कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुधवार को बुलाई गई सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों की बैठक में शामिल नहीं होने का संकेत देते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को केंद्र सरकार को पत्र लिखा और कहा कि उसे ‘एक देश : एक चुनाव’ जैसे ‘संवदेनशील व गंभीर विषय’ पर इस तरह ‘जल्दीबाजी’ नहीं करनी चाहिए. केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी को लिखे पत्र में ममता बनर्जी ने मांग की कि सभी राजनीतिक दलों के बीच एक श्वेतपत्र बांटा जाना चाहिए, जिसमें ‘एक देश व एक चुनाव’ पर अपने विचार देने के लिए उन्हें ‘पर्याप्त समय’ दिया जाना चाहिए.
प्रह्लाद जोशी ने ममता को औपचारिक रूप से बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
ममता बनर्जी ने ‘आकांक्षापूर्ण जिलों’ के विकास का भी विरोध किया. उन्होंने तर्क दिया कि इससे सभी जिलों के समान व संतुलित विकास करने के उद्देश्य को पूरा नहीं किया जा सकेगा.
उन्होंने कहा कि मैंने बैठक के एजेंडे को देखा है. इस संदर्भ में मैं इस बात का उल्लेख करना चाहती हूं कि इतने कम समय में ‘एक देश, एक चुनाव’ जैसे संवेदनशील और गंभीर विषय पर उचित प्रतिक्रिया नहीं मिलेगी, इतने कम समय में इस विषय के साथ न्याय नहीं होगा, जिसके यह योग्य है. इस मामले में संवैधानिक विशेषज्ञों, चुनाव जानकारों व इसे ज्यादा पार्टी सदस्यों से सलाह की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘मामले को जल्दबाजी में करने के बजाय, मैं आपसे आग्रह करूंगी की कृपया इस विषय पर सभी पार्टियों को श्वेतपत्र बांटा जाना चाहिए और पर्याप्त समय देकर उनकी राय ली जानी चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो हम इस महत्वपूर्ण विषय पर ठोस सुझाव देने में समर्थ होंगे.’
प्रधानमंत्री ने सभी पार्टियों के प्रमुखों की कई मुद्दों पर विचार-विमर्श के लिए बैठक बुलाई है. इसमें ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का विचार भी शामिल है. ये पार्टियां का लोकसभा या राज्यसभा में प्रतिनिधित्व रखती हैं.
इन मुद्दों में 2022 में स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने व इस महात्मा गांधी की जयंती के 150 साल होने की जश्न की बात भी शामिल है.
आकांक्षापूर्ण जिलों के विकास के मामले पर ममता बनर्जी से जोशी को सूचित किया कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पहले ही नीति आयोग को 15 जून की बैठक में अवगत करा चुकी है कि आकांक्षापूर्ण जिलों के तौर पर कुछ जिलों का चयन राज्य के सभी जिलों के समान रूप से विकास व संतुलन के उद्देश्यों को पूरा नहीं कर सकेगा.
उन्होंने कहा, ‘हमारा राज्य सभी जिलों का एक समान आर्थिक व सामाजिक विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे क्षेत्रीय असंतुलन नहीं पैदा हो.’
ममता बनर्जी ने कहा कि वह और उनकी पार्टी देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस और महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के जश्न में पूरे दिल से भाग लेंगे.