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Tuesday, 23 April, 2024
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बिहार विधानसभा में तीखी तकरार, तेजस्वी के निजी हमले पर बोले नीतीश-तुम मेरे बेटे के समान

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल में विधानसभा चुनाव के दौरान अपने धुर विरोधी लालू प्रसाद पर किए गए हमलों का जवाब उनके बेटे तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा के अंदर दिया.

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पटना: राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बिहार विधानसभा में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक दूसरे पर जमकर निजी हमले किए. जिसके बाद सदन में दोनों पार्टियों के विधायकों ने जमकर हंगामा काटा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाल में विधानसभा चुनाव के दौरान अपने धुर विरोधी लालू प्रसाद पर किए गए हमलों का जवाब उनके बेटे तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा के अंदर दिया.

यादव ने जद (यू) प्रमुख के एक भाषण पर गुस्सा जाहिर किया जिसमें उन्होंने राजद सुप्रीमो के बड़े परिवार का जिक्र किया था और इसे प्रसाद द्वारा बेटे की चाहत में परिवार बढ़ाने से जोड़ा था. यादव ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री को जानकारी होगी कि मेरे माता-पिता की सबसे छोटी संतान लड़की है जिसका जन्म दो बेटों के बाद हुआ.’ उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव राज्य विधानसभा के सदस्य हैं और उनकी छोटी बहन राजलक्ष्मी यादव की शादी समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के परिवार में हुई है.

विधानसभा में खूब हुए निजी हमले

यादव ने कहा, ‘अब हम इस तथ्य पर आते हैं कि मुख्यमंत्री को केवल एक बेटा है. हम उनकी ही बात को लेते हैं और कहते हैं कि उन्होंने इस डर से दूसरी संतान पैदा नहीं की कि वह लड़की हो सकती है.’

इसदौरान मुख्यमंत्री लगातार तेजस्वी की बातों पर मुस्कुराते नजर आए लेकिन वह तब गुस्से में दिखे जब तेजस्वी ने सदन में नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वह 1991 में हुई एक हत्या के मामले में शामिल हैं.

तेजस्वी यादव एक के बाद एक नीतीश कुमार पर आरोप लगाते रहे यहां तक की उन्होंने मुख्यमंत्री पर कंटेंट चोरी के मामले में उन पर लगे 25 हजार रुपये जुर्माने का भी जिक्र किया और सृजन घोटाले में भी उनके नाम को जोड़ा.

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‘तुमको डिप्टी सीएम किसने बनाया था’

तेजस्वी द्वारा लगाए गए इन आरोपों के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी गुस्से में नजर आए और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जमकर बरसे. नीतीश ने कहा कि हम अब तक चुप थे. यह हमारे बेटे के समान हैं. इनके पिताजी (लालू प्रसाद) हमारे दोस्त हैं और हमउम्र हैं. उन्होंने इस दौरान तेजस्वी से कहा, ‘तुमको डिप्टी सीएम किसने बनाया था? आप चार्जशीटेड हो, तुम क्या करते हो, हम सब जानते हैं.’

सीएम लगातार तेजस्वी पर बरसते रहे, बोले- ‘ये झूठ बोलते हैं.’ नीतीश कुमार ने आगे कहा, ‘जो खुद चार्जशीटेड हैं, वो हम पर सवाल उठा रहे हैं. मेरे खिलाफ हत्या के एक मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट लोग गए, लेकिन वहां से भी हार का सामना करना पड़ा.’

सीएम ने सदन से पूछा, ‘भला बताइए क्या हम यह काम कर सकते हैं. नियमों का उल्लंघन कर काम नहीं होना चाहिए. अध्यक्ष महोदय को भी चाहिए कि नियमों का उल्लंघन नहीं हो, ताकि सदन की गरिमा बनी रहे.’

गिनती में धोखा धड़ी की बात होने पर नीतीश कुमार ने कहा एक वोट से भी जीत जीत होती है. किसी को कोई परेशानी है तो कोर्ट जाए.

 

नवगठित विधानसभा के राज्यपाल के संबोधन पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए तेजस्वी ने कहा कि वह चुनाव के दौरान जहां ‘लोगों के मुद्दों’ पर ध्यान केंद्रित करते हैं वहीं सत्तारूढ़ राजग का ध्यान इससे इतर होता है.

यादव ने आरोप लगाए, ‘मैं नौकरियों की बात करता था.और मैं बिहार की जनता के सामने नतमस्तक हूं जिन्होंने हमें वोट दिया और सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने में मदद की. लेकिन विभिन्न जगहों पर तैनात दब्बू अधिकारियों ने धोखाधड़ी कर परिणामों को पलट दिया, जबकि हमें अपने वादों को पूरा करने का अवसर मिल सकता था.’

राजद नेता ने कहा, ‘लेकिन हमारे विरोधियों की दूसरी प्राथमिकताएं थीं. प्रधानमंत्री स्तर के व्यक्ति अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे.’ वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र कर रहे थे जिन्होंने तेजस्वी के लिए ‘जंगलराज का युवराज’ शब्द का इस्तेमाल किया था.

यादव ने कहा, ‘मैं अपने बड़ों के खिलाफ खराब टिप्पणियां करना पसंद नहीं करता हूं. यह हमारे मूल्यों के खिलाफ जाता है. मैं सम्मानीय मुख्यमंत्री को अपने भाषणों में भी चाचा कहकर बुलाता हूं.’

उन्होंने कहा, ‘लेकिन बात यह है कि क्या एक मुख्यमंत्री को इस तरह की भाषा शोभा देती है.’ उनके इस बयान पर मुख्यमंत्री ने मुस्कुराते हुए प्रतिक्रिया दी.


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