लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार के शुक्रवार को चार वर्ष पूरे होने पर विपक्षी दलों मुख्य रूप से बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने सरकार के दावों को हकीकत से दूर बताया और प्रदेश में बढ़ते अपराध, महिला उत्पीड़न समेत तमाम मामलों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में भाजपा सरकार के नकारेपन पर शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधानसभा में कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा और विधान परिषद में दल नेता दीपक सिंह समेत कई प्रमुख नेताओं ने एक बुकलेट जारी की जिसका नाम 4 साल-चौपट हुआ हाल रखा.
किसान की आत्महत्या से फसल बीमा
लल्लू के मुताबिक,’हमारा यह प्रदेश किसान प्रदेश के रूप में अपनी पहचान रखता है किन्तु आलम यह है कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार प्रतिदिन 28 किसान आत्महत्या कर रहे हैं. जिसके अनुसार 2019 से अब तक 5464 किसानों ने उ0प्र0 में आत्महत्या की है. जिसमें सबसे ज्यादा आत्महत्या बुन्देलखण्ड में हुई है.
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार पिछले एक वर्ष में प्रत्येक किसान की आय में 17 प्रतिशत की कमी आई है. प्रत्येक किसान पर एक लाख रूपये का कर्ज बढ़ा है. हमारे ही प्रदेश में सबसे अधिक 8447 करोड़ रूपये गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर भुगतान बकाया है जो देश में सर्वाधिक है. 2016-17 के मुकाबले जबसे योगी सरकार सत्ता में आयी है गन्ना मूल्य का न्यूनतम समर्थन मूल्य न के बराबर बढ़ी है.’
फसल बीमा में प्रदेश में बीमित किसानों में प्राकृतिक आपदा और अन्य दुश्वारियां होने के बावजूद सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया कि 10 प्रतिशत किसानों को भी फसल बीमा का लाभ नहीं मिल पाया है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के एक कार्यकर्ता का ट्वीट रीट्वीट किया जिसमें एक अखबार की कतरन लगाई गई है कि उप्र में चार वर्ष में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले दोगुने हुए. इसके पहले यादव ने एक ट्वीट किया, ‘आज उठेगी कृष्ण की धरती से हलधर बलराम की पुकार, किसानों की महापंचायत बदलेगी अपने देश का इतिहास.’
उल्लेखनीय है कि यादव आज किसान महापंचायत में शामिल होने मथुरा पहुंचे..
1. यूपी में भाजपा सरकार के 4 वर्ष पूरे होने पर काफी शाहखर्ची करके बड़े-बड़े विज्ञापनों व प्रेसवार्ता आदि के माध्यम से जो उपलब्धियाँ सरकार द्वारा आज गिनाई गई हैं उनमें सच्चाई बहुत कम है अर्थात इनके सरकारी दावे अगर जमीनी हकीकत में गरीब जनता को लाभ देते तो यह उचित होता। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) March 19, 2021
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कार्यकाल के चार साल पूरे होने पर सरकार के लंबे दावों को हकीकत से दूर बताते हुए कहा कि अगर वे जमीनी हकीकत में गरीब जनता को लाभ देते तो बेहतर होता.
मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘उप्र में भाजपा सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर काफी शाहखर्ची करके बड़े-बड़े विज्ञापनों व प्रेसवार्ता आदि के माध्यम से जो उपलब्धियां सरकार द्वारा आज गिनाई गई हैं उनमें सच्चाई बहुत कम है अर्थात इनके सरकारी दावे अगर जमीनी हकीकत में गरीब जनता को लाभ देते तो यह उचित होता.
बसपा प्रमुख मायावती ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश की सरकार की आलोचना की बल्कि उत्तराखंड की भाजपा और पंजाब की कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा है.
उन्होंने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘साथ ही, उत्तराखंड में भाजपा व पंजाब में कांग्रेस सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर वहाँ भी जो दावे किए जा रहे हैं वे हवा-हवाई ज्यादा व सही मायने में जनहित व जनकल्याण से काफी दूर. अतः इन तीनों राज्यों की दुःखी व पीड़ित जनता यहाँ अपने राज्यों में सुखद परिवर्तन लाने को बेचैन.’
उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री द्वारा देश की महिलाओं के अपने पसंद के पहनावे के सम्बंध में जो टिप्पणी की गई है वह अनुचित ही नहीं बल्कि अशोभनीय, अमर्यादित व गैर-जरूरी है. इसके बजाए वे अपने प्रदेश के जनहित व जन समृद्धि की संवैधानिक जिम्मेदारी पर समुचित ध्यान दें, बसपा की यह सलाह है.’