नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया. उन्होंने इस दौरान कांग्रेस को पर तीखे तंज कसे. 25 जून के आपातकाल को लेकर विपक्षी पार्टी को निशाने पर लिया. पीएम ने कहा वह किसी की लकीर छोटी करने में अपना समय बर्बाद नहीं करते बल्कि अपनी लकीर बड़ी करने में विश्वास रखते हैं. कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग इतने ऊंचे हो चुके हैं कि नीचे उन्हें कुछ दिख नहीं रहा उनको ऊंचाई मुबारक. हमारा ऊंचाई से कोई कंपटिशन नहीं, हम जड़ों से जुड़ना चाहते हैं.
पीएम ने कहा कि वह भारत की सामान्य मानवीय आकांक्षाओं को बल देना चाहते हैं. एक समृद्ध, समावेशी राष्ट्र का सपना देश के अनेक महापुरुषों ने देखा था, हमें उनके संकल्प को मिल जुलकर आगे बढ़ना होगा. आज के वैश्विक वातावरण में यह अवसर खोना नहीं चाहिए.
भारत के लोगों की जागरूकता को सराहा
उन्होंने कहा कि हर भारतीय के लिए यह गर्व का विषय है के वह कितना जागरूक है. वह अपने से ज्यादा देश से प्यार करता है. मुझे इस बात का संतोष है कि 2014 में जब हम नये थे. देश के लिए अपरिचित थे. उससे बाहर निकलने के लिए देश ने एक प्रयोग किया. इस सोच के साथ कि चलो वो (बीजेपी) जो भी हैं इनसे (विपक्ष) तो बचेंगे और हमें मौका दिया. 2019 में तो हमें हर कसौटी पर पल-पल परखा गया और देखा गया है. जांचा है, समझा है तब जाकर दोबारा बैठाया है. यह लोकतंत्र की बड़ी ताकत है. चाहे जीतने वाला हो या हारने वाला. चाहे मैदान में जो था या बाहर हर किसी के लिए यह विजय सरकार की जनता के लिए समर्पित होकर काम करने के लिए है. सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय की नीतियां लागू करने के सफल प्रयास को लोगों ने एक बार फिर से अनुमोदन कर हमें बैठाया है.
मोदी ने कहा कि एक व्यक्ति के रूप में जीवन में इससे बड़ा संतोष होता है जब जनता जो ईश्वर का रूप होती है वह आपके काम का अनुमोनद करे.
पीएम ने कहा चर्चा में बहुत अच्छी बातें की गईं बहुत तीखी भी. हर किसी का अपन एजेंडा होता है. उस पर उन्हें कुछ नहीं कहना. हम किसी की लकीर छोटी करने में अपना समय बर्बाद नहीं करते अपनी लंकीर बड़ी करते है.
कांग्रेस को अहंकारी बता कसा तंज
मोदी ने कांग्रेस पर अप्रत्यक्ष हमले में कहा, ‘आपको ऊंचाई मुबारक. आप कुछ नहीं देख पा रहे हैं. मेरी कामना है कि आप और ऊंचा बने रहें. हमारा इसमें आपसे कोई कंपिटिशन नहीं. हमारा सपना जड़ों से जुड़ना है. ऊंचाई का नहीं है. इसिलए जिस स्पर्धा में हम है ही नहीं आपको शुभकामना देते हैं.
पीएम ने कहा, ‘मैं चुनौती देता हूं 2004 से पहले देश में अटल की सरकार के एक भी काम की तारीफ की हो तो जरा इस पटल पर रखें. नरसिम्हा राव की एक बार भी तारीफ की हो तो बताएं. इतना ही नहीं डॉ. मनमोहन की भी तारीफ की हो तो हमें बताएं.
उन्होंने कहा, ‘ शायद मैं यह कहने वाला पहला पीएम हूं कि आजादी के बाद जितनी सरकारें आईं सब देश को आगे ले गईं. हमारा चरित्र ऐसा ही कि गुजरात में लंबे समय तक सीएम रहते हुए गुजरात के 50 साल हुए तो गोल्डन जुबली कार्यक्रम किया जिसमें 50 साल में राज्यपाल के भाषण को ग्रंथ बनाने का प्रस्ताव दिया था. 50 साल भला किसके दल की सरकार थी. यह हमारी सोच का हिस्सा है. यह है हमारा चरित्र. यह सकारात्मक नजरिये से आता है. इसलिए यह कहना देश में जो पहले काम हुआ है उसे हम गिनाते नहीं है. यह उन्हें सुनाने का हक नहीं जो खुद ऐसा नहीं करते. प्रणव दा को भारत रत्न दिए जाने का निर्णय हमने लिया जो हमारे दल से नहीं है. यह फैसला देश के लिए है और जब हम कहते हैं कि सवा सौ करोड़ लोग देश को आगे बढ़ा रहे हैं तो उसमें सब आते हैं कांग्रेस भी.
इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस पर तीखे वार
इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि आज 25 जून है. 25 जून की उस रात को देश की आत्मा को कुचल दिया गया था. भारत के लोकतंत्र को कुचल दिया गया. भारत में लोकतंत्र संविधान के पन्ने से नहीं आया यह हमारी सदियों की आत्मा रही है. देश के महापुरुषों को जेल में डाला गया. पूरे भारत को जेलखाना बना दिया गया था. कि किसी की सत्ता चली न जाए.
हम 25 जून को इसलिए याद करते हैं ताकि उस समय जो भी इस पाप के भागीदार थे उनके रास्ते पर कोई न जाने की इच्छा पैदा कर ले. आपातकाल में मीडिया पर ताला लग चुके थे. हर किसी को लगता था पता नहीं कब पुलिस पकड़ ले. लेकिन देश खड़ा हुआ और लोकतंत्र को बचाने के लिए वोट दिया. यह था इस देश का कमाल था. इस बार फिर जात-पात, धर्म से ऊपर उठकर देश ने वैसा ही कमाल किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा, आज हमारे पास पूज्य बापू से बड़ी कोई प्रेरणा नहीं है. आजादी के लिए मर मिटने वालों को याद करते हुए उनके सपनों को पूरा करना है. आजादी के आंदोलन का सफल नेतृत्व करने वाले बापू से हमें प्रेरण लेनी चाहिए. हिन्दुस्तान में गुलामी लंबी रही. इस काल खंड में देश के हर कोने से आजादी की मांग उठी. त्याग बलिदान की परंपरा चली. बापू ने देश के सामन्य लोगों के लिए आजादी को आंदोलन बना दिया.
उन्होंने कहा कि 1942 में भरत छोड़ो आंदोलन से देश जुड़ गया. झाडू लगाने वाले, पढ़ाने वाले सभी को बापू ने एहसास करयाा कि वह आजादी के लिए काम कर रहे हैं.
जब हौंसला बना लिए ऊंची उड़ान का फिर देखना फिजूल है कद आसमान का
पीएम ने कहा, ‘छोटा सोचना मुझे पसंद नहीं. सवा सौ करोड़ देशवासियों के सपनों को जीना है तो छोटा सोचने का हमें अधिकार भी नहीं. एक कविता में कहा- जब हौंसला बना लिए ऊंची उड़ान का फिर देखना फिजूल है कद आसमान का.
मोदी ने कहा कि इस सरकार को अभी तीन सप्ताह आए हुए हैं. कहावत है कि पुत्र के पांव पालने में होते हैं. हमारा भी मन था कि चुनाव बाद जाएं माला पहनें, कुछ आराम करें, लेकिन हमने वह रास्ता नहीं चुना. वह रास्ता हमें पसंद नहीं. इस दौरान हमने बड़े निर्णय लिए.
किसानों के लिए पेंशन, जवानों के बच्चों के लिए स्कालरशिप पर फैसला, पुलिस के बच्चों को भी फायदा मिले उस पर निर्णय लिया गया. सर्वदलीय बैठक जैसी तमाम कवायदें तीन साप्ताह में की गईं.
खेती के लिए नये तरीके से सोचने की जरूरत
पीएम ने कहा, ‘हमें खेती को लेकर नये तरीके अपनाने होंगे. माइक्रो इरिगेशन से हम पानी बचा सकते हैं. कृषि हमारे ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. हमें इसके लिए मिलकर काम करना है. कृषि क्षेत्र में कोई निवेश नहीं. हम प्रत्यक्ष निवेश करना चाहते हैं, कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउसेज बनाना चाहते हैं. बीज से लेकर बाजार तक एक व्यवस्था खड़ी हो ऐसी योजना चाहते हैं.’ उन्होंने कहा कि पिछली बार 2014 में दाल मुद्दा बना था. दाल के लिए किसान आगे आए. अब उन्हें तिलहन के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए. इन चीजों के लिए किसानों को हम जोड़ सकते हैं.
मेक इन इंडिया का मजाक उड़ाने से देश का भला नहीं
पीएम ने कहा कि मेक इन इंडिया का बहुत मजाक उड़ाया गया. 200 साल का आयुध के लिए काम का हमारा अनुभव है. कई फैक्ट्रियां हमारे यहां आजादी के पहले से ही हथियार बनाती थीं लेकिन इस क्षेत्र में हम दुनिया के सबसे बड़े आयातक हैं. हो सकता है इसका मजाक बनाने से रात को नींद अच्छी आ जाए पर इससे देश का भला नहीं होता. जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान पर बल दें, नौजवानों को रोजगार पर जोर देने पर मिलकर काम करें.
टूरिज्म में बहुत संभावनाएं
पीएम ने कहा कि हमारे यहां टूरिज्म की बहुत संभवनाएं है. स्वच्छता ने एक ताकत दी है कि टूरिज्म को बल दे सकते हैं. दुनिया भर से मिलने वाली हर व्यवस्था का उपयोग कर सकते हैं. देश के सपनों पर काम करना है. गांव और शहर सबके लिए समान अवसर लेकर आगे बढ़ेंगे.
उन्होंने कहा, ‘विश्व की आवश्यकता के अनुसार हमें देश को आगे बढ़ाने के बारे में सोचना है.
भ्रष्टाचार पर लड़ाई जारी रहेगी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई हामारी जारी रहेगी. हमें इसलिए कोसा जा रहा है कि हमने किसी को जेल में डाला क्यों नहीं. जेल में अदालत डालती है. हम किसी के प्रति हीन भावना से काम नहीं करेंगे. देश ने इतना दिया है कि गलत रास्तों पर जाने की जरूरत ही नहीं है.