नई दिल्ली: अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम ज़मानत पर तिहाड़ जेल से बाहर आने के एक दिन बाद शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को “वन नेशन, वन लीडर” में बदलने के “खतरनाक मिशन” पर हैं.
पार्टी के नई दिल्ली मुख्यालय में आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए, जहां सैकड़ों लोग मौजूद थे, केजरीवाल ने कहा, अगले कुछ हफ्तों में वे देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए “तानाशाही के खिलाफ लड़ाई” में देश भर में अभियान चलाएंगे.
केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके आधिकारिक आवास से गिरफ्तार किया था. उनकी कानूनी टीम ने इस आधार पर उनकी अंतरिम ज़मानत के लिए मामला बनाया था कि उन्हें पार्टी के लिए प्रचार करने की ज़रूरत है. उन्हें 1 जून तक ज़मानत दी गई है.
केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि वे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर “भाजपा के जाल” में नहीं फंसेंगे.
उन्होंने कहा, “उन्होंने मुझे इस्तीफा देने के लिए राजनीतिक साजिश रची. अगर आप लोकतंत्र को कैद करोगे तो याद रखना सरकार जेल से चलेगी. मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. हेमंत सोरेन (झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री) को भी इस्तीफा नहीं देना चाहिए था.”
जयकारों और नारों के बीच केजरीवाल ने कहा कि विपक्षी चेहरों के अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी मोदी नहीं बख्शेंगे. केजरीवाल ने दावा किया कि अगर भाजपा सत्ता में लौटती है तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दो महीने के भीतर “उनके पद से हटा दिया जाएगा”, इस पर लोगों ने शोर मचाया और तालियां बजाईं.
केजरीवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री एक खतरनाक मिशन पर हैं. वे ‘वन नेशन, वन लीडर’ चाहते हैं.”
वे (मोदी) चाहते हैं कि सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया जाए और सभी भाजपा नेताओं की राजनीति खत्म हो जाए. तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी, पिनाराई विजयन, उद्धव ठाकरे को भी जेल में डाला जाएगा.
केजरीवाल ने कहा, “एल.के. आडवाणी की राजनीति इन्होंने खत्म कर दी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन, शिवराज सिंह चौहान, डॉ. रमन सिंह सब खत्म हो गए हैं. अगली बारी किसकी होगी? ये योगी आदित्यनाथ हैं. अगर बीजेपी सत्ता में लौटी तो उन्हें दो महीने के भीतर मुख्यमंत्री पद से हटा दिया जाएगा. केवल एक तानाशाह रहेगा.”
इंडिया गुट के प्रधानमंत्री पद के चेहरे पर सत्तारूढ़ दल द्वारा उठाए गए सवालों पर, जिसमें मोदी ने इस बात से इनकार किया कि कई दावेदार हैं, केजरीवाल ने कहा कि यह सवाल भाजपा से पूछा जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, “मोदी अगले साल 17 सितंबर को 75 साल के हो रहे हैं. 2014 में मोदी ने नियम बनाया था कि जो भी 75 साल का हो जाएगा उसे रिटायर कर दिया जाएगा. इसकी शुरुआत आडवाणी से हुई, उसके बाद मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन, यशवंत सिन्हा आए. अब मोदी की बारी है. वे अपने लिए नहीं बल्कि अमित शाह को अगला प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट मांग रहे हैं, जो भी भाजपा को वोट देने जा रहा है उसे यह बात ध्यान में रखनी चाहिए.”
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‘PM ने हम जैसी छोटी पार्टी को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ी’
पार्टी कार्यालय में अपने भाषण से पहले केजरीवाल दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित हनुमान मंदिर गए थे. अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित अन्य लोगों के साथ, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने मंदिर में लगभग 10 मिनट बिताए, जहां पुजारियों ने उन्हें एक छोटी गदा भेंट की.
इसके बाद वे पास के नवग्रह मंदिर के लिए रवाना हुए, जहां उन्होंने अपनी पत्नी के साथ आरती की. दिन के दौरान, उनका मान के साथ दक्षिणी दिल्ली के महरौली और पूर्वी दिल्ली के गांधी नगर में दो रोड शो निकालने का भी कार्यक्रम है.
केजरीवाल ने कहा, “हमने भगवान हनुमान, शिव, शनि महाराज का आशीर्वाद लिया. बजरंगबली की कृपा हम पर है. इसीलिए मैं यहां हूं. किसी ने सच में उम्मीद नहीं की थी कि मैं बाहर आ जाऊंगा.”
केजरीवाल की रिहाई, जिन्हें 2 जून को जेल में आत्मसमर्पण करना होगा, लोकसभा चुनाव के शेष चार चरणों के मतदान से पहले AAP और इंडिया गुट के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन बनकर आई है. जिन सीटों पर मतदान होना बाकी है, उनमें आम आदमी पार्टी दिल्ली में चार, हरियाणा में एक और पंजाब में 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पंजाब में यह इंडिया गुट के दो साझेदारों के बीच सीट-बंटवारे समझौते तक पहुंचने में असमर्थता के कारण खुद को कांग्रेस के साथ प्रतिस्पर्धा में पाता है.
शनिवार को केजरीवाल के सामने बोलते हुए मान ने कहा कि आप पंजाब में कांग्रेस और भाजपा समेत अन्य पार्टियों को करारी शिकस्त देगी. संयोग से आप और कांग्रेस नेतृत्व दिल्ली में अपने कार्यकर्ताओं के बीच सहज समन्वय सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं, जहां दोनों पार्टियां संयुक्त रूप से लड़ रही हैं.
आप ने इस कार्यक्रम को एक संवाददाता सम्मेलन बताया था, लेकिन यह एक सार्वजनिक बैठक बन कर रह गया, जिसका ज़िक्र मान ने मुस्कुराते हुए अपने संबोधन में किया. उन्होंने कहा, “यह अनिवार्य रूप से दिखाता है कि केजरीवाल एक ऐसा विचार है जिसे बंधन में नहीं बांधा जा सकता. लोग स्वाभाविक रूप से अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हैं.”
अपने भाषण में केजरीवाल ने कहा कि भाजपा अगली सरकार बनाने के लिए बहुमत से पीछे रह जाएगी. उन्होंने दावा किया कि सट्टेबाजी बाज़ार भी भाजपा को 230-240 की सीट रेंज में रख रहा है.
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने हम जैसी छोटी पार्टी को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ी. यह तानाशाही है. किसी भी अन्य पार्टी को हमारे जैसा परेशान नहीं किया गया है. पीएम कहते हैं कि वे भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं. अगर आप भ्रष्टाचार से लड़ना चाहते हैं तो केजरीवाल से सीखें, न कि देश के सबसे बड़े बदमाशों और चोरों को अपनी पार्टी में शामिल करके.”
(मोनामी गोगोई के इनपुट्स के साथ)
(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
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