नंदीग्राम: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में नंदीग्राम सीट के लिए बृहस्पतिवार को हो रहे मतदान के दौरान रेयापाड़ा इलाके में अपने ‘वार रूम’ में रहने का फैसला किया. नंदीग्राम सीट पर ममता और भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के बीच कड़ा मुकाबला है.
दोपहर एक बजे तक बंगाल में 37.42 फीसदी वोटिंग हुई है.
इसी बीच दोपहर में नंदीग्राम के कमालपुर में बूथ संख्या 170 के पास मीडिया कर्मियों के वाहन पर हमला किए जाने की खबर है.
बीजेपी के शुवेंदु अधिकारी ने कहा, ‘ये पाकिस्तानियों का काम है, ‘जय बंगला’ बांग्लादेश का नारा है. उस बूथ पर एक विशेष समुदाय के मतदाता हैं, जो ऐसा कर रहे हैं.’
शुभेंदु ने यह भी कहा कि बंगाल में जगंल राज चल रहा है. हालांकि, इस हमले और पथराव में शुभेंदु अधिकारी को चोट नहीं आई है और न ही उन्हें कोई नुकसान पहुंचा है.जबकि मीडिया की गाड़ियों को नुकसान पहुंचने की बात कही जा रही है.
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West Bengal: Vehicle of media personnel attacked near booth number 170 in Kamalpur, Nandigram.
"These are work of Pakistanis, 'Jay Bangla' is a slogan from Bangladesh. There are voters from a particular community at that booth who are doing this," says BJP's Suvendu Adhikari pic.twitter.com/gMsENDDnA5
— ANI (@ANI) April 1, 2021
इसी बीच टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है.
उन्होंने लिखा, ‘भाजपा कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ ने बूथ नंबर 6,7,49,27,162,21,26,13,262,256,163,20 में प्रवेश किया. भाजपा कार्यकर्ता ईवीएम पर नियंत्रण रखने और बूथ में धांधली करने का प्रयास कर रहे हैं.’
वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी नंदीग्राम में चल रहे मतदान पर खुद ही ध्यान दे रही हैं. पार्टी सूत्रों ने बताया कि बनर्जी इस हाई-प्रोफाइल विधानसभा सीट में मतदान पर नजर रख रही हैं. मतदान सुबह सात बजे मतदान आरंभ हुआ. इस बीच, स्थानीय तृणमूल नेताओं ने आरोप लगाया कि कई मतदान केंद्रों में उनके निर्वाचन अभिकर्ताओं को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई.
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि नंदीग्राम के भीमकाता इलाके में तृणमूल कार्यकर्ताओं के एक समूह ने भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. इसके अलावा, निर्वाचन क्षेत्र में हिंसा या किसी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई जानकारी नहीं मिली है.
उन्होंने बताया कि पूर्व मेदिनीपुर जिले के निर्वाचन क्षेत्र में मतदान के शुरुआती दो घंटों में करीब 17 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया.
तृणमूल के सूत्रों ने बताया कि बनर्जी ने पहले बृहस्पतिवार शाम साढ़े छह बजे मतदान समाप्त होने के बाद उत्तर बंगाल में प्रचार करने के लिए इलाके से जाने का फैसला किया था, लेकिन उन्होंने सुबह अपना कार्यक्रम बदल दिया.
बनर्जी के साथ मौजूद तृणमूल के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने रुकने और कल जाने का फैसला किया है. बनर्जी इलाके में हालात पर नजर रखेंगी और यदि आवश्यकता हुई, तो पर मतदान स्थलों पर भी जाएंगी.’’
बनर्जी 27 मार्च से नंदीग्राम में हैं. उन्होंने बुधवार को आरोप लगाया था कि नंदीग्राम में समस्या पैदा करने और मतदाताओं को डराने के लिए अन्य राज्यों से ‘गुंडे’ लाए गए हैं.
इस बीच, तृणमूल ने आरोप लगाया कि नंदीग्राम ब्लॉक दो के विभिन्न मतदान केंद्रों में भाजपा ने उसके निर्वाचन अभिकर्ताओं को धमकाया.
तृणमूल के एक नेता ने कहा, ‘हमारे अभिकर्ताओं को नंदीग्राम ब्लॉक-दो में कई मतदान केंद्रों में प्रवेश नहीं करने दिया गया. कुछ क्षेत्रों में मतदाताओं को मताधिकार का इस्तेमाल करने से रोक दिया गया. हमने ईसी (निर्वाचन आयोग) में शिकायत दर्ज कराई है.’
भाजपा ने इन आरोपों से इनकार किया है.
वहीं, शुभेंदु अधिकारी ने बृहस्पतिवार सुबह मतदान शुरू होने के तुरंत बाद अपना वोट डाला और रिकॉर्ड अंतर से सीट जीतने का भरोसा जताया.
उन्होंने कहा, ‘मुझे अपनी जीत का भरोसा है और मैं अपने प्रतिद्वंद्वी की तरह किसी पर व्यक्तिगत हमले करने नहीं आया हूं. आपने देखा है कि मैं मतदान करने आया, इसलिए इलाके में लोग कितनी अधिक संख्या में बाहर आ रहे हैं.’
इस बीच, भाजपा कार्यकर्ता उदय दुबे का शव नंदीग्राम ब्लॉक-एक के रेयापाड़ा इलाके के निकट लटका मिला.
भाजपा ने आरोप लगाया है कि दुबे ने संभवत: इसलिए कथित रूप से आत्महत्या कर ली क्योंकि तृणमूल के ‘‘गुंडे’’ उन्हें लगातार डरा-धमका रहे थे.
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल ने इन आरोपों को ‘निराधार’ बताया है.
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इलाके में पुलिसकर्मियों का एक दल तैनात किया गया है.
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