नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक में सभी सांसदों से संसद के शीतकालीन सत्र का अच्छी तरह से उपयोग करने की अपील की क्योंकि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले यह अंतिम पूर्णकालिक सत्र होगा. सत्र शुरू होने से एक दिन पहले संसद भवन में सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार नियम और प्रक्रियाओं के मुताबिक सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है और संसद के बेहतरीन कार्य के लिए विपक्ष के सुझाव को मानने के लिए तैयार है.
संसदीय कार्य मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मीडिया को बैठक से जुड़ी जानकारी दी.
तोमर ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें लोकहित के मुद्दे पर एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों बेहतर शासन के लिए अपने सुझाव साझा करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार नियम व प्रक्रियाओं के आधार पर सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है. अगर कोई भी सदन के अंदर या फिर सदन के बाहर भी सरकार के नोटिस में कुछ भी लाना चाहता है, तो हम इसका स्वागत करेंगे.’
तोमर ने कहा कि बैठक में मौजूद सभी राजनीतिक पार्टियों ने संसद को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग का आश्वासन दिया.
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार राफेल लड़ाकू विमान सौदे में एक जेपीसी जांच के लिए तैयार होगी, उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास राफेल, किसानों की दुर्दशा और अर्थव्यवस्था से संबंधित कई मामले हैं, लेकिन उन्हें अपनी प्राथमिकताएं तय करनी होंगी क्योंकि सत्र केवल चार सप्ताह लंबा है.
उन्होंने कहा, ‘ये चीजें व्यापार सलाहकार समिति में तय हो सकती हैं.’
मंत्री ने कहा कि राम मंदिर पर कानून ‘आज की चर्चा का हिस्सा नहीं था.’
तोमर ने कहा, ‘जब इस दिशा में कुछ सामने आएगा, तो हम आपको बताएंगे.’
उन्होंने कहा कि सरकार के एजेंडे में 46 सामग्रियां हैं, जिसमें तीन अध्यादेश, अनुपूरक बजट और सरकारी अधिनियम शामिल हैं.
29 दिन के इस सत्र में 20 बैठकें होंगी.