपैठ उसके बाद हुई?

सोनिया ने आगे सवाल पूछते हुए कहा, क्या सरकार को नियमित रूप से, हमारे देश की सीमाओं की सैटेलाइट इमेज नहीं मिलती है. क्या हमारी खुफिया एजेंसियों ने लाइन ऑफ एक्यूचल कंट्रोल पर घुसपैठ की जानकारी नहीं दी.

क्या सेना की इंटेलिजेंस न सरकार को एलएसी पर चीनी कब्जे और भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना की मौजूदगी के बारे में सचेत नहीं किया. क्या सरकार यह स्वीकार करेगी कि यह एक इंटेलिजेंस फेलियर है.

सोनिया ने आगे कहा, कांग्रेस पार्टी का यह मानना है कि 5 मई से लेकर 6 जून के बीच का बहुमूल्य समय हमने गंवा दिया, जब दोनों देशों के कोर कमांडर की बैठक हुई. इस बैठक के बाद भी चीन के नेतृत्व से राजनैतिक ओर कूटनीतिक स्तरों पर सीधे बात क्यों नहीं की गई. हम सभी मौकों का लाभ उठाने में नाकाम रहे. आज परिणाम यह है कि हमारे 20 बहादुर जवानों की दर्दनाक शहादत हुई ओर अनेकों घायल हुए.

सोनिया ने पीएम से आग्रह किया कि सभी जानकारी साझा करें और इस साल अप्रैल से लेकर आज तक के सारे हालात की जानकारी दें.कांग्रेस पार्टी की ओर से हम यह भी जानना चाहेंगे कि चीनी सेना की वापसी के बारे में क्या कार्यवाही चल रही है. हम सरकार से यह स्पष्ट आश्वासन चाहेंगे कि पूरे सीमा क्षेत्र में पहले की यथा स्थिति हर हालत में सुनिश्चित होगी. चीन पहले की तरहलाइन ऑफ एक्यूचल कंट्रोल पर पुरानी स्थिति में अपनी सेना की वापसी करेगा. पीएम से उम्मीद करती हूं कि वे देश के सामने किसी भी खतरे से निपटने के लिए सेना की तैयारियों की जानकारी भी हमें देंगे.

शिवसेना प्रमुख ठाकरे बोले आज भारत मजबूत है मजबूर नहीं

बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, हम सब एक है. हमारी सरकार ‘आंखें निकालकर हाथ में देने’ की क्षमता रखती है.सभी पीएम और सरकार के साथ मजबूती से खड़े है. हम अपनी देश की सेना और उनक परिवार के साथ खड़े है.भारत आज शांति चाहता है,इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर है. चीन हमेशा से धोखेबाज जैसे हरकत करता रहा है. आज भारत मजबूत है मजबूर नहीं है.

बैठक में हिस्सा लेते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार सभी को संवेदनशील मुद्दों का ध्यान रखते की नसीहत दी.उन्होंने कहा चीन सीमा पर सैनिक हथियार के साथ रहेंगे और कहां नहीं यह सभी अंतरराष्ट्रीय समझौते ​के मुताबिक तय होता है. सभी को संवेदनशील मुद्दों बोलते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए.

भारत जीतेगा और चीन हारेगा: ममता

बैठक में शामिल होते हुए टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की सीएम ममत बनर्जी ने कहा,सर्वदलीय बैठक देश के लिए अच्छा सेदश है. हम जवानों के साथ एकजुट है. हमारी पार्टी पूरी एकजुटता के साथ सरकार के साथ है. चीन एक तानाशाह देश है. हम सभी को साथ में काम करना होगा इससे भारत जीत जाएगा और चीन हार जाएगा.

 

बैठक में अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि इस स्थिति से निपटने के पर अभी सवाल करने का समय नहीं है. चीन को यह संदेश देना है कि हम पीएम के साथ है.

वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि आज दुनिया में भारत की साख तेजी से बढ़ रही है.चीन भारत को अस्थिर करना चाहता है.

जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज चीन के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. हम सभी में कोई अंतर नहीं है हम सभी एक है. भारतीय बाजार में चीनी सामानों की भरमार की बड़ी समस्या है. चीनी सामान अब देश में नहीं होने चाहिए.

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