नई दिल्ली: 14 महीने की हिरासत से बाहर आने के बाद पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती से मुलाकात के सिलसिले में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला और बेटे उमर अब्दुल्ला मुलाकात करने उनके घर पहुंचे हैं. जिसको लेकर राजनीतिक कयास लग रहे हैं.
16 सेकंड के जारी एक वीडियो में तीनों नेता मुफ्ती के घर पर सामान्य बातचीत करते दिखाई दे रहे हैं.
#WATCH जम्मू-कश्मीर: नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और NC के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आज पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती से उनके घर पर मुलाकात की। pic.twitter.com/44i91s3KSq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 14, 2020
लेकिन एनसी नेता उमर अब्दुल्ला मेंं इसे बस सामान्य मुलाकात बताया है. कोई राजनीतिक मकसद न निकालने को कहा है.
जम्मू-कश्मीर के नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और NC के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आज पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती से उनके घर पर मुलाकात की.
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा कि महबूबा 14.5 महीनों बाद कल हिरासत से रिहा हुई हैं. इसका कोई राजनीतिक मकसद नहीं है, हम उन्हें बस देखने आए हैं.
फिलहाल जो भी हो राजनीति में मुलाकात भी एक राजनीति होती है.
PDP नेता महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने के खिलाफ किया है संघर्ष का आह्वान
इससे पहले 14 महीने बाद जेल से रिहा होने के बाद जम्मू-कश्मीर की पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने आर्टिकल 370 हटाने को लेकर कश्मीरियों से संघर्ष का आह्वान किया है और इसे मोदी सरकार की डाकाजनी करार दिया है.
उन्होंने ट्विटर पर 1:23 सेकंड के एक वीडियो के जरिए कश्मीरियों को एक भावनात्मक संदेश दिया है.
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को हटाकर राज्य का विशेष दर्जा छीन लिया गया था, तभी से महबूबा मुफ्ती हिरासत में थीं.
बता दें कि 2016 में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन के दौरान जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री महबूबा बनीं थीं. महबूबा को पहले सीआरपीसी के धारा 107 और 151 के तहत हिरासत में लिया गया था, लेकिन बाद में विवादास्पद सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत नज़रबंद किया गया.
शुरुआत में, महबूबा को चेशमा शाही गेस्ट हाउस में रखा गया था और फिर बाद में उन्हें एम ए लिंक रोड पर एक दूसरे सरकारी गेस्ट हाउस में रखा गया था. इसके बाद पीडीपी अध्यक्ष को उनके आवास पर ले जाया गया जहां वह नजरबंद रही.
महबूबा मुफ्ती के साथ साथ जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला को भी हिरासत में लिया गया था जिन्हें पहले ही रिहा किया जा चुका है. इन दोनों के ऊपर भी पीएसए लगाया गया था. फारूक और उमर अब्दु्ल्ला ने महबूबा सहित नजरबंद सभी नेताओं को रिहा करने की अपील की थी.