नई दिल्ली: एनसीपी में टूट के बाद आज शरद पवार ने पहली बार महाराष्ट्र के लोगों और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा, “आज महाराष्ट्र तथा देश में कुछ लोग जाति और धर्म के नाम पर समाज के बीच दरार पैदा कर रहे हैं. बीजेपी की राजनीति विभाजनकारी है. कई राज्यों में क्षेत्रिय पार्टियों को तोड़ने की कोशिश चल रही है. यह देश में गलत हो रहा है.”
उन्होंने कहा, “हर राज्य में चुनी गई सरकार को गिराया जा रहा है. महाराष्ट्र को बांटने की कोशिश चल रही है. लेकिन हम महाराष्ट्र को बंटने नहीं देंगे. महाराष्ट्र में जातिवाद की राजनीति नहीं चलेगी. महाराष्ट्र को अपनी ताकत दिखानी होगी. हमे एकजुट होकर काम करना होगा.”
शरद पवार ने कहा कि उन्हें ममता बनर्जी और मल्लिकार्जुन खरगे का फोन आया था और उन लोगों ने कहा वह उनके साथ हैं.
‘हमारी विचारधारा सांप्रदायिकता के खिलाफ’
एनसीपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि हमारे राज्य में सांप्रदायिकता नहीं चलेगी. उन्होंने कहा, “हमारी विचारधारा संप्रदायिकता के खिलाफ है. हम सबको साथ लेकर चलने वाले लोग हैं. हम धर्म-जाति की राजनीति नहीं करते.बीजेपी की बांटने वाली राजनीति हमारे राज्य में नहीं चलेगी. हम महाराष्ट्र को टूटने नहीं देंगे.”
बता दें कि कल शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने बगावत करते हुए महाराष्ट्र सरकार और एनडीए में शामिल हो गए थे. अजित पवार को महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनाया गया. अजित पवार के साथ एनसीपी के कद्दावर नेता छगन भुजबल सहित 9 विधायकों को मंत्री भी बनाया गया है. शपथ ग्रहण में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मौजूद रहे.
चर्चा है कि एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है.
कल अजित पवार ने पार्टी नेताओं के साथ अपने आवास पर बैठक की. इस बैठक में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी मौजूद थीं. इसके कुछ देर बाद ही अजित पवार राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे और थोड़ी देर बाद शपथ ली.
आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी अपने विधायकों की मीटिंग बुलाई है. माना जा रहा है कि अजीत पवार के आने के बाद एकनाथ शिंदे अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: अजीत पवार ने NCP में की बगावत, NDA में हुए शामिल, डिप्टी CM पद की शपथ ली, 9 विधायक भी बने मंत्री