नई दिल्ली: यूपी में 2022 चुनाव को देखते हुए शिलान्यास और उद्घाटनों का दौर जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शिलान्यास किया. उन्होंने कहा आज़ादी के 7 दशक बाद, पहली बार उत्तर प्रदेश को वो मिलना शुरू हुआ है, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है. डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से, आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे कनेक्टेड क्षेत्र में परिवर्तित हो रहा है.
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, ‘नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कनेक्टिविटी की दृष्टि से एक बेहतरीन मॉडल बनेगा. यहां आने जाने के लिए टैक्सी से लेकर मेट्रो और रेल तक हर तरह की कनेक्टिविटी होगी.’
पीएम ने कहा कि हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान रोजगार के हजारों अवसर बनते हैं. हवाई अड्डे को सुचारू रूप से चलाने के लिए भी हजारों लोगों की आवश्यकता होती है. पश्चिमी यूपी के हजारों लोगों को ये एयरपोर्ट नए रोजगार भी देगा.
आज देश में जितनी तेजी से एविएशन सेक्टर में वृद्धि हो रही है, जिस तेजी से भारतीय कंपनियां सैकड़ों नए विमानों को खरीद रही हैं, उनके लिए भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बहुत बड़ी भूमिका होगी.
उन्होंने कहा यहां अलीगढ़, मथुरा, मेरठ, आगरा, बिजनौर, मुरादाबाद, बरेली जैसे अनेकों औद्योगिक क्षेत्र हैं. यहां सर्विस सेक्टर का बड़ा इकोसिस्टम भी है और एग्रीकल्चर सेक्टर में भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अहम हिस्सेदारी है. अब इन क्षेत्रों का सामर्थ्य भी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा.
आज देश और दुनिया के निवेशक कहते हैं- उत्तर प्रदेश यानी- उत्तम सुविधा, निरंतर निवेश. यूपी की इसी अंतरराष्ट्रीय पहचान को, यूपी की नई इंटरनेशनल एयर कनेक्टिविटी नए आयाम दे रही है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी लाखों करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है. रैपिड रेल कॉरिडोर हो, एक्सप्रेस वे हो, मेट्रो कनेक्टिविटी हो, पूर्वी और पश्चिमी समंदर से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर हों. ये आधुनिक होते उत्तर प्रदेश की नई पहचान बन रहे हैं.
मोदी ने कहा कि अब तो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे भी तैयार होने वाला है. उससे भी अनेकों शहरों तक पहुंचना आसान हो जाएगा. इतना ही नहीं यहां से डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए भी सीधी कनेक्टिविटी होगी.
विपक्ष को निशाने पर लिया
पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को अभाव और अंधकार में बनाए रखा, पहले की सरकारों ने जिस उत्तर प्रदेश को हमेशा झूठे सपने दिखाए, वही उत्तर प्रदेश आज राष्ट्रीय ही नहीं, अंतर्राष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है.
2 दशक पहले यूपी की भाजपा सरकार ने जेवर एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का सपना देखा था. उसके बाद ये एयरपोर्ट अनेक सालों तक दिल्ली और लखनऊ में जो सरकारें रहीं, उनकी खींचतान में उलझा रहा.
यूपी में पहले जो सरकार थी, उसने तो बकायदा चिठ्ठी लिखकर तब की केंद्र सरकार को कह दिया था कि इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया जाए, लेकिन आज डबल इंजन सरकार की ताकत से हम उसी एयरपोर्ट के शिलान्यास के साक्षी बन रहे हैं.
इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे लिए राजनीति का नहीं बल्कि राष्ट्रनीति का हिस्सा है. हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रोजेक्ट्स अटके नहीं, लटके नहीं, भटके नहीं. हम ये सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि तय समय के भीतर ही इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा किया जाए.
हमारे देश में कुछ राजनीतिक दलों ने हमेशा अपने स्वार्थ को सर्वोपरि रखा है. इन लोगों की सोच रही है- अपना स्वार्थ, सिर्फ अपना खुद का, परिवार का विकास. जबकि हम राष्ट्र प्रथम की भावना पर चलते हैं.
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