मुंबई: महाराष्ट्र में चल रही अभूतपूर्व राजनीति में अब कुछ भी ऐसा नहीं रहा जो चौंकाने वाला ना हो. ऐसे ही एक घटनाक्राम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने रविवार को कहा कि ‘लापता’ चल रहे उनके विधायकों में से एक अनिल पाटिल ने शरद पवार के नेतृत्व में विश्वास जताया है, जो पार्टी में उनकी वापसी का संकेत देता है.
एक अन्य महत्त्वपूर्ण घटना में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद संजय काकडे और एनसीपी नेता जयंत पाटिल, छगन भुजबल और बबन शिंदे ने सुबह शरद पवार से यहां उनके आवास पर मुलाकात की.
15 मिनट तक चली बैठक के बाद, काकडे ने कहा कि वह अपने ‘निजी काम’ के लिए पवार से मिलने आये थे. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने भी शरद पवार से मुलाकात की. बाद में, चव्हाण ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना मिलकर सरकार बनाएगी क्योंकि उनके पास ‘संख्या बल’ है.
उन्होंने कहा, ‘एनसीपी के सभी गैरहाजिर विधायक जल्द ही पार्टी में लौट आएंगे. कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं.’ एनसीपी नेता अजित पवार तथा पार्टी के कुछ और विधायकों की मदद से महाराष्ट्र में शनिवार को भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद अनिल पाटिल और दौलत दरोडा सहित एनसीपी के कुछ विधायक ‘लापता’ हो गए थे.
एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने रविवार को अनिल पाटिल के ट्वीट को टैग करते हुये ट्वीट किया, जिसमें कहा गया कि वह (पाटिल) एनसीपी का हिस्सा बने रहेंगे और उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया. पाटिल ने ट्वीट में कहा कि वह राजभवन गए थे क्योंकि अजित पवार विधायक दल के नेता थे.
पाटिल ने ट्वीट में कहा, ‘मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी कि राजभवन में क्या होने वाला है. मैं शरद पवार के साथ हूं.’ मलिक ने कहा कि यह पाटिल की पार्टी में वापसी का संकेत है. इस बीच, शाहपुर के विधायक दौलत दरोडा के परिवार ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई है. दरोडा शनिवार को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए राजभवन पहुंचने के बाद से ही लापता हैं.
मलिक ने कहा कि रविवार सुबह तक पांच विधायकों- दौलत दरोडा, नितिन पवार (कलवन), नरहरी झिरवाल (डिंडोरी), बाबासाहेब पाटिल (अहमदपुर), अनिल पाटिल (अमलनेर) के लापता होने की सूचना है. उन्होंने कहा, ‘इनमें से, अनिल पाटिल ने संकेत दिया है कि वह शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी के साथ हैं. अहमदपुर के विधायक बाबासाहेब पाटिल के भी लौटने की उम्मीद है. बाकी विधायक भी लौट आएंगे.’
सूत्रों के अनुसार, शरद पवार के पोते रोहित पवार समेत 45 से अधिक एनसीपी विधायकों को ‘खरीद-फरोख्त’ से बचाने के लिए उपनगर के एक रिजॉर्ट में भेजा गया है.