नई दिल्ली: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार और कोटा से सांसद ओम बिरला बुधवार को 18वीं लोकसभा के स्पीकर चुने गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किए गए और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा समर्थित प्रस्ताव को सदन ने ध्वनि मत से स्वीकार किया.
सदन में ‘हां’ और ‘ना’ की गूंज सुनाई दी और प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने ओम बिरला को निचले सदन का स्पीकर घोषित किया. विपक्ष ने के सुरेश को इंडिया ब्लॉक के स्पीकर के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था, लेकिन उन्होंने मत विभाजन के लिए दबाव नहीं बनाया.
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी बिरला को शुभकामनाएं दीं और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और पीएम मोदी के साथ उनके साथ कुर्सी तक गए.
इंडिया ब्लॉक द्वारा के सुरेश को अपना उम्मीदवार बनाए जाने के बाद, स्पीकर की नियुक्ति दिलचस्प हो गई क्योंकि आज़ाद भारत में तीसरी बार स्पीकर के लिए चुनाव हुआ था.
परंपरागत रूप से लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चुनाव सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच आम सहमति से होता है.
राजस्थान के कोटा से तीन बार सांसद रह चुके भाजपा के ओम बिरला और केरल के मवेलीकारा से आठ बार सांसद रह चुके कोडिकुन्निल सुरेश के बीच मुकाबला तब हुआ जब एनडीए ने विपक्षी दल की इस मांग को मानने से इनकार कर दिया कि विपक्ष को एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने के बदले में डिप्टी स्पीकर का पद छोड़ दिया जाए.
543-सदस्यीय लोकसभा में 293 सांसदों वाले एनडीए ने अपना स्पष्ट बहुमत प्रदर्शित करने में सफलता पाई और यह सुनिश्चित किया कि ओम बिरला 17वीं लोकसभा में जिस कुर्सी पर बैठे थे, उसी पर वापस लौटें.
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू हुआ और 3 जुलाई को समाप्त होगा.
राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा.
27 जून को राष्ट्रपति मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी.
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