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Monday, 23 December, 2024
होमराजनीतिममता बनर्जी ने कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा मोदी सरकार को निशाने पर लिया

ममता बनर्जी ने कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगा मोदी सरकार को निशाने पर लिया

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने मानवाधिकार के विषय को अपने दिल के करीब बताया और इसके लिए सड़क पर किए अपने संघर्षों का जिक्र किया.

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नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कश्मीर क्षेत्र में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कहा कि मानवाधिकार का विषय उनके दिल के बहुत करीब था.

अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) प्रमुख ने ट्वीट किया, ‘आज विश्व मानवतावादी दिवस है. कश्मीर में मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया है. आइए हम कश्मीर में मानवाधिकारों और शांति के लिए प्रार्थना करें.’ उन्होंने यह जोड़ते हुए कहा कि यह विषय उनके दिल के बहुत करीब था और उन्होंने अतीत में भी इसके लिए सड़कों पर उतरीं, उन्होंने कहा, ‘मानवाधिकार मेरे दिल के बहुत करीब का विषय है. 1995 में, मैं लॉक-अप में मौतों के खिलाफ मानव अधिकारों के उल्लंघन की रक्षा के लिए 21 दिनों के लिए सड़क पर थी.

इस बीच, दिन में रक्षा उपायों को बढ़ाकर जम्मू और कश्मीर प्रशासन ने इस क्षेत्र में प्रतिबंधों में ढील देना शुरू कर दिया है, जिसे जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद से लगाया गया है, जो राज्य को विशेष दर्जा देती थी.
बनर्जी जम्मू-कश्मीर पर केंद्र के कदम की आलोचना करती रही हैं और उन्होंने कहा था कि संविधान की धारा 370 को हटाने की प्रक्रिया खराब थी.

इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने रेखांकित किया था कि दुनिया के किसी भी अंतर-सरकारी संगठन ने कभी भी भारतीय लोकतंत्र या मानवाधिकारों के प्रति भारत की प्रतिबद्धताओं के बारे में कुछ नहीं कहा है.

जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हम संयुक्त राष्ट्र में रंगभेद के मुद्दों को शुरू करने वाले देश हैं. भारत ऐसा देश था जिसने मानवाधिकार घोषणा पत्र के चार्टर को बदलने के लिए काम किया. हमारा संविधान एक खुली किताब है और यदि कोई समस्या है तो इसे हमारे न्यायालय देखेंगे. हमें अंतरराष्ट्रीय दखल नहीं चाहिए जो हमें जीना सिखाए. उन्होंने यह बातें संयुक्त राष्ट्र में बंद दरवाजे की मीटिंग के बाद कही थी.

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