नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष एवं उनकी चचेरी बहन सुप्रिया सुले ने रविवार को कहा कि राकांपा के मौजूदा घटनाक्रमों का विपक्षी दलों की एकता पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
मुंबई में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुले ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद उनके पिता और राकांपा प्रमुख शरद पवार का कद और बढ़ेगा. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पार्टी की विश्वसनीयता में भी और इजाफा होगा.’’
सुले ने यह भी कहा कि अजित पवार के भिन्न विचार हो सकते हैं, लेकिन वह अपने बड़े भाई से कभी नहीं लड़ सकतीं और हमेशा एक बहन की तरह उनसे प्रेम करेंगी.
अजित पवार रविवार को शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल हुए, जबकि पार्टी के आठ अन्य नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली.
सुले ने कहा कि 2019 में जब अजित पवार पहली बार देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली अल्पकालिक सरकार का हिस्सा बने थे, तब से अब तक वह पार्टी की जिम्मेदारियों को लेकर काफी परिपक्व हो गई हैं.
बताया जा रहा है कि पिछले महीने सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जाना अजित पवार के विद्रोह का कारण बना.
सुले ने कहा कि वह व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों को आपस में नहीं मिलाएंगी. उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने भाई के साथ कभी नहीं लड़ सकती.’’
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