नई दिल्ली: जेल से बाहर आने के बाद इंडिया गठबंधन की एक रैली में पीएम मोदी पर अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल 75 वर्ष के होने के बाद सेवानिवृत्त हो जाएंगे” पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने दिल्ली के समकक्ष को ‘झूठेलाल’ बताते हुए कहा कि उनका “झूठ बोलने का इतिहास” रहा है.
इस बात पर जोर देते हुए कि लोग मोदी को ‘वरदान’ मानते हैं, यादव ने कहा कि यह भारत और उसके मतदाताओं का सौभाग्य है कि मोदी 10 साल से सत्ता में हैं और केजरीवाल की टिप्पणी को गंभीरता से नहीं लेते.
यादव ने कहा, “सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक, भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में, मोदी जी ने कमाल किया है…दो कार्यकाल तक सत्ता में रहने के बाद, उन्होंने लोगों के दिलों में अपने लिए एक अनोखी जगह बनाई है. यह भारत का सौभाग्य है, भारतीय मतदाताओं का सौभाग्य है. उन्होंने अपने पूरे जीवन में अपने लिए एक भी काम नहीं किया.”
उन्होंने कहा, “पीएम ने खुद को राष्ट्र के प्रति समर्पित किया है. उनके पास अपना मकान नहीं, जायदाद नहीं है, कोई बैंक बैलेंस नहीं है, उनके परिवार से कोई नहीं है. वे देश के लिए जी रहे हैं और उन्होंने लोगों के बीच अपनी पैठ बनाई है, जो उन्हें वरदान मानती है. पीएम देश और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं.”
दिप्रिंट को दिए एक खास इंटरव्यू में यादव ने केजरीवाल पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया जब वह पहली बार इसके खिलाफ शपथ लेने के बाद राजनीति में आए और फिर चुनाव लड़े, जबकि पहले उन्होंने कहा था कि उनकी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है.
वर्षों से केजरीवाल का साथ छोड़ने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं कपिल मिश्रा, आशुतोष, शाजिया इल्मी और कुमार विश्वास का ज़िक्र करते हुए यादव ने कहा, “अरविंद केजरीवाल पर कौन विश्वास करता है? उन्हें अब ‘झूठेलाल’ के नाम से जाना जाता है. कोई इतना झूठ कैसे बोल सकता है? उनका झूठ एवरेस्ट से भी ऊंचा है.”
सीएम ने कहा, “फिर उन्होंने विकास की बात की, स्कूलों, अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों आदि के निर्माण के बड़े वादों के साथ, लेकिन एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं बना. उन्होंने दिल्ली में वाईफाई उपलब्ध कराने की बात की, लेकिन मैं पूरी दिल्ली में घूमा ऐसा कुछ नहीं हुआ है.”
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर 2021-22 दिल्ली आबकारी नीति मामले में कथित अनियमितताओं को लेकर आप प्रमुख केजरीवाल और अन्य नेताओं की गिरफ्तारी का ज़िक्र करते हुए, यादव ने कहा, “उन्हें (आप नेताओं को) शराब बंदी के बारे में बात करनी चाहिए, लेकिन शराब नीति में फंस गए, फिर, उन्होंने (केजरीवाल ने) यह झूठ शुरू कर दिया कि (बीजेपी कैसे) उन्हें गिरफ्तार करेगी और जेल में डालेगी. जो ज़मानत पर बाहर है, उसे कोई गिरफ्तार क्यों करेगा? तो फिर ज़मानत रद्द करवाओ. आपने ज़मानत के लिए आवेदन किया. तो, यह नाटक क्यों?”
10 मई को अंतरिम ज़मानत पर जेल से रिहा होने के बाद से, केजरीवाल चुनावी रैलियों में कह रहे हैं कि अगर लोग मोदी को वोट देकर सत्ता में लाते हैं तो उन्हें वापस जेल भेज दिया जाएगा और भाजपा अधिक विपक्षी नेताओं को जेल भेजना चाहती है. 21 मार्च को गिरफ्तार किए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें 1 जून तक अंतरिम ज़मानत दे दी है.
दिल्ली के सीएम के आरोपों का जवाब देते हुए, यादव ने कहा, “आप (केजरीवाल) यह कहकर लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश क्यों कर रहे हैं कि अगर वे आपको वोट नहीं देंगे, तो आप सलाखों के पीछे जाएंगे? आप ऐसे काम क्यों करते हैं जो आपको जेल भेज देते हैं?…एक तरफ, हमारे पास पीएम मोदी जैसा व्यक्ति है, जिनकी बेदाग प्रतिष्ठा है. दूसरी तरफ, हमारे पास केजरीवाल हैं, जो दागी हैं. उनकी बातों पर कौन विश्वास करेगा?”
उन्होंने राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने, जहां ज़रूरी हो वहां बुलडोजर चलाना जारी रखने और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीजेपी में शामिल होने पर भी बात की.
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अयोध्या के बाद मथुरा
मोदी के नेतृत्व में भाजपा के प्रदर्शन पर विश्वास व्यक्त करते हुए, यादव ने यह भी कहा कि पार्टी द्वारा उन्हें मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री बनाने के साथ, वे भाजपा की ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ नीति का एक जीवंत उदाहरण हैं. उन्होंने पार्टी रैंक में अपने उत्थान के बारे में कहा, “पार्टी ने मेरे जैसे ‘यदुवंशी’ व्यक्ति को मौका दिया”.
विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर कड़ा प्रहार करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल की शुरुआत में जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद, “मथुरा में कृष्ण का धाम भी मुस्कुराना चाहिए”. फरवरी में, सपा प्रमुख ने कहा था कि योगी आदित्यनाथ को मथुरा और काशी में मस्जिद-मंदिर विवाद नहीं उठाना चाहिए क्योंकि वे संविधान से बंधे हुए हैं.
उन्होंने अखिलेश का नाम लिए बिना पूछा, “हमें इसके बारे में बात क्यों नहीं करनी चाहिए? (राम मंदिर के बाद मथुरा)…हम तो डंके की चोट पर कहते हैं कि द्वारका में अगर मान्य मोदी जी ने पुल बनवाया और वो डूबी द्वारका के दर्शन करने गए, इनकी हिम्मत क्यों नहीं पड़ी ये दर्शन करने क्यों नहीं जा रहे.”
यादव ने कहा, “जो लोग भगवान कृष्ण के नाम पर बात करते हैं, जो खुद को उनसे जोड़ते हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से (इसके बारे में बात करने से कतराते हैं) अपने दूसरे वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए, यह उनके लिए एक सबक है. मैं तो आनंद में हूं कि भगवान राम मुस्कुरा रहे हैं…भगवान कृष्ण ने क्या गलत किया है? उनका धाम भी मुस्कुराना चाहिए.”
यादव ने कहा, “हमें अपनी गौरवशाली परंपरा पर गर्व क्यों नहीं करना चाहिए; इसके बारे में बात करने में क्या गलत है? भगवान राम, श्री कृष्ण और 33 करोड़ देवी-देवताओं-सभी की पूजा की जानी चाहिए…इतना बड़ा समुदाय सभी को स्वीकार करता है. और इसके साथ ही, हम विकास के अपने एजेंडे को जारी रखेंगे और किसी के भी धर्म और पहचान के आधार पर नफरत करना हमारा ‘धर्म’ नहीं है.”
यूसीसी और बुलडोजर राजनीति
यूसीसी पर यादव ने कहा कि यह भाजपा की “घोषित नीति” है और इसलिए मध्य प्रदेश इसे केंद्र के साथ मिलकर लागू करेगा. उन्होंने कहा, “डरने की कोई ज़रूरत नहीं है.”
भाजपा के मुस्लिम विरोधी होने की विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए, यादव ने कहा कि तीन तलाक पर प्रतिबंध और अनुच्छेद-370 को निरस्त करने से लोगों की जिंदगी बेहतरी के लिए बदल गई है.
तीन तलाक पर प्रतिबंध लागू करने के लिए मोदी सरकार की सराहना करते हुए और विपक्ष से सवाल करते हुए कि ऐसा क्यों नहीं किया गया, उन्होंने कहा, “इतने सारे मुस्लिम देशों ने ट्रिपल तलाक को खत्म कर दिया है, लेकिन अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए, इसने (कांग्रेस) मुस्लिम महिलाओं के जीवन को नरक बना दिया है.”
अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर उन्होंने कहा कि इस कदम से “कश्मीर में शांति और समृद्धि” आई है.
उन्होंने कहा, “कश्मीर विकास का एक मॉडल बन गया है और अब पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) के लोग भी कह रहे हैं, ‘हम भारत का हिस्सा बनना चाहते हैं’. तो, वो किसने दिया? पीएम मोदी जी ने किया. देश भर में आतंकवाद का खात्मा किसने किया? पीएम मोदी जी ने किया.”
इस बात पर जोर देते हुए कि मुस्लिम आबादी को सरकारी योजनाओं से लाभ मिलता है, उन्होंने पूछा, “तो, गलत क्या है? मोदीजी ने मुस्लिम समुदाय को देश के बाकी हिस्सों से जुड़ने का मौका दिया है. हम उस पार्टी से हैं जिसने ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को पहली बार राष्ट्रपति बनाया, कांग्रेस ने उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया और उनकी अपार क्षमताओं के बावजूद अगली बार उन्हें मौका नहीं दिया.”
उन्होंने कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया. “कांग्रेस वो है जिसने देश को विभाजित किया है…कांग्रेस ने यह भी कहा था कि अगर राम मंदिर का निर्माण किया गया, तो इससे दंगे हो जाएंगे, खून की नदिया बह जाएगी. क्या हुआ? कुछ नहीं हुआ. पूरे देश ने शांतिपूर्वक रामनवमी और ईद मनाई. कोई दंगा नहीं हुआ और एक भी कर्फ्यू नहीं लगा.”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने हमेशा फूट डालो और राज करो की नीति अपनाई है और अभी भी ब्रिटिश नीति का पालन कर रही है.”
उन्होंने इन आरोपों को खारिज करते हुए कि “बुलडोजर” न्याय अक्सर मुस्लिम घरों को निशाना बनाता है, यादव ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार कानून का पालन करेगी, लेकिन जहां ज़रूरत होगी वहां बुलडोजर का इस्तेमाल करेगी. उन्होंने कहा, “अगर कोई गलत गतिविधि होती है, गैरकानूनी गतिविधि होती है, तो सरकार उसे सख्ती से खत्म करने में सक्षम है, लेकिन सरकार सभी नियमों और विनियमों का पालन करेगी और कोई भेदभाव नहीं होगा.”
2023 में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, यादव ने “मांस, मछली आदि की अवैध खरीद और बिक्री” की जांच के लिए एक “गहन अभियान” का आदेश जारी किया, जिसके बाद भोपाल में बुलडोजर ने 10 मांस की दुकानों को तोड़ दिया. उसी दिन, सरकार ने भाजपा कार्यकर्ता पर हमला करने के आरोपी तीन लोगों के घरों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर भेजा. अपने पूर्ववर्ती, शिवराज सिंह चौहान के तहत, मध्य प्रदेश सरकार ने खरगोन में 2022 की सांप्रदायिक झड़पों के बाद संदिग्धों के घरों को ढहाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया था.
यह पूछे जाने पर कि क्या भविष्य में भी न्याय के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाएगा, उन्होंने पूछा, “क्यों नहीं होगा? अगर ज़रूरत होगी, तो ज़रूर होगा.”
(इस इंटरव्यू को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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