नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नक्शेकदम पर चलते हुए पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान हर दिन नए फैसले ले रहे हैं. भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए एंटी करप्शन हेल्पलाइन शुरू करने और संविदा कर्मियों की नौकरी पक्की करने के वादे को पूरा करने के बाद अब मान ने पंजाब सरकार के विधायकों की पेंशन पर अहम फैसला किया है.
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को एक अहम एलान करते हुए कहा है कि अब विधायकों को सिर्फ एक ही पेंशन मिलेगी. आज जारी निर्देश के तहत विधायकों के पेंशन फॉर्मूले को लेकर बदलाव की बात कही है.
बता दें कि पंजाब में अभी तक यह व्यवस्था थी कि जितनी बार कोई विधायक बनता था उसकी उतनी बार की पेंशन पक्की होती जाती थी. लेकिन आज के बाद से अब कोई भी व्यक्ति कितनी बार भी विधायक बना हो अब उसको पेंशन केवल एक बार विधायक बनने वाली ही मिलेगी.
भगवंत मान ने ट्वीट किया, ‘आज हमने एक और बड़ा फैसला लिया है. पंजाब के विधायकों के पेंशन फॉर्मूले में बदलाव किया जाएगा. विधायक अब सिर्फ एक ही पेंशन के पात्र होंगे.’
‘हजारों करोड़ रुपये जो विधायक पेंशन पर खर्च किए जा रहे थे, अब पंजाब के लोगों के लाभ के लिए उपयोग किए जाएंगे.’
Today, we have taken another big decision. The pension formula for Punjab's MLAs will be changed. MLAs will now be eligible for only one pension.
Thousands of crores of rupees which were being spent on MLA pensions will now be used to benefit the people of Punjab. pic.twitter.com/AdeAmAnR7E
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) March 25, 2022
भगवंत मान ने कहा कि विधायकों के परिवारों के दिए जा रहे भत्तों में भी कटौती की जाएगी.
भगवंत मान ने यह भी कहा कि हमारे विधायक हाथ जोड़कर लोगों से वोट मांगते हैं. कई सेवा की बात कहते हैं लेकिन हैरानी की बात है कि बहुत सेएमएलए जो चुनाव हार चुके हैं या बार-बार हार रहे हैं वह हर महीने साढ़े 3 लाख से 5 लाख तक पेंशन मिलती है. खजाने पर करोड़ों रुपयों का बोझ पड़ता है. कई ऐसे हैं, जो सांसद और एमएलए दोनों की पेंशन ले रहे हैं.
अब एमएलएल चाहे 2 बार जीते या 7 बार, उसे पेंशन सिर्फ एक ही टर्म की मिलेगी. इसके साथ ही पेंशन से जो करोड़ों रुपया बचेगा, उसे लोगों की भलाई पर खर्च किया जाएगा. कई विधायकों की फैमिली पेंशन भी बहुत ज्यादा हैं, उन्हें भी कम किया जा रहा है.
पंजाब में सबसे ज्यादा पेंशन 5 बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल को मिलती है. बता दें कि उन्हें करीब पौने 6 लाख की पेंशन मिलनी थी. हालांकि उन्होंने कुछ दिन पहले ही पेंशन लेने से इनकार कर दिया.
प्रकाश सिंह बादल ने चुनाव के बाद अपनी पार्टी के ट्विटर हैंडल से पंजाब सरकार से निवेदन करते हुए लिखा था, ‘मेरा निवेदन है @PunjabGovtIndia और माननीय अध्यक्ष महोदय, पूर्व विधायक के रूप में मुझे जो भी पेंशन मिलती है, कृपया उसका उपयोग पंजाब की जनता के हित में (लोक हित वास्ते) करें. यह किसी भी स्थिति में मुझे नहीं भेजा जाना चाहिए. लिखित में औपचारिक अनुरोध अलग से भेजा जा रहा है.’
I request @PunjabGovtIndia &hon’ble speaker that whatever pension accrues to me as ex MLA may please be used for the interests of the people of Pb (Lok hitaan vaaste). It should in no case be sent to me. Formal request in writing being sent separately- Parkash S. Badal, Former CM pic.twitter.com/ZZKBpcmw39
— Shiromani Akali Dal (@Akali_Dal_) March 17, 2022
पंजाब में ऐसे विधायकों की लंबी फेहरिस्त है जिन्हें लाखों में पेंशन मिलती है. जिसमें रजिंदर कौर भट्ठल, लाल सिंह, पूर्व मंत्री सरवण सिंह फिल्लौर, बलविंदर सिंह भूंदड़ और सुखदेव ढींढसा को लाखों में पेंशन मिलती है. इनको बतौर राज्यसभा सदस्य अलग से वेतन, पेंशन और भत्ते भी मिलते हैं. इस बार कैप्टन अमरिंदर सिंह भी चुनाव हारे हैं तो उन्हें भी लाखों की पेंशन मिलनी थी.
पीएम से राज्य के आर्थिक हालात के लिए मांगी एक लाख करोड़ की सहायता
पंजाब के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल कर सत्ता संभाली है.सीएम बनने के बाद मान ने कल दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की थी. मान पिछले दिनों पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान राज्य की तंग आर्थिक हालात का हवाला भी दिया था उन्होंने पीएम से पंजाब के लिए एक लाख करोड़ रुपए के पैकेज की मांग की थी.
उन्होंने कहा कि हर साल 50,000 करोड़ के हिसाब से अगले 2 साल पंजाब को 1 लाख करोड़ रुपए की जरूरत है.
जिसके बाद प्रधानमंत्री ने भरोसा दिया था कि वित्त मंत्री के साथ बातचीत के बाद पंजाब की हर संभव मदद की जाएगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पंजाब सरकार को सहयोग देने की गुजारिश भी पीएम मोदी से की है.
भगवंत मान ने कहा, ‘बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है. युवा डिग्रियां लिए घर पर बैठे हैं. जिन्होंने नौकरी मांगी, तो उन्हें लाठीचार्ज मिला. उनपर पानी फेंका नया. उन्हें नौकरियां नहीं मिलीं. ऐसे में हम इस समस्या को खत्म करने के लिए बड़े बड़े कदम उठा रहे हैं. ‘
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