scorecardresearch
Saturday, 11 May, 2024
होमराजनीतिनागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विपक्षी दल भड़का रहे हैं हिंसा: अमित शाह

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विपक्षी दल भड़का रहे हैं हिंसा: अमित शाह

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा हम नागरिकता संशोधन अधिनियम लेकर आए हैं और कांग्रेस को पेट दर्द होने लगा. वह अन्य विपक्षी दल उसके खिलाफ हिंसा भड़का रहे है.

Text Size:

गिरिडीह: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया. शाह ने यहां एक चुनावी जनसभा में कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के पारित होने से विपक्षी दल को पेट दर्द होने लगा है.

उन्होंने कहा,’हम नागरिकता संशोधन अधिनियम लेकर आए हैं और कांग्रेस को पेट दर्द होने लगा. वह उसके खिलाफ हिंसा भड़का रही है.’

शाह ने कांग्रेस पर आड़े हाथों लेते हुए कहा, कांग्रेस पार्टी हिंदू-मुस्लिम राजनीति, नक्‍सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है. तीन तलाक का कानून लाए तो कांग्रेस ने इसे मुस्लिम विरोधी बताया और अब नागरिकता संशोधन कानून को मुस्लिम विरोधी बता रही है. शाह ने आरोप लगाया कि पूर्वोत्तर राज्यों में विपक्षी दल हिंसा भड़का रहे है.

भाजपा अध्यक्ष ने कहा,’ मैं असम और (अन्य) पूर्वोत्तर राज्यों (के लोगों) को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनकी संस्कृति, सामाजिक पहचान, भाषा, राजनीतिक अधिकारों को नहीं छूआ जाएगा तथा नरेंद्र मोदी सरकार उनकी रक्षा करेगी.’

शाह ने कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री कर्नाड संगमा ने इस मुद्दे को लेकर उनसे मुलाकात की है.उन्होंने कहा,’मैंने उन्हें समाधान ढूंढ़ने के लिए सकारात्मक रूप से मुद्दों पर चर्चा करने का आश्वासन दिया.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

गृहमंत्री ने कहा कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर को लटकाने का काम किया लेकिन हमारी पार्टी बेहद जल्‍द अयोध्‍या में राम मंदिर बनाएगी.

राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी कहते है कि झारखंड वालों को कश्मीर से क्या लेना देना. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि कश्मीर बचाने के लिए सबसे ज्यादा शहादत झारखंड के युवाओं ने ही दी है. सेना और सीआरपीएफ के अंदर झारखंड के युवाओं ने कश्मीर में अपना लहू बहाया है.

बंगाल में हिंसक प्रदर्शन जारी, कई बसों तथा एक रेलवे स्टेशन परिसर में आगजनी

नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. कई बसों और एक रेलवे स्टेशन परिसर में आगजनी की गई.

पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद और उत्तरी 24 परगना जिलों तथा हावड़ा (ग्रामीण) से हिंसा की खबरें मिली हैं.

इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने करीब 15 बसों को आग के हवाले कर दिया, जिनमें सार्वजनिक के साथ-साथ निजी बसें भी शामिल हैं. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-छह (मुंबई रोड) और राष्ट्रीय राजमार्ग-दो (दिल्ली रोड) को कोलकाता से जोड़ने वाले कोना एक्सप्रेसवे पर हावड़ा में यातायात अवरुद्ध कर दिया.

उन्होंने बताया कि इससे एक्सप्रेसवे पर यातायात थम गया.

पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 और जिले की कई अन्य सड़कों को बाधित कर दिया गया. यह राजमार्ग उत्तरी और दक्षिणी बंगाल को जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग है. वहां बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया. जिले में अन्य सड़कों को भी बाधित कर दिया गया.

उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा जिले के दोम्जुर इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग छह भी बाधित कर दिया. उन्होंने टायर जलाए और कई वाहनों में तोड़ फोड़ की.

पुलिस ने बताया कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी स्थिति नियंत्रित करने के लिए मौके पर हैं.

पूर्वी रेलवे के सियालदह-हसनाबाद के बीच रेल सेवाएं भी बाधित हैं.

इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि बीती रात से ग्रामीण हावड़ा के बगनान इलाके में 20 दुकानों में आगजनी की गई.

उन्होंने बताया कि सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा जिले में संकरेल रेलवे स्टेशन परिसर के एक हिस्से में भी आगजनी की.

प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर मौजूद रेलवे पुलिस बल के कर्मियों को भी पीटा.

रेलवे के क्षेत्रीय प्रवक्ता संजय घोष ने बताया कि दक्षिण पूर्वी रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर खंड पर भी सुबह 11 बजे से ट्रेन सेवाएं ठप रहीं, क्योंकि प्रदर्शनकारी सांकरील, नालपुर, मोरीग्राम और बकरनवाबाज़ स्टेशनों पर पटरियों पर बैठ गए.

रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि आठ एक्सप्रेस ट्रेनों सहित 20 ट्रेनें दक्षिण पूर्व जोन में विभिन्न स्टेशनों पर रोकी गईं.

पूर्वोत्तर भारत में भी इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है.

वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाये रखने और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की.

मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, ‘कानून अपने हाथ में मत लीजिए. सड़क और रेल यातायात जाम मत कीजिए. सड़कों पर आम लोगों के लिए परेशानी खड़ी मत कीजिए.’

उन्होंने कहा, ‘सरकारी संपत्तियों को नुकसान मत पहुंचाइए. जो लोग परेशानियां खड़ी करने के दोषी पाए जायेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’

(समाचार एजेंसी भाषा के इनुपट के साथ)

share & View comments