scorecardresearch
Thursday, 19 December, 2024
होमराजनीतिमज़बूत आदमी — सरकारी लाभार्थियों से बातचीत में मोदी ने की खट्टर की तारीफ, हुड्डा बोले ‘नया नहीं’

मज़बूत आदमी — सरकारी लाभार्थियों से बातचीत में मोदी ने की खट्टर की तारीफ, हुड्डा बोले ‘नया नहीं’

प्रधानमंत्री द्वारा हरियाणा के मुख्यमंत्री की प्रशंसा को भाजपा नेतृत्व द्वारा पार्टी द्वारा खट्टर के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, राजनीतिक विश्लेषक और विपक्ष मुख्यमंत्री की ‘विफलताओं’ की बात करते हुए मोदी के साथ उनकी ‘निकटता’ की ओर इशारा कर रहे हैं.

Text Size:

गुरुग्राम: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में उनके अनुयायियों द्वारा चुनावी साल में हाथ में लिए गए शॉट के रूप में देखा जा रहा है, जिसे विभिन्न सरकारी कल्याण योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सराहना मिली.

केंद्र के ‘विकसित भारत संकल्प योजना’ कार्यक्रम के तहत कल्याण योजना के लाभार्थियों के साथ अपने वीडियो संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने — रोहतक के एक किसान से बात करते हुए — खट्टर को “बहुत मज़बूत आदमी” बताया, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि लोगों को सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं का लाभ मिले.

खट्टर ने एक दिन बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कार्यक्रम की एक वीडियो क्लिपिंग पोस्ट की, जिसमें सभी लाभार्थियों की ओर से मोदी को धन्यवाद दिया गया.

खट्टर ने अपने पोस्ट जिसमें उन्होंने मोदी को भी टैग किया था, कहा, “आपका विश्वास और प्रोत्साहन ही हमे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने और “अंत्योदय” के आपके संकल्प को पूरा करने में हमारा मार्गदर्शन भी करेगा और हमारी इच्छाशक्ति को मजबूत भी करेगा. हरियाणा की ओर से आपको राम राम.”

2024 के निर्धारित आम चुनावों के कुछ महीनों बाद इस साल अक्टूबर में हरियाणा में चुनाव होने हैं, प्रधानमंत्री द्वारा खट्टर की सार्वजनिक सराहना को हरियाणा के राजनीतिक हलकों में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा सीएम के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है.

खट्टर के मुख्य मीडिया समन्वयक सुदेश कटारिया के अनुसार, बुधवार का उल्लेख पहली बार नहीं था जब पीएम मोदी ने अपने भाषणों या व्यक्तिगत बैठकों में हरियाणा के सीएम की प्रशंसा की थी.

कटारिया ने कहा, “पिछले नौ साल से अधिक के दौरान जब से अक्टूबर 2014 में सीएम साहब ने राज्य की बागडोर संभाली है, मोदी जी उनके प्रदर्शन और लोगों की भलाई के लिए नई पहलों के कारण उनकी प्रशंसा कर रहे हैं. आमतौर पर राज्य सरकारें केंद्र द्वारा शुरू की गई योजनाओं को अपनाती हैं, लेकिन यह पहली बार था कि मोदी जी के तहत केंद्र ने सीएम साहब की पहल पर हरियाणा द्वारा शुरू की गई स्वामित्व योजना को अपनाया.”

स्वामित्व योजना ड्रोन तकनीक का उपयोग करके भूमि पार्सल की मैपिंग करके और गांव के घरेलू मालिकों को ‘अधिकारों का रिकॉर्ड’ प्रदान करके, ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्रों में संपत्ति के स्पष्ट स्वामित्व की स्थापना की दिशा में एक सुधारात्मक कदम है, जिसे स्थानीय भाषा में लाल डोरा कहा जाता है. संपत्ति मालिकों को कानूनी स्वामित्व कार्ड (संपत्ति कार्ड/स्वामित्व विलेख) जारी करने के साथ, इसे 2021 में हरियाणा में पेश किया गया था और पिछले साल केंद्र ने इसे अपनाया था.

कटारिया के अनुसार, ‘परिवार पहचान पत्र’ योजना (जिसके तहत हरियाणा सरकार प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट पहचान जारी करती है) एक और राज्य की पहल थी जिसे केंद्र से प्रशंसा मिली, कई अन्य राज्यों ने इसे अपनाने में रुचि दिखाई.

हालांकि, दिप्रिंट ने जिन विपक्षी नेताओं और राजनीतिक विश्लेषकों से बात की, वे मोदी द्वारा हुडा की प्रशंसा से कम प्रभावित हुए.

कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा के मुताबिक, किसी पीएम द्वारा अपनी ही पार्टी के सीएम की तारीफ करने में “कुछ भी असामान्य नहीं” है.

वर्तमान में हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता हुड्डा ने कहा, “सवाल यह है कि हरियाणा के लोग मनोहर लाल खट्टर के बारे में क्या कहते हैं. वह एक नॉन-परफॉर्मर मुख्यमंत्री हैं.”

हुड्डा ने कहा, “2005 से 2014 तक मेरे नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने जो कुछ भी किया, उन्होंने वो सब खत्म कर दिया. हमने पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार और पुलिस नौकरियों की घोषणा करके खेलों को बढ़ावा दिया, लेकिन अब हरियाणा के खिलाड़ी न्याय के लिए लड़ रहे हैं और सरकार के असंवेदनशील रवैये के कारण अपने पुरस्कार लौटा रहे हैं (पूर्व प्रमुख के खिलाफ पहलवानों के विरोध का संदर्भ भारतीय कुश्ती महासंघ और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह).”

उन्होंने आगे आरोप लगाया, “हमने हरियाणा को प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश और कई अन्य क्षेत्रों में नंबर एक राज्य बनाया, लेकिन खट्टर ने हरियाणा को भ्रष्टाचार, अराजकता, बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और नशे की लत में नंबर एक बना दिया है.”

हरियाणा के राजनीतिक विश्लेषक हेमंत अत्री ने उस कार्यक्रम को जनसंपर्क की एक कवायद बताया, जिसमें मोदी ने खट्टर की तारीफ की थी.

उन्होंने कहा, “मोदी और खट्टर के बीच की नजदीकियां हर कोई जानता है. सभी बाधाओं और दयनीय विफलताओं के बावजूद (राज्य में जाति और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं और कानून-व्यवस्था और बेरोज़गारी के मुद्दों का संदर्भ), खट्टर केवल मोदी के आशीर्वाद के कारण नौ साल से अधिक समय तक सत्ता में बने रहे.”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लाभार्थियों से बातचीत के दौरान जिस व्यक्ति ने मोदी से बात की, वह एक लिखित भाषण दोहराता हुआ प्रतीत हुआ.


यह भी पढ़ें: 6 महीने, 6 दौरे — कैसे प्रधानमंत्री महाराष्ट्र के ‘मुश्किल मैदान’ पर ‘मोदी की गारंटी’ बेच रहे हैं


मोदी ने क्या कहा

भाजपा के वरिष्ठ नेता जगदीश चोपड़ा, जिन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री के साथ राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम किया है और हरियाणा पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष भी रहे हैं, के अनुसार, प्रधानमंत्री का खट्टर की क्षमताओं पर भरोसा 90 के दशक से है. वह पहले हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के प्रभारी थे.

चोपड़ा ने दिप्रिंट को बताया, “खट्टर साहब, जो (हरियाणा के) रोहतक में भाजपा के राज्य कार्यालय में रहते थे, 1997 में एक कंप्यूटर का इस्तेमाल करते थे जब बहुत कम लोग उनका इस्तेमाल करते थे. मुझे याद है कि एक बार मैं उनके साथ रोहतक में पार्टी कार्यालय में था, जब उन्होंने अपने कंप्यूटर पर शक्ति केंद्र प्रमुखों के प्रतिभागियों के लिए पहचान पत्र तैयार करना शुरू कर दिया था. जब मैं आधी रात के बाद सोने गया, तो खट्टर जी ने अगली सुबह तक काम किया. मोदी जी भी कंप्यूटर के जानकार थे और उन्होंने खट्टर जी की कड़ी मेहनत और समर्पण को देखा था.”

खट्टर के पूर्व राजनीतिक सलाहकार ने इस बात पर जोर दिया कि मोदी की हरियाणा के सीएम की प्रशंसा महज औपचारिकता थी, लेकिन यह खट्टर की “क्षमताओं और ईमानदारी” के बारे में उनके ज्ञान से उपजी है.

उन्होंने कहा, “यह कंप्यूटर में खट्टर जी की रुचि के कारण है कि वह डिजिटलीकरण लाने में सक्षम हुए हैं जिसके परिणामस्वरूप शासन में पारदर्शिता आई है. यह सीएम द्वारा शुरू किए गए डिजिटलीकरण और उनकी ईमानदारी के कारण है कि सरकारी योजनाओं का लाभ कतार के अंत में मौजूद लोगों तक पहुंच रहा है.”

बुधवार को, एक सरकारी योजना के “लाभार्थी” से पीएम मोदी ने बात की, व्यक्ति ने अपना परिचय रोहतक के अजायब गांव के एक छोटे किसान संदीप के रूप में दिया.

जब पीएम ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें रुपये मिल रहे हैं? किसान निधि योजना के तहत उनके खाते में 2000 रुपये आने पर उस व्यक्ति ने सकारात्मक उत्तर दिया.

मोदी ने कहा कि यह अच्छा है कि उन्हें यह पता है, लेकिन कुछ किसानों को पता ही नहीं चलता क्योंकि उनके खाते में पैसे ट्रांसफर हो जाते हैं और वे इसकी जांच भी नहीं करते.

मोदी ने कहा, “ऐसे ही एक मामले में हमारे एक गवर्नर साहब ने एक किसान से पूछा कि क्या उन्हें किसान निधि निधि के तहत धन मिल रहा है और किसान ने नकारात्मक जवाब दिया, लेकिन हमारे गवर्नर साहब ज़मीनी इंसान थे. उन्होंने किसान से अपनी पासबुक लाने को कहा. पासबुक देखने पर खाते में रकम जमा दिख रही थी. गवर्नर साहब ने किसान को एंट्री दिखाई और तब उन्हें पता चला कि उन्हें पैसे मिल रहे हैं.”

इसके बाद पीएम ने संदीप से पूछा कि क्या उन्हें मुफ्त राशन मिल रहा है तो संदीप ने फिर से हां में जवाब दिया.

मोदी ने संदीप से पूछा, “पुरानी व्यवस्था बंद हो गई होगी जब राशन डिपो धारक स्टॉक खत्म होने का बोर्ड लगाते थे?”

जब रोहतक के किसान ने फिर से पुष्टि में सिर हिलाया, तो मोदी ने कहा, “खट्टर साहब बहुत मजबूत आदमी हैं. वो इन चीज़ों का पूरा ध्यान रखते हैं.”

(संपादन : फाल्गुनी शर्मा)

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: कांग्रेस से BJP, तृणमूल और AAP से होते हुए — राहुल के करीबी रहे अशोक तंवर के राजनीतिक बदलाव की कहानी


 

share & View comments