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Friday, 22 November, 2024
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श्रद्धा मर्डर केस में ‘लव जिहाद’ एंगल , VHP ने की ‘अवैध’ धर्मांतरण रोकने के लिए कानून बनाने की मांग

शादी और भरोसे के मुद्दों पर दोनों के बीच लड़ाई के बाद महाराष्ट्र की लड़की की उसके लिव-इन बॉयफ्रेंड आफताब पूनावाला ने दिल्ली में कथित तौर पर हत्या कर दी थी.

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नई दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) चाहती है कि श्रद्धा वाकर की कथित तौर पर उसके प्रेमी आफताब पूनावाला द्वारा की गई भयावह हत्या की जांच ‘लव जिहाद’ के मामले के रूप में की जाए और ऐसे मामलों को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार पर ‘अवैध’ धर्मांतरण के खिलाफ कानून लाने का दबाव भी बनाया जाएगा.

विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने दिप्रिंट को बताया, ‘लव जिहाद एक संगठित अपराध बन गया है. जिहाद का दुस्साहस आपको यह सब करने के लिए प्रेरित करता है. लव जिहाद और जिहाद के व्यापक प्रभाव हैं. इस मामले में, व्यक्ति ने लड़की का गला घोंट कर मार दिया क्योंकि वह शादी के लिए दबाव डाल रही थी.

आफताब पूनावाला (28) ने मई में शादी, विश्वास और पैसे के मामले को लेकर अपनी लिव-इन गर्लफ्रेंड श्रद्धा वाकर की कथित तौर पर हत्या कर दी थी और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काट डाला था.

आफताब को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था और उसने हत्या की बात स्वीकार करते हुए कहा था कि उसने महरौली के जंगलों में शव के अंगों को अन्य स्थानों पर बिखेर दिया था. सूत्रों ने बताया कि अब तक जंगल में ऐसे 13 टुकड़े मिले हैं जिनके बारे में संदेह जताया जा रहा है कि ये मृत लड़की के शरीर के टुकड़े हैं.

कुमार ने इस हत्या को ‘दुर्लभतम मामला’ करार दिया और मांग की कि इसकी सुनवाई एक विशेष अदालत द्वारा की जाए ताकि मामले की सुनवाई तेजी से हो सके.

भाजपा विधायक राम कदम ने भी कहा है कि वह हत्या के पीछे संभावित ‘लव जिहाद’ के एंगल से मामले की जांच करने के लिए दिल्ली पुलिस को पत्र लिखेंगे.

कुमार ने कहा, ‘वे एक डेटिंग साइट पर मिले, वे अपने घर से भाग गए और लड़का, लड़की को शादी के वादे के साथ दिल्ली में लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगा. हम वह सब करेंगे जो आवश्यक है और पुलिस को तेजी से कार्रवाई करने और लव जिहाद सहित सभी एंगल से जांच करने के लिए भी कहेंगे.’

कई राज्यों में, हमारे प्रयासों के कारण, प्रलोभन के द्वारा किए जाने वाले जबरन धर्मांतरण से निपटने के लिए कानून बनाए गए हैं. दो साल पहले फरीदाबाद में, हमने जबरन धर्मांतरण और ‘लव जिहाद’ की जांच के लिए केंद्रीय कानूनों को लागू करने के लिए दबाव डाला था. हमने उनसे समर्थन मांगा.

विहिप पिछले कुछ समय से ‘लव जिहाद’ को लेकर मुखर रही है और कुमार को उम्मीद है कि इस मामले में मौत की सजा दी जाएगी.

उन्होंने कहा, ‘अगर मामले को तेजी से नहीं निपटाया जाता है और मुकदमा 10 साल तक चलता है, तो जनता की याददाश्त में न सिर्फ वह व्यक्ति बल्कि इस मुद्दे की छाप भी हल्की हो जाती है. हमें उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही ‘चालान’ फाइल करेगी और मामले को फास्ट ट्रैक अदालत में आगे बढ़ाया जाएगा.

कुमार ने आगे कहा कि विहिप और सुप्रीम कोर्ट की चिंता समान है क्योंकि जबरन धर्मांतरण भारत की एकता और सुरक्षा के लिए खतरा है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जबरन धर्मांतरण अंततः राष्ट्रीय सुरक्षा और धर्म की स्वतंत्रता को प्रभावित कर सकता है.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)

(अनुवाद एवं संपादनः शिव पाण्डेय)


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