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Friday, 22 November, 2024
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चार महीने बाद ईंधन के दामों पर लगा ‘लॉकडाउन’ हटा, राहुल बोले- अब सरकार कीमतों का लगातार ’विकास’ करेगी

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई और घरेलू रसोई गैस के दाम 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गए हैं.

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नई दिल्ली: मंगलवार की सुबह से पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी के बाद सदन से लेकर सड़क तक मोदी सरकार का विरोध हो रहा है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई और घरेलू रसोई गैस के दाम 50 रुपये प्रति सिलेंडर बढ़ गए हैं.

चार महीने में पहली बार भारत में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत अब 96.21 रुपये और डीजल 87.47 रुपये प्रति लीटर होगा.

सदन से सड़क तक गैस, पेट्रोल डीजल के बढ़े दामों पर प्रदर्शन

कांग्रेस ने पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कटाक्ष किया.

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘गैस, डीज़ल और पेट्रोल के दामों पर लगा ‘लॉकडाउन’ हट गया है. अब सरकार लगातार क़ीमतों का ‘विकास’ करेगी. महंगाई की महामारी के बारे में प्रधानमंत्री जी से पूछिए, तो वह कहेंगे कि थाली बजाओ.’

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ‘महा-महंगाई, भाजपा लाई! अब गैस सिलेंडर पर 50 रुपये बढ़ा. गैस सिलेंडर-दिल्ली व मुंबई में 949.50 रुपये, लखनऊ में 987.50 रुपये, कोलकाता में 976 रुपये और चेन्नई में 965.50 रुपये.’

उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘लोग कह रहे हैं, कोई लौटा दे वो सच्चे-सस्ते दिन, नहीं चाहिए (नरेंद्र) मोदी जी के अच्छे दिन.’

सुरजेवाला ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘भाजपा की जीत के साथ मोदी जी के ‘महंगे दिन’ वापस आ गए हैं. भाजपा को जीत का आराम मिलते ही फ़िर महंगाई ने जनता का जीना हराम कर दिया है. उत्तर प्रदेश में अमित शाह जी ने कहा था कि चुनाव जिताओ और होली पर मुफ़्त गैस सिलेंडर पाओ. मुफ़्त तो दिए नहीं, अब महंगे दे रहे हैं.’

वही संसद के बजट सत्र 2022 के दूसरे चरण में आज महंगाई और पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर विरोध जताया जा रहा है. देश में ईंधन की बढ़ती कीमतों के खिलाफ विपक्षी दलों के हंगामे के बाद नायडू ने सदन को मंगलवार दोपहर 12 बजे तक लिए स्थगित कर दिया था.

तृणमूल कांग्रेस के नेता उच्च सदन के वेल में आ कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे थे.

तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना और कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने हंगामा खड़ा कर दिया था क्योंकि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने नियम 267 के तहत ईंधन की बढ़ती कीमतों पर चर्चा करने की उनकी याचिका खारिज कर दी.

राकांपा की महाराष्ट्र ईकाई के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने पूछा, ‘रसोई गैस की कीमत बढ़ाने की क्या आवश्यकता है जब आपने (केंद्र ने) रूस से अत्यधिक रियायती दरों पर लाखों बैरल कच्चा तेल आयात किया है.’

उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 140 डॉलर तक बढ़ गयी है.

राकांपा नेता ने कहा कि एक ओर पेट्रोलियम मंत्रालय कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ने के कारण मूल्य वृद्धि को न्यायोचित ठहराने का प्रयास कर रहा है, वहीं दूसरी ओर उन्होंने ‘अत्यधिक रियायती दरों पर तेजी से सौदा’ कर लिया है.

कांग्रेस की महाराष्ट्र ईकाई के प्रमुख नाना पटोले ने केंद्र पर चुनाव खत्म होते ही लोगों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया. वह पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में हाल में संपन्न विधानसभा चुनावों का जिक्र कर रहे थे.

पटोले ने कहा, ‘मैंने कहा था कि भाजपा चुनाव जीतेगी तो ब्याज समेत जनता से वसूलेगी. पेट्रोल, डीजल, गैस…वसूली शुरू.’

‘चुनाव खत्म, महंगाई शुरू: अखिलेश 

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और विधानसभा चुनाव बीतने के बाद महंगाई बढ़ाने का आरोप लगाया.

सपा प्रमुख ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए मंगलवार की सुबह ट्वीट किया, ‘जनता को दिया भाजपा सरकार ने महंगाई का एक और उपहार… लखनऊ में रसोई गैस सिलेंडर हुआ हजार के पास और पटना में हजार के पार.’ इसी ट्वीट में अखिलेश ने लिखा, ‘चुनाव खत्म, महंगाई शुरू…’

विपक्ष लगातार ट्वीट कर केंद्र पैर निशाना साध रहे है.


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वही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बढ़ती महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुए ट्वीट किया, ‘गैस, डीज़ल और पेट्रोल के दामों पर लगा ‘लॉकडाउन’ हट गया है. अब सरकार लगातार क़ीमतों का ‘विकास ’ करेगी. महंगाई की महामारी के बारे में प्रधानमंत्री जी से पूछिए, तो वो कहेंगे #ThaliBajao’ 

दूसरी ओर सांसद जया बच्चन ने कहा, ‘ ये सरकार इसी तरह करती है, अखिलेश यादव ने अपने कैंपेन में बार-बार ये ही कहा कि आप लोग सतर्क हो जाएं दाम चुनाव के बाद बढ़ने वाले हैं. इन्हें वोट करके पता नहीं कौन जीताकर लाया, जनता तो नहीं लाई होगी.’

आप ने महंगाई पर केंद्र पर निशाना साधा और ट्वीट किया, ‘ गैस: ₹ 50 महंगी, डीजल: ₹ 25 महंगा,  पेट्रोल: ₹ 110 के पार बताओ मित्रों, देश की ‘जीडीपी’ बढ़ रही है कि नहीं बढ़ रही है?

एलपीजी सिलेंडर के दाम

अब मुंबई में घरेलू एलपीजी सिलेंडर 949.50 रुपये, कोलकाता में 976 रुपये, चेन्नई में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 915.50 रुपये से बढ़कर 965.50 रुपये हो गई है. वही लखनऊ में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 938 रुपये से बढ़कर 987.5 रुपये हो गई है. बिहार के पटना में एक घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम बढ़कर 1039.5 रुपये होगी.

एलपीजी की दर में अंतिम बार छह अक्टूबर 2021 को संशोधन किया गया था. वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतें चार नवंबर से स्थिर थीं. एलपीजी की कीमत जुलाई और अक्टूबर 2021 के बीच प्रति सिलेंडर 100 रुपये के करीब बढ़ गई थीं.

महामारी के कारण आई मंदी और फिर रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण कच्चे माल की लागत बढ़ती गई इसके बावजूद एलपीजी और वाहन ईंधन दोनों की कीमतें तब से स्थिर थीं.

गैर-सब्सिडी वाली रसोई गैस वह है जिसे उपभोक्ता सब्सिडी वाले या बाजार से कम दरों पर 12 सिलेंडरों का अपना कोटा खत्म हो जाने के बाद खरीदते हैं.

सूत्रों ने कहा कि पांच किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत अब 349 रुपये होगी जबकि 10 किलोग्राम के मिश्रित सिलेंडर की कीमत 669 रुपये होगी. 19 किलो के वाणिज्यिक सिलेंडर की कीमत अब 2003.50 रुपये है.

इससे पहले पेट्रोल की कीमत 110.04 रुपये प्रति लीटर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी और डीजल 98.42 रुपये प्रति लीटर हो गया था.

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दाम बढ़ रहे हैं. हालांकि, पश्चिमी देशों ने अब तक ऊर्जा व्यापार को प्रतिबंधों से बाहर रखा है, लेकिन रूसी तेल और उत्पादों पर पूर्ण प्रतिबंध की आशंका से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में फिर से इजाफा हो सकता है.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)


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