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Thursday, 21 November, 2024
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सर्वदलीय बैठक में नेताओं ने की लॉकडाउन की सीमा बढ़ाई जाने की मांग, पीएम बोले- मुख्यमंत्रियों से करेंगे चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जहां तक लॉकडाउन हटाने या बढ़ाने की बात है तो करीब-करीब मन यही बन रहा है एकदम से लॉकडाउन हटाना संभव नहीं होगा.

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नई दिल्ली: देश में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सर्वदलीय बैठक की. बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कई राज्‍यों की सरकारों, जिला प्रशासनों और विशेषज्ञों ने लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का सुझाव दिया है.

बैठक में शामिल नेताओं ने कोविड 19 से लड़ाई में देश की क्षमता बढ़ाने के लिए आर्थिक और अन्‍य नीति‍गत उपायों पर भी चर्चा की. लॉकडाउन की मौजूदा अवधि समाप्‍त होने पर ढ़ील देने के बाद लॉकडाउन जारी रखने के भी सुझाव भी बैठक में रखे गए.

पीएम मोदी ने देश में कोविड-19 महामारी से उत्‍पन्‍न स्थिति को सामाजिक आपातकाल बताया. पीएम ने सामाजि‍क दूरी बनाए रखने, जनता कर्फ्यू या लॉकडाउन का पालन करने जैसे प्रयासों में प्रत्‍येक नागरिक के योगदान के साथ अनुशासन, समर्पण और प्रतिबद्धता की भावना की प्रशंसा की.

वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये राजनीतिक दलों के नेताओं से बातचीत में पीएम ने कहा कि देश कड़े फैसले करने को विवश हो गया है. निगरानी जारी रखी जानी चाहिए. इन बदलती परिस्‍थितियों में देश को अपनी कार्य संस्‍कृति और काम करने की शैली में बदलाव की कोशिश करनी चाहिए.

पीएम ने बैठक में कहा सरकार की प्रथामिकता प्रत्‍येक व्‍यक्ति का जीवन बचाना है.वर्तमान स्थिति मानवता के इतिहास में युगांतरकारी घटना है और भारत को इसके दुष्‍प्रभाव से निपटना होगा.

कांग्रेस के सुझाव

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बैठक के बाद बताया कि मीटिंग में 80 फीसदी नेता लॉकडाउन आगे बढ़ाने की बात कही है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने कोविड-19 संकट से निपटने के लिये आगे की रणनीति के लिए केंद्रीय मंत्रियों और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लेकर कार्यबल बनाने का सुझाव दिया है. कोरोनावायरस संकट के दौरान सरकार की मदद के लिए बहु-दलीय कार्य समूह बनाने का सुझाव दिया. कांग्रेस पार्टी ने कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित उन राज्यों के लिये विशेष वित्तीय पैकेज की मांग की है, जिनके पास कम संसाधन हैं.

बीजेडी नेता पिनाकी मिश्रा ने कहा, ‘पीएम मोदी ने हमें कहा कि कोरोना के बाद की जिंदगी पहले जैसी नहीं रह जाएगी. उन्होंने साफ किया कि 14 अप्रैल को एक साथ लॉकडाउन समाप्त नहीं होगा. पीएम के साथ बैठक में शामिल होने वाले एक अन्य सांसद ने बताया कि मोदी ने कहा कि वह ‘लॉकडाउन हटाने को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा करेंगे.’

इस बैठक में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने कहा, ‘बैठक में सभी दलों ने लॉकडाउन को लेकर सुझाव दिए हैं. कुछ नेताओं ने इसे आंशिक तौर पर हटाने का सुझाव दिया. वहीं कुछ ने इसे जारी रखने की अपील की.’

चिराग ने कहा, ‘हमारी पार्टी की तरफ से भी लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद ए​हतियाती कदम उठाने की अपील की है. लंबे समय तक सीमओं को सील रखने के अलावा राज्यों की सीमा भी बंद रखने की जरूरत पर जोर दिया.’

चिराग ने यह भी बताया कि बैठक में पीएम ने कहा ​कि अभी तक उनके पास जो सूचनाएं आई हैं उसमें लॉकडाउन को हटाना ‘मुश्किल’ होगा.

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, राकांपा के शरद पवार, शिवसेना के संजय राउत के अलावा तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, द्रमुक के टी आर बालू, बीजद के पिनाकी मिश्रा, वाईएसआर के मिथुन रेड्डी, सपा के राम गोपाल यादव, जदयू के राजीव रंजन सिंह, लोजपा के चिराग पासवान, अकाली दल के सुखवीर सिंह बादल सहित कई अन्य दलों के नेता शामिल हुए. प्रधानमंत्री ने संसद के दोनों सदनों में उन दलों के नेताओं के साथ संवाद किया जिनके संसद में पांच से अधिक सांसद हैं.

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब सरकार ने संकेत दिया है कि वह वायरस को तेजी से फैलने से रोकने के लिये कई राज्यों एवं विशेषज्ञों के देशव्यापी लॉकडाउन को 14 अप्रैल के बाद बढ़ाने की राय पर विचार कर सकती है. हाल ही में प्रधानमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, द्रमुक प्रमुख स्टालिन सहित कई नेताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद कर महामारी रोकने के लिये सरकार के प्रयासों की जानकारी दी थी.

गौरतलब है कि 24 मार्च से 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री का विपक्षी दलों के साथ यह पहला संवाद है. हालांकि, प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर 2 अप्रैल को देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद किया था. प्रधानमंत्री ने हाल के दिनों में डाक्टरों, पत्रकारों, विदेशों में भारतीय मिशनों के राजनयिकों सहित विभिन्न पक्षकारों से बातचीत की थी. इससे पहले पीएम ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, द्रमुक प्रमुख स्टालिन सहित कई नेताओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद कर महामारी रोकने के लिये सरकार के प्रयासों की जानकारी दी थी.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट्स के साथ में)

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