नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने आज एमसीडी चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र ‘दस गारंटी’ जारी कर दिया है. घोषणा पत्र को जारी करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव के लिए दस वादे किए. अपने संबोधन में केजरीवाल ने नगर निगम में वर्षों से अधिकार जमाए बैठी बीजेपी सरकार पर भी जमकर हमला बोला. केजरीवाल ने कहा, ‘ दिल्ली के लोगों को बीजेपी ने धोखा दिया है. कूड़े के समाधान को लेकर बीजेपी अपने वादे से पलट गई. आज दिल्ली में हर जगह कूड़ा ही कूड़ा देखने को मिलता है. हमने योगा क्लास शुरू की लेकिन बीजेपी ने उसे बंद कर दिया. हमारी हर घर राशन योजना को भी भाजपा ने बंद करवाया.’
केजरीवाल ने आगे कहा, ‘ एमसीडी में इस बार बीजेपी को दस से भी कम सीटें आएंगी, कहो तो मैं लिख कर देता हूं. मैं दिल्लीवासियों को कहना चाहता हूं कि लड़ाई करने वालों को वोट मत देना, स्कूल बनाने वालों को वोट देना.’
गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी ने भी ‘वचन पत्र’जारी किया था. जिसमें शहर के प्रत्येक झुग्गी-बस्ती में रहने वाले लोगों को ईडब्ल्यूएस फ्लैट देने का वादा किया था. दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए 4 दिसंबर को मतदान होगा और 7 दिसंबर को वोटों की गिनती होगी.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली प्रमुख आदेश गुप्ता और पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया था.
चुनाव के लिए केजरीवाल का ‘दस गारंटी’
एमसीडी चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से दस वादे किए, जिसे उन्होंने ‘दस गारंटी’ का नाम दिया. केजरीवाल ने कहा कि, ‘ एमसीडी में आते ही हम दिल्ली को साफ सुथरा बनाएंगे, कूड़े के पहाड़ दिल्लीवासियों से निजात दिलाएंगे. इसके साथ साथ दिल्ली में कोई नया कूड़ा का पहाड़ नहीं बनने देंगे. अगर ‘आप’ सत्ता में आई एमसीडी को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाएंगे. सत्ता में आने के बाद दिल्ली की टूटी सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा.’
उन्होंने कहा कि, ‘अगर आप सत्ता में आती है तो दिल्ली की पार्को को दुरुस्त किया जाएगा. इसके साथ ही एमसीडी के अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई किया जाएगा. दिल्ली में अतिक्रमण और पार्किंग की समस्या को दूर किया जाएगा. दिल्ली को आवारा जानवरों से मुक्ति दिलाया जाएगा. दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर किया जाएगा.’
‘बीजेपी’ का ‘आप’ पर पलटवार
आम आदमी पार्टी के घोषणापत्र पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी दिल्ली ने आम आदमी पार्टी द्वारा जारी ‘दस गारंटी’ के ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए लिखा कि केजरीवाल की दस उपलब्धियां है जिसमें शराब घोटाला, तिहाड़ में उगाही, सत्येंद्र का हवाला घोटाला, क्लासरूम घोटाला, बस घोटाला, पराली से दिल्ली बनी गैस चेम्बर, यमुना प्रदूषण, एक भी अस्पताल नहीं, एक भी कॉलेज नहीं, पानी की कमी से दिल्ली में मचा हाहाकार शामिल हैं.
बीजेपी प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने आप पर हमला करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने यमुना को गंदा नाला बनाया. बीजेपी प्रवक्ता आप से सवालिया तरीके से पूछी कि, ‘यमुना की सफाई के लिए आम आदमी पार्टी ने क्या किया?’ बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रवक्ता बैजयंत जय पांडा ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘दिल्ली तेरी यमुना और भी मैली हो गई, आपियों के झूठे वादों के पाप धोते-धोते.’
केजरीवाल की 10 उपलब्धियाँ –
1️⃣ शराब घोटाला
2️⃣ तिहाड़ में उगाही
3️⃣ सत्येंद्र का हवाला घोटाला
4️⃣ क्लासरूम घोटाला
5️⃣ बस घोटाला
6️⃣ पराली से दिल्ली बनी गैस चेम्बर
7️⃣ यमुना प्रदूषण
8️⃣ 0 अस्पताल
9️⃣ 0 कॉलेज
🔟 पानी की कमी से दिल्ली में मचा हाहाकार#CorruptManish https://t.co/nUkoBDHRzN— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 11, 2022
‘आप’ ने ‘बीजेपी’ को दिलाया याद
एक दिन पहले आम आदमी पार्टी ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए भाजपा पर हमला बोला था. आप नेत्री आतिशी ने कहा कि 2017 के एमसीडी चुनाव में बीजेपी ने जो वादे किए थे उसे उसने पूरा नहीं किया. आतिशी ने कहा, ‘ जब बीजेपी ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया तो दिल्ली की जनता बीजेपी पर विश्वास कैसे करे?’
इसके साथ ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, ‘भाजपा ने 2017 के एमसीडी चुनाव में दिल्ली की जनता से ये वादे किए थे. जीतकर इनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया. अब कह रहे हैं 2017 में जो कहा था वो तो सब जुमला था. भाजपा का पुराना झूठ भूल जाओ अब ये नया झूठ का पुलिंदा लाए है.’
क्या है एमसीडी का गुणा गणित?
दिल्ली एमसीडी चुनाव में 250 सीटों के लिए 4 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि एमसीडी चुनाव का परिणाम 7 दिसंबर को आएगा. दिल्ली में इस बार तीनों नगर निगमों को मिला दिया गया है. इससे पहले दिल्ली के तीनों नगर निगमों में कुल 272 वार्ड थे लेकिन अब परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या 250 रह गई है. चुनाव आयोग ने दिल्ली के 250 वार्ड में से 50 प्रतिशत सीट महिलाओं के लिए आरक्षित रखा है. इसके साथ ही 42 सीट अनुसूचित जातियों के उम्मीदवारों के लिए रिजर्व है जिसमें से आधी अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए रिजर्व रहेगा.
दिल्ली पहले एक ही नगर निगम हुआ करती थी लेकिन 2011 में तत्कालीन शीला दीक्षित सरकार ने इसे तीन भागों में बांट दिया. शीला दीक्षित ने तर्क दिया था कि दिल्ली काफी फैल चुकी है और दिल्ली की जनसंख्या भी काफी बढ़ गई है. नगर निगम को एक की बजाय तीन में विभाजित करने से स्थानीय स्तर पर कामकाज बेहतर होगा और नगर निगम पर बोझ भी कम होगा. हालांकि बाद में इससे कुछ खास फायदा देखने को नहीं मिला क्योंकि नगर निगम वित्तीय संकट में फंस गए और नगर निगमों की आय और खर्च के बीच संतुलन नहीं बन पाया.
यह भी पढ़ें: दिल्ली नगर निगम चुनावों के लिए BJP ने जारी किया ‘वचन पत्र’, झुग्गी वालों को मकान देने की योजना